ब्लिट्ज ब्यूरो
श्रीनगर। केंद्र सरकार जम्मू कश्मीर को जल्द ही फिल्म हब बनाने की तैयारी में है। इसके लिए विशेष प्लानिंग की जा रही है। पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने बताया कि फिल्म पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए काम किया जा रहा है। जम्मू कश्मीर में कड़ी सुरक्षा के बीच जी-20 सम्मेलन की विशेष बैठक का सफल आयोजन हुआ। इससे यहां तेज पर्यटन विकास की संभावनाओं को पंख लगे हैं। जी20 की बैठक में केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि पर्यटन उद्योग के विकास एवं प्रोत्साहन के लिए फिल्म पर्यटन सशक्त माध्यम के रूप में उभर कर सामने आया है। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार जम्मू कश्मीर में फिल्म पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए समग्र और व्यापक रणनीति बना रही है। जल्द ही कश्मीर फिल्म हब के रूप में विकसित होगा।
शूटिंग के लिए सबसे खूबसूरत कश्मीर
किशन रेड्डी ने कहा कि किसी क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने में फिल्म पर्यटन की भूमिका नजरअंदाज नहीं कर सकते। पर्यटन न सिर्फ विभिन्न प्रांतों और क्षेत्रों के लोगों में एक-दूसरे के प्रति समझ-सद्भाव पैदा करता है बल्कि यह रोजगार और आर्थिक विकास का माध्यम भी है। कश्मीर दुनिया के सबसे खूबसूरत पर्यटन जगहों में से एक है। कश्मीर समेत पूरे देश में फिल्म निर्माताओं के लिए हर तरह के शूटिंग स्थल हैं। यहां बर्फ से ढकी आकर्षक चोटियां, हरे-भरे जंगल और खूबसूरत दरिया ही नहीं, कई पुराने ऐतिहासिक शहर भी हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र जम्मू कश्मीर में फिल्म पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए व्यापक रणनीति बना रही है। हमारा एजेंडा पर्यटन क्षेत्र में सहयोग बढ़ाते हुए रोजगार सृजन व तकनीकी और पर्यटन की विभिन्न विधाओं का आदान प्रदान भी है। केंद्र पर्यटन में 100 फीसदी प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की अनुमति दे रहा है। केंद्र और पर्यटन मंत्रालय पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मंत्रालयों और राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
पहला अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम
2019 में जम्मू कश्मीर से विशेष दर्जा खत्म किए जाने के बाद जी20 बैठक यहां आयोजित होने वाला पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम था।
बता दें कि अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 खत्म कर दिया गया था और तत्कालीन राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया गया था। भारत इस साल जी20 की अध्यक्षता कर रहा है। इसके लिए देश के कई हिस्सों में बैठकें की जा रही हैं, जिसमें श्रीनगर को भी चुना गया था। इसके लिए यहां सुरक्षा को लेकर खास इंतजाम किए गए थे।