ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का सर्वसम्मति से नेता चुने जाने के बाद 9 जून को लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। अपने पिछले दो कार्यकालों में पूर्ण बहुमत की सरकार का नेतृत्व करने वाले पीएम मोदी इस दफा हालांकि गठबंधन सरकार की अगुआई करेंगे। वह एक ऐसे मंत्रिमंडल का नेतृत्व करेंगे जिसमें भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के सहयोगियों को शामिल कर पुरस्कृत किया गया है और साथ ही पूर्ववर्ती सरकार में शामिल रहे वरिष्ठ नेताओं के अनुभवों पर भरोसा भी जताया गया है। सोमवार देर शाम मंत्रियों को विभागों का बंटवारा कर दिया।
वैसे इस बार के शपथ ग्रहण की सबसे बड़ी खासियत यह है कि तमाम जद्दोजहद के बीच सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए मोदी देश के दूसरे ऐसे नेता बन गए हैं जिसने प्रधानमंत्री के रूप में लगातार तीसरी बार शपथ ली है। इसके पूर्व पंडित जवाहर लाल नेहरू ही एक ऐसे नेता थे जो लगातार तीन बार प्रधानमंत्री रहे। इसके अलावा एक नया कीर्तिमान यह भी बनाया है कि वे भारत में ऐसे पहले गैर-कांग्रेसी नेता बने हैं जिसने लगातार तीसरी बार पीएम पद की शपथ ली है।
कीर्तिमान मोदी
विदेश मंत्रालय का कहना है कि मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में दूसरे देशों के प्रमुख का शामिल होना भारत की अपनी ‘पड़ोसी पहले’ नीति और ‘सागर’ दृष्टिकोण को दी गई प्राथमिकता के अनुरूप है। शपथ समारोह में 8000 से अधिक लोगों के शामिल होने की बात कही जा रही है।
मोदी सरकार 3.0 का शपथ ग्रहण समारोह राष्ट्रपति भवन में संपन्न हुआ और लोकसभा चुनाव के नतीजे साफ होने के पांच दिन बाद भारत को अब नई सरकार मिल गई है। मोदी के साथ कैबिनेट में शामिल होने वाले मंत्रियों ने भी पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। पीएम मोदी की कैबिनेट में उनके अलावा 30 मंत्री शामिल हुए। मोदी के बाद राजनाथ सिंह ने शपथ ली। तीसरे नंबर पर अमित शाह शपथ ग्रहण करने पहुंचे। 2019 में भी शपथ ग्रहण करने का क्रम यही रहा था। शपथ ग्रहण के बाद ही मोदी सरकार एक्शन में नजर आ रही है। नई सरकार की पहली कैबिनेट बैठक लोक कल्याण मार्ग स्थित पीएम आवास पर बुला ली गई।
देश को ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध
शपथ ग्रहण समारोह संपन्न होने के बाद पीएम मोदी ने X पर पोस्ट किया और लिखा, ‘राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में हुए समारोह में मैंने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली।
मोदी के तीसरे कार्यकाल में सबसे ज्यादा मंत्री
इस बार कैबिनेट में न सिर्फ बाकी दो कार्यकाल के मुकाबले मंत्रियों की संख्या ज्यादा है, बल्कि सहयोगी दलों के कई सांसदों को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। मोदी 3.0 में कुल मंत्रियों की संख्या 72 है, जिसमें 30 मंत्री कैबिनेट का हिस्सा होंगे।
इनके अलावा पांच मंत्रियों को स्वतंत्र प्रभार दिया गया है और 36 सांसदों को राज्यमंत्री का पद दिया गया है। फिलहाल पोर्टफोलियो का बंटवारा नहीं हुआ है। मसलन, मोदी 2.0 के कई ऐसे मंत्री हैं, जिन्हें मोदी 3.0 कैबिनेट में भी शामिल किया गया है।
बीजेपी के 25, सहयोगी पार्टियों के पांच मंत्री मोदी 3.0 कैबिनेट में शामिल
कुल मंत्रियों में 25 बीजेपी से हैं और पांच मंत्री पद सहयोगी पार्टियों को दिए गए हैं। वहीं, स्वतंत्र प्रभार के साथ पांच सांसदों को राज्य मंत्री बनाया गया है, जिनमें तीन बीजेपी के हैं और जयंत चौधरी के रूप में एक आरएलडी से और प्रतापराव जाधव के रूप में एक शिवसेना से शामिल किए गए हैं।
मोदी की अगुवाई में बहुमत से चूकी बीजेपी
नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार उत्तर प्रदेश के वाराणसी सीट से सांसद चुने गए हैं। हालांकि, इस बार का वोट मार्जिन पिछली बार के मुकाबले कम रहा। इसके अलावा, उनकी अगुवाई में बीजेपी भी इस बार बहुमत के आंकड़े से चूक गई। उत्तर प्रदेश में भी पार्टी को बड़े नुकसान का सामना करना पड़ा, जहां पार्टी 33 सीट ही जीत सकी। अपने दम पर बीजेपी ने इस चुनाव में 240 सीटें हासिल की हैं।
टीडीपी-जेडीयू एनडीए में शामिल
नरेंद्र मोदी की अगुवाई में एनडीए ने चुनाव में 293 सीटें हासिल की हैं। नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू और चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी जैसी पार्टियां एनडीए में शामिल हैं। जेडीयू ने 12 और टीडीपी ने चुनाव में 16 सीटें जीती हैं। सभी दलों को मंत्री पद दिया गया है और मोदी कैबिनेट में जगह दी गई है।