ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। एडेलगिव हुरुन इंडिया फिलैंथ्रोपी लिस्ट (2023) में एचसीएल के को-फाउंडर शिव नाडर ने दानवीर की अपनी टॉप पोजीशन बरकरार रखते हुए 2,042 करोड़ रुपए का दान दिया। यानी हर दिन 5.6 करोड़ रुपए उन्होंने दान किए। उनके बाद विप्रो के फाउंडर-चेयरमैन अजीम प्रेमजी हैं, जिन्होंने 1,774 करोड़ रुपए का दान दिया। वहीं जेरोधा के को-फाउंडर निखिल कामथ (37) सबसे कम उम्र के दानवीर हैं। निखिल ने अपने भाई और जेरोधा के सीईओ नितिन कामथ (44) के साथ मिलकर 110 करोड़ रुपए का दान दिया। लिस्ट में 119 दानवीरों को शामिल किया गया है, जिन्होंने वित्त वर्ष 2023 में 8,445 करोड़ रुपए का दान दिया। ये पिछले साल की तुलना में 59 फीसदी अधिक है।
लिस्ट में सात महिलाएं भी
इस लिस्ट में सात महिलाएं हैं। पहले नंबर पर रोहिणी नीलेकणी फिलैंथ्रोपीज की फाउंडर रोहिणी नीलेकणि हैं। उन्होंने 170 करोड़ रुपए का दान दिया। एक समय था जब वो अकेली इस लिस्ट में रहती थीं। रोहिणी के बाद थर्मैक्स की अनु आगा एंड फैमिली हैं, जिन्होंने 23 करोड़ रुपए का दान दिया। यूएसवी की लीना गांधी तिवारी ने भी 23 करोड़ रुपए का दान दिया।
इंफोसिस को-फाउंडर समेत 25 नए लोग शामिल
इस साल लिस्ट में 25 नए लोग शामिल किए गये हैं, जिनमें इंफोसिस के को-फाउंडर के दिनेश, भिलोसा इंडस्ट्रीज के रमेशचंद्र टी जैन एंड फैमिली, एक्सेल के प्रशांत प्रकाश और ज़ोहो कॉर्पोरेशन के वेम्बू राधा शामिल हैं। निखिल कामथ, जिन्होंने इस साल अपनी आधी संपत्ति दान करने के लिए ‘द गिविंग प्लेज’ पर हस्ताक्षर किए थे, इस लिस्ट में सबसे कम उम्र के दानवीर बने हुए हैं।
प्राइवेट डोनेशन लिस्ट में भी नाडर टॉप पर
इस साल लिस्ट में उन लोगों को स्पेसिफिकली कैटेगराइज किया गया है जिन्होंने पूरी तरह से अपनी व्यक्तिगत संपत्ति से दान किया है। इस साल लिस्ट में 24 ऐसे लोग हैं। टॉप 3 में शिव नाडर, अजीम प्रेमजी और नंदन नीलेकणी हैं।
100 करोड़ से ज्यादा का दान देने वाले बढ़े
टॉप 10 दानवीरों ने वित्त वर्ष 2023 में 5,806 करोड़ रुपए का दान दिया, जबकि वित्त वर्ष 22 में डोनेशन 3,034 करोड़ रुपए था। वहीं पिछले 5 वर्षों में, 100 करोड़ रुपए से अधिक का दान देने वाले लोगों की संख्या 2 से बढ़कर 14 हो गई है और 50 करोड़ रुपए से अधिक का दान देने वालों की संख्या 5 से बढ़कर 24 हो गई है। ये हुरुन इंडिया की 10वीं लिस्ट है। इसके एमडी और मुख्य शोधकर्ता अनस रहमान जुनैद ने कहा, “भारत के वेल्थ क्रिएशन पोटेंशियल और दानवीरों के कमिटमेंट को देखते हुए मुझे उम्मीद है कि ये आंकड़े अगले 5 वर्षों में संभावित रूप से दोगुने हो जाएंगे।