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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रोजेक्ट टाइगर के 50 साल पूरे होने पर आयोजित विशेष कार्यक्रम में शामिल होने मैसूर पहुंचे। हैट, टी-शर्ट और ट्राउजर में पीएम मोदी का लुक आकर्षक था। पीएम पहले बांदीपुर टाइगर रिजर्व पहुंचे और खुली जीप में घूमे। इसके बाद वे कर्नाटक की सीमा से लगे मुदुमलई नेशनल पार्क गए। ‘प्रोजेक्ट टाइगर’ के 50 साल पूरे होने पर पीएम मोदी ने एक मेगा इवेंट में बाघों से जुड़े लेटेस्ट आंकड़े जारी किए।
इस मौके पर स्मारक से जुड़ा एक सिक्क ा भी जारी किया गया। पीएम मोदी ने थेप्पाकडु एलिफेंट कैंप का भी दौरा किया। यहां उन्होंने एक हाथी को गन्ना खिलाया और उसे सहलाया। इसके बाद पीएम ने मुदुमलाई नेशनल पार्क में बने थेप्पाकडू हाथी शिविर का भी दौरा किया और महावतों और कांवड़ियों से बातचीत की । इस एलिफेंट पार्क का मुख्य आकर्षण हाथी रघु है। ऑस्कर विनिंग फिल्म “द एलिफेंट व्हिस्परर्स” रघु और उसे पालने वालों पर आधारित है। इसे बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्म कैटेगरी में ऑस्कर अवॉर्ड मिला है। यहां पीएम ने युगल बोमन एंड बेली से भी मुलाकात की। उन्होंने बांदीपुर टाइगर रिजर्व में जंगल सफारी का आनंद उठाया।
उन्होंने वहां बीस किलोमीटर की सफारी की। इस टाइगर रिजर्व का दौरा करने वाले वह पहले प्रधानमंत्री हैं। बांदीपुर टाइगर रिजर्व भारत के शीर्ष बाघ अभयारण्यों में शामिल है। मोदी ने संरक्षण गतिविधियों में शामिल फ्रंटलाइन फील्ड स्टाफ और स्वयं सहायता समूहों के साथ बातचीत की। पीएम रात को ही कर्नाटक पहुंच गए थे।
पीएम ने कहा, दशकों पहले भारत से चीते विलुप्त हो गए थे, हम शानदार चीतों को नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से भारत लेकर आए। कुछ दिन पहले ही कूनो नेशनल पार्क में 4 सुंदर शावकों ने जन्म लिया है।
बाघों की संख्या
देश में 2006 में बाघों की संख्या 1411, 2010 में 1706, 2014 में 2226, 2018 में 2967 और 2022 में 3167 थी।
बिग कैट्स अलायंस
पीएम मोदी ने अमृत काल विजन और इंटरनेशनल बिग कैट्स अलायंस (आईबीसीए) की नींव भी रखी। यह कई देशों का एक समूह है जहां मार्जर प्रजाति के सात जानवर जैसे बाघ, शेर, हिम तेंदुआ, जगुआर, पुमा, टाइगर, लेपर्ड पाए जाते हैं।
पीएम मोदी बोले- यह पूरी दुनिया के लिए गर्व का विषय
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘देश में बाघों के संरक्षण और उनकी सुरक्षा में प्रोजेक्ट टाइगर ने अग्रणी भूमिका निभाई है। प्रकृति की रक्षा, भारतीय संस्कृति का हिस्सा है। प्रोजेक्ट टाइगर की सफलता न सिर्फ भारत के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए गर्व का विषय है। भारत ने आजादी के 75 साल पूरे कर लिए हैं और उसी समय दुनिया के 75 प्रतिशत बाघ भारत में निवास करते हैं।’
एशियाई शेरों का इकलौता घर भारत
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘दुनिया में एशियाई शेरों का इकलौता घर भारत है। देश में शेरों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। 2015 में देश में 525 शेर थे और 2020 में बढ़कर 675 हो गए। तेंदुओं की संख्या में भी बीते चार साल में 60 फीसदी का उछाल आया है। भारत ने न सिर्फ बाघों को बचाया बल्कि उन्हें ऐसा इकोसिस्टम दिया, जिससे वे फल-फूल सकें। हमारे पास दुनिया भर की कुल जमीन का सिर्फ 2.4 फीसदी है लेकिन वैश्विक विविधता में हमारा हिस्सा 8 फीसदी है।’
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे देश में करीब 30 हजार हाथी हैं और एशियाई हाथियों की दुनिया में सबसे ज्यादा संख्या भारत में है।
टाइगर रिजर्व नौ से बढ़कर हुए 53
कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि देश में बाघों के संरक्षण की शुरुआत साल 1973 में नौ टाइगर रिजर्व क्षेत्रों के साथ हुई थी। आज इनकी संख्या 53 तक पहुंच गई है। इनमें से 23 टाइगर रिजर्व को अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिली हुई है।