विनोद शील
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 3 मार्च को ब्रेनस्टॉर्मिंग सेशन की तरह कैबिनेट मीटिंग हुई। इस मीटिंग में पीएम मोदी ने ‘विकसित भारत @2047 विजन डॉक्यूमेंट’ पर मंथन किया। इसके साथ ही मई 2024 में नई सरकार का गठन यानि 3.0 टर्म मिलने पर अगले 100 दिन के कार्य के रोडमैप की भी रणनीति तैयार हुई। इसके अलावा अगले पांच साल के लिए एक्शन प्लान पर भी चर्चा की गई। आगामी लोकसभा चुनाव के पहले माना जा रहा है कि मोदी कैबिनेट की इस टर्म की यह आखिरी मीटिंग थी। इसमें अलग-अलग मंत्रालयों ने अपने विचार भी रखे। इस दौरान मोदी ने अगले पांच साल और 25 वर्षों की विकास योजना पर भी चर्चा की।
यह कैबिनेट बैठक यहां चाणक्यपुरी डिप्लोमैटिक एन्क्लेव में सुषमा स्वराज भवन में आयोजित की गई थी। आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए ये कैबिनेट मीटिंग काफी अहम मानी जा रही है। सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी ने चुनाव के मद्देनजर अपने मंत्रियों और नेताओं को चुनावी तैयारियों से जुड़े कई अहम निर्देश भी दिए। बताया जा रहा है कि ‘विकसित भारत @2047’ के लिए रोडमैप में आर्थिक विकास, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस, बुनियादी ढांचा और सामाजिक कल्याण जैसे विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया है। इसके अलावा इसमें पर्यावरणीय स्थिरता और सुशासन भी शामिल हैं। इस रोडमैप का अंतिम लक्ष्य 2047 तक भारत को एक विकसित देश में बदलना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह एक विस्तृत एवं महत्वाकांक्षी पंचवर्षीय योजना है। सूत्रों का कहना है कि बैठक में मोदी सरकार की 10 साल की सफलताओं और भविष्य की प्राथमिकताओं, खासकर 2047 तक विकसित भारत बनाने के लक्ष्य पर विस्तार से चर्चा हुई। विकसित भारत का रोडमैप दो साल से अधिक की गहन तैयारी का परिणाम है। यह योजना ‘पूरे सरकार’ के दृष्टिकोण को अपनाती है। इसे सभी मंत्रालयों और राज्य सरकारों, शिक्षाविदों, उद्योग जगत, सिविल सोसायटी, वैज्ञानिक संगठनों के साथ परामर्श करके तैयार किया गया है। इसमें युवाओं के सुझावों को भी अहमियत दी गई है। बैठक में पांच सचिवों ने प्रेजेंटेशन दिया। साथ ही, कई मंत्रालयों ने भविष्य के अपने-अपने रोडमैप की जानकारी दी। केंद्रीय मंत्रियों अमित शाह, अश्विनी वैष्णव, पीयूष गोयल और हरदीप पुरी सहित अलग-अलग मंत्रियों ने ‘विकसित भारत @2047’ पर विचार-मंथन सत्र में सुझाव दिए। इसका इनपुट इकट्ठा करने के लिए, 2,700 से अधिक बैठकें, वर्कशॉप और सेमिनार आयोजित किए गए। इनमें युवाओं से 20 लाख से ज्यादा सुझाव प्राप्त हुए।
विकसित भारत @2047 के लिए दस सेक्टरों के विजन को एकीकृत तौर पर संयोजित करने की जिम्मेदारी नीति आयोग को सौंपी गई थी। इसका आखिरी टारगेट 2047 तक भारत को एक विकसित देश में बदलना है। इसे आजादी के 100वें वर्ष के साथ भी जोड़कर देखा जा रहा। वर्तमान में, भारत लगभग 3.75 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के साथ दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में विश्व में खड़ा है। ये संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन, जापान और जर्मनी के बाद पांचवें स्थान पर है।
