ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के नतीजों वाले दिन सेंसेक्स 4389 अंक (5.74 प्रतिशत) की गिरावट के साथ 72,079 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी में भी 1,379 अंक (5.93 प्रतिशत) की गिरावट रही, ये 21,884 के स्तर पर बंद हुआ। बाजार की गिरावट से निवेशकों के 31 लाख करोड़ रुपए डूब गए।
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 25 में गिरावट और 5 शेयरों में तेजी रही। एनटीपीसी और एसबीआई के शेयरों में करीब 15 प्रतिशत की गिरावट रही। एलएंडटी, पावर ग्रिड के शेयर 12 प्रतिशत से ज्यादा नीचे रहे ।वहीं हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयर में करीब 5.74 प्रतिशत की तेजी रही।
पीएसयू बैंक इंडेक्स 15 और ऑयल एंड गैस 11 प्रतिशत टूटा। एनएसई के सभी सेक्टोरल इंडेक्स में गिरावट रही। निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स 15.14 प्रतिशत टूटा है। ऑयल एंड गैस इंडेक्स में 11.80 फीसदी की गिरावट रही। निफ्टी मेटल में 10.63 और रियल्टी में 9.62 फीसदी की गिरावट रही। ऑटो सेक्टर भी 3.33 प्रतिशत नीचे बंद हुआ।
शेयर बाजार में तेज बिकवाली से निवेशकों को भारी नुकसान हुआ। बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का ओवरऑल मार्केट कैप 395 लाख करोड़ रुपए रह गया। एक दिन पहले यह लगभग 426 लाख करोड़ था।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज में ब्रोकिंग एंड डिस्ट्रीब्यूशन के एमडी अजय मेनन ने कहा- एनडीए सरकार सत्ता में लौटेगी। हमें उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में नतीजों को लेकर अस्थिरता कम हो जाएगी और बाजार का फोकस मैक्रो और फंडामेंटल पर लौट आएगा, जो लगातार मजबूत बना हुआ है।
नई सरकार बनने के बाद, वह अगले कुछ हफ्तों में सरकार वित्त वर्ष 25 के लिए पूर्ण बजट पेश करेगी, जहां पूंजीगत व्यय, मैन्युफैक्चरिंग, रूरल, कंजप्शन जैसे विषय फिर से फोकस में होंगे।
2020 में करोना के कारण 5.94 प्रतिशत टूटा था बाजार
मई 2020 के बाद ये बाजार की सबसे बड़ी गिरावट है। तब कोरोना के कारण बाजार 5.94 फीसदी टूटा था। 30 अप्रैल को सेंसेक्स 33,717 के स्तर पर था जो 4 मई को 2002 अंक गिरकर 31,715 के स्तर पर आ गया था। 1, 2 और 3 मई 2020 को शेयर बाजार बंद था।
इस सप्ताह की शुरुआत में ऑलटाइम हाई था
लोकसभा चुनाव नतीजों से एक दिन पहले 3 जून को सेंसेक्स 2,777 पॉइंट की तेजी के साथ 76,738 और निफ्टी 808 पॉइंट चढ़कर 23,338 पर पहुंच गया था।