ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। इसमें कोई शक नहीं कि ब्रह्मांड में पृथ्वी जैसे अनेकों ग्रह हो सकते हैं और यह भी संभव है कि वहां रहने वाले लोग भी हम जैसे ही हों। यह तथ्य भी सामने है कि वैज्ञानिक इतने सालों में पृथ्वी जैसे रहने योग्य ग्रह की खोज हम नहीं कर पाए हैं। हालांकि अब अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने इस नामुमकिन कार्य को मुमकिन कर दिखाया है। नासा के वैज्ञानिकों ने हाल ही में एक ऐसे ग्रह की खोज की है, जो पृथ्वी जैसा रहने योग्य है। नासा के टेलिस्कोप जेम्स वेब ने इसे ब्रह्मांड से कैप्चर किया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह आकार में धरती से बड़ा है और हमारे सौरमंडल के बाहर अब तक मिले 5000 ग्रहों में यह सबसे पहला है, जहां जीवन हो सकता है।
नासा के सबसे शक्तिशाली टेलिस्कोप जेम्स वेब ने अनंत अंतरिक्ष से एक बार फिर ऐसी चीज ढूंढ़ निकाली जो अविश्वसनीय है। इस नए ग्रह में पृथ्वी जैसी कई समानताएं हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार, इस ग्रह में जीवन को बनाए रखने वाले संभावित तरल महासागर है।
5000 ग्रहों में सबसे पहला
वैज्ञानिकों का कहना है कि अब तक सौरमंडल के बाहर 5000 से अधिक ग्रहों की खोज की जा चुकी है, लेकिन उनमें से केवल कुछ ही ग्रह ‘गोल्डीलॉक्स क्षेत्र’ में हैं जो न तो बहुत गर्म है और न ही बहुत ठंडे। इतना ही नहीं, वहां जल तरल अवस्था में हो सकता है। इसका मतलब है कि वहां जीवन की अपार संभावना है।
नाम एलएचएस 1140 बी
नासा के वैज्ञानिकों का कहना है कि हमारे सौरमंडल के बाहर मिले इस ग्रह का पता सबसे पहले 2017 में लगा था। इसका नाम एलएचएस 1140 बी है। इसे सुपर अर्थ भी कहा जा सकता है। यहां जीवन की ऐसी संभावनाएं हैं, जो पृथ्वी में भी हैं। 2017 में पहली बार खोजे जाने के बाद से इसकी गहन जांच की जा रही है।
48 प्रकाश वर्ष दूर
यह पृथ्वी से 48 प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित है, जो 450 ट्रिलियन किलोमीटर से अधिक के बराबर है। ‘एस्ट्रोफिजिकल जर्नल लेटर्स’ में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, यह पृथ्वी से 1.7 गुना बड़ा है और इसका द्रव्यमान पृथ्वी से 5.6 गुना अधिक है। वेब टेलीस्कोप का अवलोकन करने के बाद वैज्ञानिकों ने पुष्टि की है कि यह बाह्य ग्रह वास्तव में एक ‘सुपर-अर्थ’ है।