मंत्रियों को दिए गए खास निर्देश
आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री मोदी फुल फॉर्म में नजर आ रहे हैं। जिस तरह से उन्होंने संसद सत्र के दौरान बीजेपी के 370 सीटों वाले टारगेट का एलान किया उसी तरह एनडीए को 400 पार सीटें मिलने का दावा भी किया। इसी से पीएम मोदी के दृढ़ आत्मविश्वास का पता चलता है। पीएम मोदी जिस तरह से अगली सरकार को लेकर रणनीतिक प्लान तैयार कर रहे हैं, इसमें उनका कॉन्फिडेंस साफ नजर आ रहा है। उनके स्टाइल को देखकर साफ लग रहा है कि उन्हें तीसरी बार केंद्र सरकार में आने का मौका मिल सकता है। ये हम नहीं कह रहे; जिस तरह से राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद पूरे देश में एक माहौल बना, पीएम मोदी और बीजेपी इसे कहीं से कमजोर पड़ने देना नहीं चाहते। यही वजह है कि प्रधानमंत्री ने खुद मोर्चा संभाल रखा है। वह लगातार विकास योजनाओं का शुभारंभ और शिलान्यास कर रहे हैं। यही नहीं, पीएम मोदी लगातार नए-नए एलान करते दिख रहे हैं। उसमें कहीं न कहीं जनता का सपोर्ट भी उन्हें आत्मविश्वास प्रदान कर रहा है। ऐसा ही नजारा बीते दिनों ‘भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2024’ में उनकी शिरकत के दौरान नजर आया था। जब अपने तीसरे टर्म का जिक्र पीएम मोदी ने किया था। प्रधानमंत्री के बस इतना कहते ही पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इस दौरान ‘मोदी-मोदी’ के नारे भी सुनाई दिए थे। इसके बाद पीएम मोदी ने मुस्कुराते हुए बस इतना ही कहा- ‘चलिए समझदार को इशारा काफी है।’ ये दर्शाता है कि उन्हें इस बात का कितना भरोसा है कि केंद्र में फिर उनकी ही सरकार आएगी, यानी हैट्रिक लगेगी। यही वजह है कि पीएम मोदी ने मंत्रियों, पार्टी सांसदों और नेताओं से सोच समझकर बोलने के निर्देश देते हुए कहा कि जो भी बोलें नाप-तोलकर बोलें। मंत्रियों को संयमित बयान देने की हिदायत भी दी गई। साथ ही पीएम मोदी ने लोकसभा चुनाव में जीत का मंत्र भी दिया। प्रधानमंत्री ने अधिकारियों से ‘विकसित भारत’ के लिए एक खाका तैयार करने का आग्रह किया। उन्होंने मंत्रियों को कल्याणकारी योजनाओं और विकास कार्यक्रमों पर ध्यान केंद्रित करने की भी सलाह दी।
केंद्र सरकार के सचिवों को चुनाव के दौरान आराम नहीं। अब उन्हें विकसित भारत के एजेंडे और नई सरकार के 100 दिनों का रोडमैप तैयार करना है
पीएम मोदी ने अगले पांच साल और 25 वर्षों की विकास योजना पर चर्चा करते हुए जोर देकर कहा कि चुनावों की वजह से सरकार के कामकाज को बाधित नहीं करना चाहिए। भारत को एक विकसित देश में बदलने का लक्ष्य बेहद अहम है। चुनावी मौसम के दौरान फर्जी खबरों और डीप फेक के प्रसार के खिलाफ भी उन्होंने चेतावनी दी। यह पहली बार है जब चुनाव में जाने वाली किसी सरकार ने देश के लिए दीर्घकालिक विकास योजनाओं पर चर्चा की है। प्रधानमंत्री ने अपने पार्टी जनों से राजनीतिक नेताओं से मिलते समय भी सावधानी बरतने की आवश्यकता पर जोर दिया।
– नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री