• Latest
  • Trending
State ban on plastic flowers

प्लास्टिक के फूलों पर राज्य में प्रतिबंध

August 30, 2024
Hurt President Draupadi Murmu's message through a special article, enough is enough

आहत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का विशेष लेख के जरिये संदेश बस अब बहुत हुआ

August 30, 2024
मनी लांड्रिंग केस में इकबालिया बयान को सीधे सुबूत नहीं मान सकते

मनी लांड्रिंग केस में इकबालिया बयान को सीधे सुबूत नहीं मान सकते

August 30, 2024
court

पहली नजर में एससी, एसटी का मामला न दिखे तो अग्रिम जमानत मिले

August 30, 2024
अनेक सवाल खड़े कर गया कोलकाता कांड

अनेक सवाल खड़े कर गया कोलकाता कांड

August 30, 2024
AI will tell about lung disease by the sound of cough

एआई बताएगी खांसी की आवाज से फेफड़ों की बीमारी का पता

August 30, 2024
महाभारत में श्रीकृष्ण ने अर्जुन को दी थी 5 सीख

महाभारत में श्रीकृष्ण ने अर्जुन को दी थी 5 सीख

August 30, 2024
People are shedding blood for water all over the world

दुनियाभर में पानी के लिए खून बहा रहे लोग

August 30, 2024
yogi

महिलाओं के कार्यस्थल की नियमित सुरक्षा ऑडिट के निर्देश

August 30, 2024
Yogi suddenly reached Banke Bihari temple, kept looking at the image of Thakur ji.

अचानक बांकेबिहारी मंदिर पहुंचे योगी, ठाकुर जी की छवि को निहारते रहे

August 30, 2024
Task force formed for women employees in KGMU

केजीएमयू में महिला कर्मियों के लिए बनी टास्क फोर्स

August 30, 2024
If we divide we will be cut off, if we remain united we will be safe: Yogi

बंटेंगे तो कटेंगे, एक रहे तो सुरक्षित रहेंगे : योगी

August 30, 2024
Air India flight delays are out of control

नोएडा एयरपोर्ट से उड़ान की तैयारी

August 30, 2024
Thursday, September 25, 2025
Retail
संपर्क
डाउनलोड
  • देश
  • उत्तर-प्रदेश
  • राष्ट्रीय
    • उत्तर-प्रदेश
  • राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्री
  • चुनाव विशेष
  • स्टेट-नेशनल
  • महिला-खेल
  • डाउनलोड
  • अंग्रेजी
  • संपर्क
  • ई-पेपर
No Result
View All Result
Welcome To Blitz India Media
No Result
View All Result

प्लास्टिक के फूलों पर राज्य में प्रतिबंध

गणेशोत्सव या दिवाली पर इस्तेमाल किया तो लगेगा बड़ा जुर्माना

by Blitzindiamedia
August 30, 2024
in महाराष्ट्र
0
State ban on plastic flowers
ब्लिट्ज ब्यूरो

मुंबई । प्लास्टिक के फूलों के इस्तेमाल पर पूरे राज्य में रोक लगा दी गई है। पर्यावरण के लिए घातक माने जाने वाले इन फूलों के अलावा थर्मोकोल से बनाए जाने वाले सजावटी सामानों के इस्तेमाल पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। इन सबका गणेश चतुर्थी, दशहरा, दीवाली, ईद, क्रिसमस, सालगिरह समारोह में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाता है।

हलफनामा दायर
महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एमपीसीबी) ने हलफनामा दायर कर बॉम्बे हाईकोर्ट में यह स्पष्ट किया है। इस प्रतिबंध को लागू करने की जिम्मेदारी स्थानीय निकायों, राजस्व, शिक्षा, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस महकमे को दी गई है। एमपीसीबी ने यह हलफनामा बॉम्बे हाई कोर्ट के निर्देश के तहत दायर किया है।

YOU MAY ALSO LIKE

मुंबई की फैमिली के चारों सदस्यों के पास सिर्फ एक किडनी

जन समर्थन मिला तो बहिन योजना में मिलेगा 4000 रुपये तक मासिक भत्ता

यह कोर्ट ने कहा था
कोर्ट ने पिछले दिनों कहा था कि प्लास्टिक के फूलों पर प्रतिबंध लगाने में उन्हें कोई बाधा नजर नहीं आती। सरकार को इस संबंध में अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करना चाहिए। ये फूल पर्यावरण के अनुकूल नहीं है।

ये है हिदायद
हलफनामे में उल्लेखित एमपीसीबी की 8 मार्च 2022 को जारी अधिसूचना के अनुसार, 100 माइक्रोन से कम मोटाई वाले सिंगल यूज प्लास्टिक के उत्पादन, वितरण, भंडारण और बिक्री पर रोक लगाई गई है। बाजार में बिकने वाले प्लास्टिक के फूलों की मोटाई 30 माइक्रोन है। यह पर्यावरण के लिए हानिकारक है। इकोलॉजी पर भी इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। प्लास्टिक के फूलों को नष्ट करने में काफी दिक्क तों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा बायो डिग्रेडेबल वस्तुओं पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।

