ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली । भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई) स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों में दो नई सुविधाएं पेश करने के लिए इंडस्ट्री प्लेयर्स के साथ काम कर रहा है। ये हैं देश भर में किसी भी स्वास्थ्य बीमा या जनरल इंश्योरेंस कंपनी की ओर से जारी सभी हेल्थ पॉलिसी के लिए अस्पतालों का नेटवर्क और 100 फीसदी कैशलेस सेटलमेंट सिस्टम। इन सुविधाओं के लागू होने से पॉलिसी होल्डर को देश के किसी भी हिस्से में स्थित हॉस्पिटल में इलाज की सुविधा 100 फीसदी कैशलेस मिल सकेगी।
फिलहाल भारत में 49 फीसदी अस्पतालों में कैशलेस सेटलमेंट की सुविधा उपलब्ध है। जनरल और हेल्थ इंश्योरेंस अत्यधिक महंगे चिकित्सा बिलों से बचने के लिए लिस्टेड हॉस्पिटल्स की सूची में बदलाव करते रहते हैं। इससे बचने के लिए बीमा नियामक, जनरल इंश्योरेंस काउंसिल (जीआईसी) के साथ मिलकर आपके स्वास्थ्य बीमा क्लेम सेटलमेंट प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर जनरल कैशलेस हॉस्पिटल नेटवर्क नेटवर्क लाने की तैयारी कर रहा है।
नेटवर्क कैसे काम करेगा
जनरल इंश्योरेंस की एमडी और सीईओ शनाई घोष कहती हैं कि पहले चरण में इंश्योरर्स के बीच अस्पतालों की एक कंसोलिडेटेड लिस्ट बनाई जा रही है।
जीआईसी के माध्यम से एक सेंट्रलाइज्ड नेटवर्क का निर्माण होगा जो अस्पतालों और सभी लाइसेंस प्राप्त हेल्थ और जनरल इंश्योरर्स के साथ इंडस्ट्री स्तर पर समझौते का सूत्रधार होगा। जीआई परिषद के सदस्य इस समझौते का हिस्सा होंगे। शनाई घोष कहती हैं कि एक बार पूरी तरह लागू होने के बाद प्रत्येक बीमा कंपनी के ग्राहक के पास सिंगल सेंट्रलाइज्ड नेटवर्क तक पहुंच होगी। जनरल इंश्योरेंस काउंसिल ने अस्पतालों का एक साझा पैनल बनाने के लिए पहले ही समिति गठित कर दी है।
जनरल कैशलेस नेटवर्क से पॉलिसीधारकों को लाभ
इसका उत्तर देते हुए शनाई घोष कहती हैं कि इस पहल के साथ हम ग्राहकों को एक इंटीग्रेटेड सेंट्रलाइज्ड कैशलेस हॉस्पिटल नेटवर्क दे पाएंगे। इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि ग्राहकों के क्लेम का अनुभव परेशानी मुक्त हो। कैशलेस नेटवर्क के गठन से ग्राहक को कई तरीकों से लाभ होना तय है। यदि ग्राहकों के पास कोई भी बीमा होगा तो उनकी सभी कैशलेस हॉस्पिटल्स तक पहुंच होगी।
खर्च में कमी आएगी और धोखाधड़ी के मामले कम होंगे
इंटीग्रेटेड सेंट्रलाइज्ड कैशलेस हॉस्पिटल नेटवर्क के लिए इंडस्ट्री लेवल प्राइसिंग तय होगी। एचडीएफसी ईआरजीओ जनरल इंश्योरेंस के रिटेल बिजनेस के अध्यक्ष पार्थानिल घोष कहते हैं कि इंडस्ट्री यह सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करेगी कि सभी अस्पताल कैशलेस नेटवर्क के हिस्से के रूप में उपलब्ध हों। इससे खर्च बहुत कम हो जाएगा और धोखाधड़ी भी न्यूनतम हो जाएगी। इससे यह भी सुनिश्चित होगा कि वास्तविक ग्राहकों को अस्पतालों में चिकित्सा उपचार प्राप्त करते समय न्यूनतम असुविधा का सामना करना पड़े।