डॉ. सीमा द्विवेदी
नई दिल्ली। देश को टीबी मुक्त बनाने के लिए पहली बार दिल्ली में बीसीजी के टीके के ट्रायल की तैयारियां पूरी हो गई हैं। इस दौरान 60 साल से अधिक और हाल ही में टीबी से संक्रमित मरीजों व उनके संपर्क में आए लोगों, अत्यधिक धूम्रपान करने वाले, मधुमेह रोगियों सहित अन्य को बीसीजी टीके की दूसरी डोज दी जाएगी।
इस डोज के लिए दिल्ली के पांच जिलों में 15 लाख लोगों को चिह्नित किया गया है। इस टीके के लिए लोग ऑनलाइन पंजीकरण करा सकते हैं। अब तक इस टीके के लिए दिल्ली में एक लाख से अधिक लोगों ने ऑनलाइन आवेदन किया है। चुनाव आयोग से मंजूरी मिलते ही ट्रायल शुरू हो जाएगा। विशेषज्ञों का कहना है कि कई देशों में टीके की दूसरे डोज के लिए ट्रायल किया गया। इसका परिणाम सकारात्मक रहा। इसे देखते हुए देश में भी ट्रायल शुरू किया जा रहा है।
दिल्ली के परिवार कल्याण निदेशालय के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ट्रायल की तैयारियां पूरी हो गई है। अभियान शुरू होने के तीन माह में सभी योग्य लोगों को टीका देने का लक्ष्य रखा गया है। टीका देने के बाद सभी की निगरानी की जाएगी। साथ ही देखा जाएगा कि टीका देने के बाद इनमें टीबी के खिलाफ कितनी इम्युनिटी बनी है। इस टीके का क्या फायदा हुआ। भारत को टीबी मुक्त बनाने के लिए दो साल का समय शेष रह गया है।
चुनाव आयोग से मंजूरी मिलते ही ट्रायल
दिल्ली में टीबी के कुल मरीजों की आधी संख्या इन पांच जिलों में है जबकि अन्य आधी जनसंख्या दूसरे छह जिलों में है। संशोधित राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत अध्ययन के लिए दिल्ली को दो हिस्सों में बांट दिया गया है। अध्ययन के बाद दोनों का मिलान होगा।
घर-घर जाकर लगाया जाएगा टीका
संशोधित राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत लोगों को घर-घर जाकर टीका देने के लिए परिवार कल्याण निदेशालय ने तैयारी पूरी कर ली है। विभाग के पास पर्याप्त वैक्सीन हैं। इन्हें एक जगह से दूसरी जगह एक पहुंचाने की व्यवस्था की गई है। साथ ही टीका लगाने के लिए आशा वर्कर, आंगनबाड़ी सहित दूसरे स्टाफ को पूरी ट्रेनिंग दी जा चुकी है। ट्रायल के दौरान घर-घर जाकर वयस्कों को बीसीजी का टीका देने का अभियान शुरू होगा। मौजूदा समय में टीबी की रोकथाम के लिए पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों को बीसीजी के टीके की एक डोज दी जाती है। इसके अलावा टीबी के मरीजों के संपर्क में रहने वाले लोगों को तीन टीके लगाने के लिए देनी होगी सहमति। टीका लेने के लिए अधिकृत पोर्टल पर पंजीकरण कराना होगा।
– तीन साल तक मरीजों पर रखी जाएगी नजर
इन लोगों को लगाया जाना है टीका
– 60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग
– 18 वर्ष से अधिक उम्र के ऐसे लोग जिन्हें पांच वर्ष पहले टीबी की बीमारी हुई हो
– टीबी मरीज के संपर्क में रहे लोग
– मधुमेह के मरीज
– ज्यादा धूम्रपान करने वाले
इन जिलों में होगा टीकाकरण
– उत्तर दिल्ली
– पूर्वी दिल्ली
– नई दिल्ली
– पश्चिमी दिल्ली
– दक्षिणी दिल्ली
परिणाम उम्मीद के मुताबिक रहा तो भविष्य में प्रोग्राम को आगे भी चलाया जाएगा।
•15 लाख लोग चिन्हित, 1 लाख का ऑनलाइन आवेदन
74323 टीबी के मरीज सरकारी अस्पतालों द्वारा पंजीकृत
25652 टीबी के मरीज निजी अस्पतालों द्वारा पंजीकृत