ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। एमिटी विश्वविद्यालय लखनऊ 25 अगस्त, 2023 को ‘विश्व विद्यानिधि दिवस’ (वर्ल्ड डॉक्टोरेट्स डे) का आयोजन कर रहा है। इस विशेष दिवस पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन होगा, जिसमें अनेक देशों के शिक्षाविद्, वैज्ञानिक तथा शोध छात्र सम्मिलित होंगे। यह कार्यक्रम ग्लोबल एकेडमी ऑफ डॉक्टोरेट्स के तत्वावधान में आयोजित हो रहा है और इस गोष्ठी में पीएचडी शोधकार्य में गुणवत्ता बनाए रखने के सम्बन्ध में अनेक मुद्दों व चुनौतियों पर चर्चा होगी। यह एक अनूठा प्रयास है और इसका सकारात्मक प्रभाव दूरगामी होगा।
सम्मेलन में लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. आलोक के. राय एवं एमिटी विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. डॉ. बलविन्दर शुक्ला, उपकुलपति विंग कमांडर डा. अनिल कुमार, प्रख्यात शिक्षाविद् डॉ. डब्ल्यू सिल्वामूर्ति, डॉ. कमल कान्त द्विवेदी, डॉ. पी बी शर्मा, डॉ. राकेश भटनागर, डॉ. ऋषि भटनागर, डॉ. संदीप वार्ष्णेय एवं डॉ. कृष्ण के. पाण्डेय अपने विचार प्रस्तुत करेंगे। सम्मेलन में एमिटी एजुकेशन ग्रुप के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. अशोक के. चौहान की गरिमामयी उपस्थिति प्रेरणादायक होगी। एमिटी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति (चांसलर) डॉ. अतुल चौहान और एमिटी विश्वविद्यालय लखनऊ के चेयरमैन डॉ. असीम चौहान सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे। अनुमान है कि कार्यक्रम में लगभग 400-500 शोधार्थी एवं शिक्षाविद् सम्मिलित होंगे तथा हजारों की संख्या में वर्चुअली भाग लेंगे।
विश्व विद्यानिधि दिवस व गोष्ठी के विषय व उद्देश्य पर ग्लोबल एकेडमी ऑफ डॉक्टोरेट्स के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. कमल कान्त द्विवेदी जो वर्तमान में एमिटी एजुकेशन ग्रुप में सीनियर वाइस प्रेसीडेन्ट है, अपने विचार प्रस्तुत करेंगे ।
सम्मेलन का मूल उद्देश्य विश्वविद्यालयों एवं शोध संस्थानों में हो रहे रिसर्च को आर्थिक प्रगति के साथ-साथ पयार्वरण की सुरक्षा एवं आज की मूलभूत चुनौतियों का समाधान निकालने पर केंद्रित करना है। कोरोना महामारी के बाद तो यह जिम्मेदारी और बढ़ गई है। डॉक्टरेट केवल करियर ग्रोथ के लिए नहीं बल्िक मानव जाति के सर्वांगीण कल्याण के लिए किया जाना चाहिए। सम्मेलन में हजारों सदस्य एक विशेष शपथ पढ़ेंगे तथा संकल्प लेंगे कि वे जीवन भर शिक्षा एवं शोध का स्तर उच्चतम रखेंगे तथा अपने सामाजिक उत्तरदायित्व का निर्वहन करेंगे।
प्रो. डॉ. राजेश व के. तिवारी, डीन एकेडेमिक्स, एमेटी विश्वविद्यालय इस सम्मेलन के संयोजक हैं जो अतिथिगणों, प्रवक्ताओं एवं सम्मेलन के सभी सदस्यों का आभार व्यक्त करेंगे। इसमें कुल दस सत्र होंगे, जिनको लगभग 40 प्रख्यात शिक्षाविद् सम्बोधित करेंगे। कुछ उल्लेखनीय वक्ताओं में डॉ. संजय सिंह, डॉ. प्रबोध शुक्ला, डॉ. शिव कुमार, डॉ. रंजना अग्रवाल, डॉ. नीरज शर्मा, डॉ. अशोक पाण्डे, डॉ. मिताली तालुकदार, डॉ. राजकुमार भारद्वाज, डॉ. फिरोज खान, डॉ. एस. के.खत्री, डॉ. के.एम. सोनी, डॉ मनोज जोशी एवं एमिटी विश्वविद्यालय राजस्थान, जयपुर के कुलपति, प्रो. अमित जैन, एमिटी विश्वविद्यालय हरियाणा, गुरुग्राम (मानेसर) के कुलपति डॉ. पी.बी. शर्मा, एमिटी विश्वविद्यालय मध्य प्रदेश, ग्वालियर के उपकुलाधिपति लेफ्टिनेंट जनरल वी.के. शर्मा, एमिटी विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश, ग्रेटर नोएडा के डारेक्टर जनरल प्रो. डॉ. अजय राणा आदि के विभिन्न भाषण होंगे।