ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। अब बीटेक प्रोग्राम में सभी कोर्स में सिर्फ पास होने पर डिग्री मिल जाएगी। छात्रों का तनाव दूर करने और पढ़ाई में सुधार के लिए आईआईटी दिल्ली ने अपनी पॉलिसी में बदलाव किया है।
पहले सभी कोर्स में पास होने के लिए चार-चार सीजीपीए होते थे लेकिन इसके साथ डिग्री के लिए पांच सीजीपीए की जरूरत होती थी। संशोधित पॉलिसी में इसी पांच सीजीपीए की शर्त को हटाया गया है। अब सिर्फ पास होने या चार सीजीपीए पर डिग्री मिल जाएगी।
इसके अलावा आईआईटी कैंपस में तनाव के कारण बढ़ते आत्महत्या के मामलों पर अंकुश लगाने के लिए जागते रहो अभियान शुरू किया है। आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रोफेसर प्रोफेसर रंगन बनर्जी ने बताया कि हमारा पूरा फोकस पढ़ाई के अलावा छात्रों का तनाव दूर करने के साथ कैंपस में बेहतरीन माहौल मुहैया करवाना है। इसीलिए पॉलिसी में बदलाव किया गया है। यूं कहें कि चार सीजीपीए ग्रेड डी है। यदि किसी छात्र को ग्रेड डी मिला होगा तो भी उसे डिग्री मिल जाएगी।
अबूधाबी कैंपस में सितंबर से बीटेक का पहला बैच
आईआईटी अबूधाबी कैंपस में सितंबर से बीटेक का पहला बैच शुरू हो रहा है। इसमें कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग और एनर्जी इंजीनियरिंग कोर्स शामिल है। इसमें 60 सीट होंगी जिनमें से 10 सीट भारत से जेईई एडवांस और अन्य 20 विदेशी छात्रों के लिए अलग परीक्षा से दी जाएंगी।
इजिप्ट में भी कैंपस खोलने का ऑफर
आईआईटी दिल्ली को इजिप्ट ने भी आईआईटी कैंपस खोलने का ऑफर दिया है। हालांकि, आईआईटी दिल्ली का पूरा फोकस फिलहाल यूएई के अपने आईआईटी अबूधाबी कैंपस को अच्छे से संचालित करने पर है। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में दिल्ली के बाद अबूधाबी को शामिल करने का लक्ष्य भी रखा गया है।
छात्र देंगे पॉलिसी के निर्माण में राय
आईआईटी दिल्ली अपनी फैसले और पॉलिसी बनाने वाली आधिकारिक काउंसलिंग यानी सीनेट में छात्रों की संख्या को बढ़ा रही है। आईआईटी ने अपनी सीनेट में यूजी, पीजी और पीएचडी के छह छात्रों को शामिल किया है। इसमें वे छात्रों से लेकर कैंपस के अन्य मामलों के प्रस्तावों पर अपनी बात रख सकते हैं।
एक सेमेस्टर के लिए एक्स्ट्रा हॉस्टल
बीटेक पढ़ाई के दौरान यदि कोई छात्र तय समय-सीमा में अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाता है यानी सभी विषयों में पास नहीं होता है तो ऐसे छात्रों को एक सुविधा मिलेगी। दिसंबर 2023 से आईआईटी दिल्ली ने कैंपस में पायलट प्रोजेक्ट चलाया। इसमें करीब 30 से 35 छात्रों को हॉस्टल में एक एक्स्ट्रा सेमेस्टर रहने और परिवार के साथ रहने की सुविधा दी गई है।


















