ब्लिट्ज ब्यूरो
दुबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में विश्व सरकार शिखर सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि दुनिया में आज ऐसी सरकारों की जरूरत है जो समावेशी और भ्रष्टाचार से मुक्त हों। भारत में पिछले कुछ वर्षों में सरकार पर लोगों का भरोसा बढ़ा है। प्रधानमंत्री ने कहा, हमारे सतत प्रयासों का परिणाम है कि भारत वित्तीय प्रौद्योगिकी (फिनटेक) और डिजिटल भुगतान के क्षेत्रों में वैश्विक मंच पर चमक रहा है।
मोदी ने न्यूनतम शासन, अधिकतम प्रशासन के मंत्र पर जोर देते हुए कहा, मेरा मानना है कि लोगों पर सरकार का दबाव नहीं होना चाहिए। मोदी ने कहा कि जनता को भारत सरकार की मंशा और प्रतिबद्धता पर भरोसा है। यह केवल इसलिए संभव हुआ क्योंकि हमने जन भावनाओं को प्राथमिकता दी। सामाजिक और वित्तीय समावेश उनकी सरकार की प्राथमिकता रहा है तथा 50 करोड़ से अधिक लोगों को बैंकिंग प्रणाली से जोड़ा गया।
दुबई में रखी भारत मार्ट की आधारशिला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूएई के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने भारत मार्ट की आधारशिला रखी। ये भारतीय एमएसएमई क्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय खरीदारों तक पहुंच का एक प्रभावी मंच मुहैया कराएगा।
यूएई से हुए प्रमुख समझौते
– भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारे के लिए करार की प्रतिबद्धता। इसे चीन के बेल्ट एंड रोड प्रोजेक्ट के विकल्प के रूप में देखा जा रहा
•- दोनों देश डिजिटल बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर सहयोग बढ़ाएंगे
•- घरेलू डेबिट/क्रेडिट कार्ड-रुपे (भारत) को जयवान (यूएई) के साथ जोड़ने पर समझौता
भारतीय श्रमिकों के लिए बनेगा अस्पताल
पीएम मोदी ने कहा,
आज इस भव्य और पवित्र जगह से एक और खुशखबरी देना चाहता हूं। आज यूएई के उपराष्ट्रपति ने भारतीय श्रमिकों की खातिर अस्पताल बनाने के लिए जमीन देने की घोषणा की है। मैं उनका और अपने ब्रदर शेख बिन जायेद का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।
भारत का तीसरा सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर यूएई
नई दिल्ली। 2021-22 के आंकड़े बताते हैं कि चीन और अमेरिका के बाद यूएई भारत का तीसरा सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर है। 2022 में यूएई में रहने वाले भारतीयों ने 20 अरब डॉलर कमाकर भारत भेजे थे। यूएई 2019 में पीएम मोदी को अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ ज़ायेद’ से सम्मानित कर चुका है, तो मोदी ने भी 2017 की रिपब्लिक डे परेड में मोहम्मद बिन ज़ायद अल-नाहयान को चीफ गेस्ट बनाया था। 16 अगस्त 2015 को पहली बार नरेंद्र मोदी ने बतौर प्रधानमंत्री यूएई का दौरा किया था। पीएम मोदी से पहले 1981 में इंदिरा गांधी ने यूएई गई थीं। यानी 34 साल तक भारत का कोई पीएम यूएई नहीं गया। नरेंद्र मोदी की ये रिकॉर्ड सातवीं यूएई यात्रा है।