ब्लिट्ज ब्यूरो
अपने देश के लोग कोरोना के बाद अधिक यात्रा करने लगे हैं। इनमें से ज्यादातर यात्राएं धार्मिक स्थलों में की जा रही हैं। इससे लगता है कि आज के नये नमो भारत में आध्यात्मिक पर्यटन तेजी से बढ़ रहा है। देश में लोग आध्यात्मिक महत्व के स्थानों पर ज्यादा जा रहे हैं।
“मेकमाई ट्रिप ,इंडिया ट्रैवल ट्रेंड्स रिपोर्ट में बताया गया है कि 2022 की तुलना में अयोध्या के बारे में सर्च में 585 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसी तरह उज्जैन और बद्रीनाथ को लेकर की गई सर्च में 359 प्रतिशत और 343 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दुबई, बैंकॉक और सिंगापुर जैसे स्थानों के बारे में जानने और वहां की यात्रा करने के तरीकों की खोज, देश में सबसे ज्यादा लोगों द्वारा की गई है। मेकमाई ट्रिप ,इंडिया ट्रैवल ट्रेंड्स की रिपोर्ट के मुताबिक उसके 10 करोड़ से अधिक सक्रिय यूजर्स से प्राप्त जानकारी और उनकी जिज्ञासाओं पर किए गए एक सर्वे में यह बात सामने आई है।
इससे यह बात भी सामने आई कि 2019 के बाद से एक साल में 3 से अधिक यात्राएं करने वाले लोगों की संख्या में 25 फ़ीसदी की वृद्धि हुई है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, आध्यात्मिक स्थानों पर जाने संबंधी जानकारी लेने वाले लोगों की संख्या में 2021 की तुलना में 97 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
यहां पर एक ख़ास जानकारी और सामने आई है कि देश के ज्यादातर लोगों की दिलचस्पी छोटे और मझोले शहरों के धार्मिक महत्व वाले स्थानों के प्रति ज्यादा है।
– मेकमाई ट्रिप, इंडिया ट्रैवल ट्रेंड्स ने 10 करोड़ सक्रिय यूजर्स की राय पर आधारित रिपोर्ट की जारी
यही कारण है कि अयोध्या में 2022 की तुलना में 2023 में 585 प्रतिशत की बहुत बड़ी वृद्धि हुई है। इसी तरह से उज्जैन और बद्रीनाथ जैसे धार्मिक महत्व के स्थानों के बारे में जानने और वहां पर जाने के लिए की गई खोज में भी 359 फीसदी और 343 फीसदी की वृद्धि हुई । वीकेंड यानी सप्ताह के आख़िरी में घूमने वाले गंतव्यों में जिम कार्बेट नेशनल पार्क के बारे में 2022 की तुलना में 131 प्रतिशत अधिक जानकारी ली गई है।
दक्षिण भारत के हिल स्टेशंस में ऊटी और मुन्नार जैसी जगहों पर जाने के लिए भी लोगों में खास दिलचस्पी देखी गई है। दूसरी ओर इंटरनेशनल ट्रैवल यानी अंतरराष्ट्रीय यात्राओं में लोगों की पहली पसंद दुबई, बैंकॉक और सिंगापुर हैं।
वहीं दूसरी ओर लंबी दूरी की यात्राओं के लिए लोगों ने लंदन,टोरंटो और न्यूयॉर्क जैसे दुनिया के बड़े शहरों को देखने और घूमने में ज्यादा दिलचस्पी दिखाई है।
लोगों में अपने परिवार के साथ पारिवारिक यात्रा करने की श्रेणी में 64 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
जबकि अकेले यात्रा करने वाले लोगों की बुकिंग में 23 फ़ीसदी की वृद्धि देखी गई है। अब अगर हम देश के अंदर बढ़ती यात्राओं के ट्रेंड पर गौर करें और उसकी वजहों का पता लगायें तो मालूम होता है कि पहली बार देश के अंदर पर्यटन को बढ़ावा देने का काम देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने अनेक संबोधनों में जनता से अपील की है कि वे पहले अपने देश को देखें और फिर विदेश यात्राएं करें। यह रिसर्च भी इस बात की पुष्टि करती है कि लोगों की पहली पसंद देश के अंदर के महत्वपूर्ण धार्मिक तीर्थ स्थानों एवं ऐतिहासिक महत्व के स्थानों को देखने की है। उसके बाद लोग विदेश के महत्वपूर्ण स्थानों के बारे में जानकारी जुटाने और वहां जाने की तैयारी करने के संबंध में खोज करते हैं। इससे ये भी पता चलता है कि देश के नागरिकों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विचारों और उनके सुझावों का कितना असर पड़ता है।