लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक और स्टेशन नई ट्रेनों के ठहराव के लिए तैयार हो गया है। रेलवे ने आलमनगर को सेटेलाइट स्टेशन के रूप में विकसित कर दिया है। सेटेलाइट स्टेशन पर अब चंडीगढ़ एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनों का ठहराव किया जा सकेगा। इतना ही नहीं बरेली की ओर चलने वाली पैसेंजर ट्रेनें चारबाग से आलमनगर शिफ्ट हो सकेंगी। इससे राजाजीपुरम सहित एक बड़ी आबादी को ट्रेन पकड़ने के लिए चारबाग नहीं जाना होगा।
आलमनगर से ही रवाना हुए थे काकोरी के क्रांतिकारी
आलमनगर एक ऐतिहासिक स्टेशन है। काकोरी कांड करने वाले क्रांतिकारी आलमनगर से ही रवाना हुए थे। इस स्टेशन पर अब तक एक छोटा सा भवन था। यहां रेल आरक्षण के लिए भी लोगों को दिक्क त का सामना करना पड़ता था। आलमनगर के आसपास बड़ी आबादी है जहां रहने वाले यात्रियों को चारबाग स्टेशन या लखनऊ जंक्शन आना पड़ता था।
– ट्रेन पकड़ने के लिए नहीं जाना पड़ेगा चारबाग
सेटेलाइट स्टेशन बनाने के लिए रेलवे ने मंजूर किया था प्रोजेक्ट
आलमनगर को सेटेलाइट स्टेशन बनाने के लिए रेलवे ने प्रोजेक्ट को मंजूर किया था। आलमनगर स्टेशन पर बनाए गए दो नए प्लेटफार्मों की कमीशनिंग भी हो गई है। अब इन नए प्लेटफार्मों से ट्रेनें गुजर सकेंगी। यहां पर पहले तीन प्लेटफार्म थे,अब दो नवनिर्मित प्लेटफार्म के साथ इनकी संख्या पांच हो गयी है| आलमनगर में नए स्टेशन भवन और परिसर का कार्य पूर्ण हो चुका है। इस सर्कुलेटिंग क्षेत्र में एक ग्रीन जोन भी बनाया है, साथ ही इस स्टेशन के पास से गुजरने वाली राजाजीपुरम के एप्रोच रोड का चौड़ीकरण भी किया गया है ।
– रेल आरक्षण केंद्र और जनरल टिकट काउंटर के साथ खानपान के स्टाल, प्रतीक्षालय एवं विश्रामालय, शौचालय, पीने का पानी जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
– इलेक्ट्रानिक इंटरलाॅकिंग की कमीशनिंग में 42 रूटों का अतिरिक्त प्रावधान किया गया है।
– प्लेटफार्म नंबर एक की लंबाई 625 मीटर है। इस पर 16 गुणे 10 मीटर का कैंटीलीवर शेड लगाया गया है।
– प्लेटफार्म नंबर दो और तीन की लंबाई भी 625 मीटर है।
– इन दोनों प्लेटफार्म पर 16 गुणे 9.66 मीटर का शेल्टर लगाया गया है।
– नए स्टेशन भवन का भूतल 160×13 मीटर है।
– प्रथम तल 100×13 मीटर (कुल एरिया 28000 वर्गमीटर ) है।
– इस स्टेशन को 34.28 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है।