ब्लिट्ज ब्यूरो
मॉस्को। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूस दौरे से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत को बड़ा तोहफा दे दिया। दरअसल, पीएम मोदी की यात्रा से पहले रूस ने एलान किया कि उसने भारत में टैंकों के मजबूत कवच को ध्वस्त करने वाले गोलों का निर्माण शुरू कर दिया है। इसे खास तौर पर भारतीय सेना के लिए बनाया जा रहा है। ये गोले किसी भी बख्तरबंद को पलक झपकते ध्वस्त कर सकते हैं। इसे भारत रूस के रक्षा संबंधों में मील का पत्थर माना जा रहा है। भारत रूस के बीच रक्षा संबंधों का एक लंबा और ठोस इतिहास है। इसमें भारत में हथियारों और गोला-बारूद का संयुक्त और लाइसेंस के जरिए उत्पादन भी शामिल है।
भारत में ‘मैंगो शेल’ बना रहा रूस
रूसी स्वामित्व वाले रक्षा निगम रोस्टेक से जुड़े रोसोबोरोन एक्सपोर्ट हथियार निर्यातक ने भारत में मैंगो आर्मर-पियर्सिंग टैंक राउंड्स का निर्माण शुरू कर दिया है। निगम ने कहा कि यह सहयोग भारत के ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ पहलों के साथ एलाइन किया गया है, जिसमें भारतीय रक्षा उद्योग के सहयोग से रोसोबोरोन एक्सपोर्ट ने कई फैसिलिटी स्थापित की हैं।
आत्मनिर्भर भारत में मदद कर रहा रूस
रोस्टेक ने रोसोबोरोन एक्सपोर्ट के महानिदेशक अलेक्जेंडर मिखेव के हवाले से कहा, मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत पहल के साथ तालमेल बिठाते हुए रूसी-भारतीय सहयोग एक नए मील पत्थर पर पहुंच गया है। भारतीय रक्षा ढांचे के आधार पर, रोसोबोरोन एक्सपोर्ट ने मैंगो टैंक राउंड के निर्माण के लिए आवश्यक उत्पादन सुविधाएं स्थापित की हैं। यह विकास भारत को प्रौद्योगिकी आत्मसात और उत्पादन संगठन की प्रक्रिया शुरू करने में सक्षम बनाता है। भारत में रोसोबोरोन एक्सपोर्ट का काम व्यापक औद्योगिक साझेदारी का एक शानदार उदाहरण है।
संयुक्त हथियार उत्पादन पर जोर
रूस ने कहा है कि इस सहयोगी ढांचे के भीतर, विभिन्न प्रकार के हथियारों से जुड़ी संयुक्त परियोजनाओं को विकसित किया गया है, जो दो अलग-अलग देशों की कंपनियों के बीच सहयोग के एक असाधारण स्तर को प्रदर्शित करता है। इस बीच, रोस्टेक के प्रमुख सर्गेई चेमेजोव ने उसी बयान में कहा कि भारत में रूसी गोला-बारूद के उत्पादन का स्थानीयकरण भविष्य में आगे बढ़ता रहेगा। चेमेजोव ने कहा, रोस्टेक के पास मित्र देशों के साथ औद्योगिक साझेदारी का काफी अनुभव है। कई परियोजनाओं में प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और विशेषज्ञता साझा करना शामिल है। इस तरह की साझेदारी आयात करने वाले देश को अपना उत्पादन विकसित करने में सक्षम बनाती है, जो एक प्रमुख रक्षा समाधान आपूर्तिकर्ता के रूप में रोस्टेक के लिए एक प्रतिस्पर्धात्मक लाभ है। इन परियोजनाओं में टी-90 टैंकों, कवच-भेदी सब-कैलिबर प्रोजेक्टाइल से लैस मैंगो शेल और अन्य उन्नत हथियार प्रणालियों का लाइसेंस प्राप्त उत्पादन शामिल है।
टैंक भेदी गोले क्या होते हैं?
3वीबीएम17 मैंगो शेल में 3बीएम42 फिन-स्टेबलाइज्ड आर्मर-पियर्सिंग सब-कैलिबर प्रोजेक्टाइल है, जो समग्र कवच से लैस आधुनिक टैंकों को प्रभावी ढंग से निशाना बनाता है। चेमेजोव ने कहा, मैंगो राउंड के स्थानीय उत्पादन को सुविधाजनक बनाने के लिए कंपनी भारत में बारूद निर्माण शुरू करने की योजना बना रही है, जिसे वाहनों को संयुक्त सुरक्षा प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है।