ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन से बाहर के दलों के संपर्क करने और सरकार गठन के प्रयासों से जुड़ी कवायद के बारे में कोई भी फैसला विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दल मिलकर करेंगे। उन्होंने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन की बैठक होगी जिसमें आगे की कार्रवाई पर फैसला होगा। कांग्रेस नेता ने यह दावा भी किया कि इस लोकसभा चुनाव में देश की जनता ने साफ संदेश दिया है कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को नहीं चाहती।
राहुल गांधी ने सरकार गठन के लिए नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू जैसे नेताओं के संपर्क किए जाने से जुड़े सवाल पर संवादददाताओं से कहा, “हम उम्मीद करते है कि ‘इंडिया’ गठबंधन की बैठक होगी, उसमें इस बारे में चर्चा होगी।’ उनका कहना था, ‘यह चुनाव हमें भाजपा के साथ ही सीबीआई ईडी, आयकर विभाग समेत हिंदुस्तान की कई संस्थाओं और आधी न्यायपालिका के खिलाफ भी लड़ना पड़ा।
नरेन्द्र मोदी जी और अमित शाह जी ने सस्थाओं को डराया और धमकाया।” उन्होंने कहा कि लड़ाई संविधान को बचाने की थी और संविधान बचाने में गरीबों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। राहुल गांधी ने कहा, ‘देश ने साफ कह दिया है कि हम नरेन्द्र मोदी और अमित शाह को नहीं चाहते।
जनता नहीं चाहती कि जिस तरह से पिछले 10 वर्षों में देश को चलाया गया है, वैसे चलाया जाए। जब मोदी सरकार ने हमारे बैंक खाते फ्रीज किए, मुख्यमंत्रियों को जेल में डाला, पार्टियां तोड़ीं तो मेरे दिमाग में था कि हिंदुस्तान की जनता अपने संविधान के लिए एकजुट होकर लड़ जाएगी। ये बात सच साबित हुई।’