हलफनामे में कहा गया है कि प्लास्टिक के फूलों की बिक्री पर लगाम लगाने के लिए राज्य के पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन विभाग ने स्टेट, डिस्टि्रक्ट और सिटी लेवल पर टास्क फोर्स गठित की है, जो सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठा रही है।

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल का निर्देश
प्लास्टिक के फूलों को प्रतिबंधित वस्तुओं की सूची में शामिल करने के संबंध में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (महाराष्ट्र वेस्टर्न जोन) ने निर्देश जारी किया है। इसके तहत केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को इस विषय पर कदम उठाने का निर्देश दिया गया था। यह बोर्ड जल्द ही इस मामले को संबंधित कमेटी के सामने रखेगा जिससे प्लास्टिक के फूल भी आधिकारिक तौर पर प्रतिबंधित वस्तुओं की सूची में शामिल हो सकेंगे

1 लाख 70 हजार रुपये वसूला जुर्माना
आर्टिफिशियल फ्लावर को मनचाहा रंग देने के लिए खतरनाक रसायन का इस्तेमाल किया जाता है, जो पर्यावरण के लिए खतरनाक है। वर्तमान में मुंबई समेत राज्य भर के बड़े-बड़े बाजार प्लास्टिक के फूलों से पटे पड़े हैं। इसे देखते हुए एमपीसीबी ने सभी महानगर पालिकाओं को ऐसे व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर नजर रखने को कहा है, जहां प्लास्टिक की वस्तुओं का उत्पादन होता है।

स्थानीय निकायों को सेमिनार के जरिए इस संबंध में जागरूकता फैलाने का जिम्मा दिया गया है। पिछले साल अलग-अलग जगहों पर की गई कार्रवाई के जरिए 116 किलो प्लास्टिक के फूल बरामद किए गए थे। एक लाख 70 हजार रुपये जुर्माने के रूप में वसूले गए थे।

इन देशों से इम्पोर्ट होते हैं फूल
चीन, यूएसए, ताइवान, श्रीलंका, थाईलैंड, दुबई, इटली, नीदरलैंड और हांगकांग से प्लास्टिक के फूल बड़े पैमाने पर इम्पोर्ट किए जाते हैं। साल 2017-18 तक इन फूलों का इम्पोर्ट 30 करोड़ रुपये था, जो 2022-2023 में बढ़कर 52 करोड़ रुपये तक पहुंच गया । इसलिए प्लास्टिक के फूलों के कारोबार को रोकने के लिए इनके इम्पोर्ट पर भी रोक लगाने की दिशा में कदम बढ़ाना पड़ेगा।

हाईकोर्ट में जनहित याचिका
प्लास्टिक के फूलों से हो रहे नुकसान के कारण ग्रोवर फ्लावर कॉउन्सिल ऑफ इंडिया ने बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की है। याचिका में गणेश चतुर्थी, दशहरा, दीवाली, ईद, क्रिसमस, सालगिरह समारोह में बड़े पैमाने पर कृत्रिम फूलों के इस्तेमाल पर चिंता व्यक्त की गई है, क्योंकि यह पर्यावरण के साथ मानव जीवन के लिए भी घातक है। कृत्रिम फूलों के बढ़ते उपयोग से नैसर्गिक रूप से फूल की बागवानी में लगे किसानों और उनके साथ काम करने वाले श्रमिकों को काफी दिक्क तों का सामना करना पड़ रहा है। भारत में फूलों की 18 हजार प्रजातियां हैं।

ऐसे में पर्यावरण के लिए नुकसानदेह माने जान वाले प्लास्टिक के फूलों का बहिष्कार किया गया है।

ShareTweetSend

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Our Visitor

137385

POPULAR NEWS

  • India shows way out to UN military observer group

    संरा के सैन्य पर्यवेक्षक समूह को भारत ने दिखाया बाहर का रास्ता

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • प्रोपर्टी पर जिसका 12 साल से कब्जा, वही होगा मालिक

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • 12 साल से है जमीन पर कब्जा तो वही होगा असली मालिक

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • गंगाजल खराब नहीं होता, लेकिन क्यों ?

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • पृथ्वी का आखिरी देश जहां सूरज केवल 40 मिनट के लिए ही डूबता है

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
Welcome To Blitz India Media

© 2023 Blitz India Media -BlitzIndia Building A New Nation

Navigate Site

  • About
  • Our Team
  • Contact

Follow Us

No Result
View All Result
  • देश
  • उत्तर-प्रदेश
  • राष्ट्रीय
    • उत्तर-प्रदेश
  • राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्री
  • चुनाव विशेष
  • स्टेट-नेशनल
  • महिला-खेल
  • डाउनलोड
  • अंग्रेजी
  • संपर्क
  • ई-पेपर

© 2023 Blitz India Media -BlitzIndia Building A New Nation