ब्लिट्ज ब्यूरो
प्रयागराज। प्रयागराज में पर्यटन की बड़ी संभावनाएं हैं, जिसे लेकर सरकार की ओर से भी प्रयास किए जा रहे हैं ताकि प्रयागराज अपनी धार्मिक पहचान के साथ ही पर्यटन का प्रमुख केंद्र बन जाए।
यहां पहले गंगा जमुना के पवित्र संगम पर श्रद्धालुओं की भीड़ होती थी, वहीं अब नए-नए प्रयोगों द्वारा यहां पर पर्यटक भी आने लगे हैं। इसमें प्रयागराज के पर्यटन विभाग एवं प्रयागराज विकास प्राधिकरण का भी महत्वपूर्ण योगदान है। संगम प्रयागराज के पर्यटन का प्रमुख केंद्र बन गया है। इसके पीछे यहां पर वोटिंग के बदलते तरीके, ऊंट की सवारी एवं मोटरबाइक राइडिंग प्रमुख कारण हैं।
संगम पर ऊंट की सवारी
राजस्थानी ऊंट ही करवाते हैं, जो 1 किलोमीटर सवारी के 50 रुपये प्रति व्यक्ति लेते हैं। इसके लिए वह ऊंट को खूब अच्छे से सजाकर रखते हैं। घोड़े की सवारी के लिए भी 50 रुपये का शुल्क निर्धारित किया गया है। ऊंट की सवारी करने वाले शिवकुमार बताते हैं कि यह हमारे रोजगार का प्रमुख जरिया बन गया है। कमाई भी ठीक-ठाक हो जाती है। इसलिए यहां पर एक दर्जन से अधिक ऊंट लोगों को सवारी का मजा देते हैं।
वहीं, करेली के आफताब दो हाइब्रिड मोटरबाइक रखे हुए हैं जो संगम पर लोगों को राइडिंग की सुविधा प्रदान करते हैं। एक किलोमीटर हाइब्रिड मोटर बाइक राइडिंग के लिए 50 रुपये का चार्ज लगता है।
वहीं यमुना जी में स्थित प्रयागराज का बोर्ड क्लब बोटिंग का प्रमुख केंद्र बन चुका है. यहां 400 रुपये में आप एडवेंचर का मजा ले सकते हैं। बोर्ड क्लब में छोटी बड़ी कई प्रकार की नाव उपलब्ध हैं। पैडल बोट नाव के लिए 250 रुपये प्रति घंटा चार्ज करते हैं।