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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए संसद भवन का 28 मई को उद्धाटन करेंगे। सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत बनी ये बिल्डिंग प्रधानमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसका निर्माण जनवरी 2021 में शुरू हुआ था। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पीएम मोदी को नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया। संयोग से इसी दिन विनायक दामोदर सावरकर की 140वीं जयंती भी है। पीएम मोदी ने कहा था कि संसद की नई बिल्डिंग से अधिक सुंदर कुछ नहीं हो सकता, जब भारत अपनी आजादी के 75 साल मनाएगा। चार मंजिला नए संसद भवन में 3 दरवाजे हैं, जिन्हें ज्ञान द्वार, शक्ति द्वार और कर्म द्वार नाम दिया गया है। भवन भूकंपरोधी है। 12 जुलाई 2022 को संसद भवन में बने अशोक स्तंभ का अनावरण पीएम मोदी ने किया था। महात्मा गांधी, नेहरू, बोस व देश के प्रधानमंत्रियों के चित्र और भारत की प्राचीन सांस्कृतिक विरासत से प्रेरित वास्तुशिल्प एलिमेंट्स को भी नए भवन में स्थान दिया गया है।
बिमल पटेल..नाम ही काफी
दिल्ली में सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट, वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर, अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट डेवलपमेंट और पुरी में जगन्नाथ मंदिर की मास्टर प्लानिंग- भारत के कल्चरल और अर्बन लैंडस्केप के ये सभी सिंबल्स भले ही देश के अलग-अलग कोनों में स्थित हैं, लेकिन इनके मास्टर आर्किटेक्ट एक ही हैं- बिमल पटेल।
– राजदंड (सेंगोल ) भारतीय सम्राट की शक्ति और अधिकार का प्रतीक हुआ करता था।
– 14 अगस्त 1947 को जवाहरलाल नेहरू ने तमिलनाडु की जनता से इसे स्वीकार किया था।
– यह अंग्रेजों से भारत के लोगों के लिए सत्ता के हस्तांतरण का संकेत था।
– नई इमारत में लोकसभा भूतल यानी ग्राउंड फ्लोर पर।
– संयुक्त बैठक में नए संसद भवन में 1272 सदस्य बैठ सकते हैं। सभी सांसदों के लिए अलग दफ्तर।
– एक भव्य कॉन्स्टीच्यूशन हॉल या संविधान हॉल होगा।
– भारत के संविधान की मूल प्रति को भी रखा जाएगा।
– सांसदों के बैठने के लिए बड़ा हॉल, एक लाइब्रेरी, समितियों के लिए कई कमरे, भोजन कक्ष और एक बड़ी वाहन पार्किंग की व्यवस्था होगी।
क्यों दुनिया की संसदों से है अलग?
संसद भवन बेहद आधुनिक बताया गया है। नए दौर के काम के मुताबिक इसमें तमाम डिजिटल सुविधाओं के साथ ही पेपरलेस दफ्तरों की प्लानिंग की गई है। स्पेस से लेकर पार्किंग तक, आराम कक्षों से लेकर सुविधाओं से लैस आधुनिक दफ्तरों तक, सिक्योरिटी से लेकर डिजिटल या ऑनलाइन सुविधाओं तक। इसमें सबकुछ होगा। कुल मिलाकर इसे आने वाले कई सालों को ध्यान में रखकर प्लान किया गया है।