ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लखनऊ का मलीहाबाद अपने आम के बागों के लिए जाना जाता है। अब मलीहाबाद में पीएम मित्रा मेगा टेक्सटाइल और अपैरल पार्क का निर्माण होने जा रहा है। राज्य के उद्योग एवं इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट विभाग के अधिकारियों का दावा है कि इसके लिए मलीहाबाद ब्लॉक के अटारी गांव में जमीन चिन्हित कर ली गई है। सरकारी प्रवक्ता का कहना है कि राज्य सरकार प्रस्तावित पार्क में 10 हजार करोड़ रुपये के निवेश की उम्मीद कर रही है। यह पार्क वैश्विक मानकों से मेल खाने और प्रतिस्पर्धा में मात देने के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। टेक्सटाइल पार्क में एक लाख युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने की तैयारी की गई है।
बेहतर कनेक्टिविटी
मलीहाबाद के अटारी इलाके के चयन को लेकर अधिकारियों का कहना है कि यह प्रमुख स्थान है। साथ ही यहां से कनेक्टिविटी की सुविधा बेहतर है। अधिकारी का कहना है कि अटारी गांव एनएच-20 और एसएच-20 से लगभग 20 किलोमीटर दूर है। ये दोनों लखनऊ को सीतापुर और हरदोई से जोड़ने वाली चार लेन वाली सड़कें हैं। इसके अलावा कनेक्टिविटी के लिए छह लेन वाली 20 किलोमीटर लंबी आउटर रिंग रोड भी है।
– एक लाख लोगों को मिलेगा रोजगार
रेल कनेक्टिविटी भी बेहतर
पार्क के लिए रेल कनेक्टिविटी भी बेहतर है। पार्क के लिए चिह्नित स्थान से मलीहाबाद रेलवे स्टेशन महज 16 किलोमीटर दूर है। लखनऊ रेलवे स्टेशन 40 किलोमीटर की दूरी पर है। इसके अलावा लखनऊ अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा पार्क से 45 किलोमीटर दूर है। कानपुर नोड पर समर्पित फ्रेट कॉरिडोर 95 किलोमीटर और अंतर्देशीय कंटेनर डिपो कानपुर में 111 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
पीपीपी मॉडल पर विकसित किया जाएगा पार्क
अधिकारियों ने कहा कि टेक्सटाइल पार्क को सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल पर विकसित करने का प्रस्ताव है। इस योजना के तहत 500 करोड़ रुपए के कोर इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण किया जाएगा। वहीं, पहले आओ पहले पाओ के आधार पर निर्माण इकाइयों के लिए 300 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
तीन भागों में विभाजित
अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान करने के लिए पार्क के निर्माण को तीन भागों, सामान्य बुनियादी ढांचा, सामाजिक बुनियादी ढांचा और प्रीमियम स्थान में विभाजित किया गया है। सामान्य बुनियादी ढांचे में सड़क नेटवर्क, 24×7 बिजली आपूर्ति, जल आपूर्ति, गोदाम, शून्य तरल निर्वहन अपशिष्ट उपचार संयंत्र, प्रशिक्षण और कौशल विकास सुविधाएं, उत्पाद प्रदर्शन सुविधा के साथ प्रशासनिक भवन और परीक्षण प्रयोगशाला के साथ प्रदर्शनी केंद्र आदि शामिल हैं। सामाजिक बुनियादी ढांचे में श्रमिकों के छात्रावास, आवास क्षेत्र, चिकित्सा सुविधाएं, वाणिज्यिक और मनोरंजक सुविधाएं, खुले स्थान और पार्क, सुरक्षा व्यवस्था आदि शामिल हैं। इसी तरह प्रीमियम स्पेस में इंडस्टि्रयल प्लॉट और शेड का निर्माण किया जाएगा।