विनोद शील
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भरोसे का दूसरा नाम है भारत। भारत पर दुनिया का भरोसा लगातार बढ़ रहा है। देश पर निवेशकों को भरोसा इसलिए है कि यहां स्थिर, जिम्मेदार व सुधार की दिशा में काम करने वाली सरकार है। विश्व के चिप निर्माताओं को निवेश का न्योता देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत एक भरोसेमंद साथी है। यहां सेमीकंडक्टर क्रांति की शुरुआत हो रही है। कई भारतीय व विदेशी कंपनियां और स्टार्टअप इस क्रांति का हिस्सा बन रहे हैं।
पीएम मोदी ने गुजरात के गांधीनगर में सेमीकॉन इंडिया सम्मेलन-2023 के उद्घाटन समारोह में कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना व रूस-यूक्रेन युद्ध के असर से उबर रहे विश्व को भरोसेमंद चिप आपूर्ति चेन की आवश्यकता है। इसके लिए सबसे बड़े लोकतंत्र भारत से बेहतर भरोसेमंद साथी भला कौन हो सकता है। यहां हर क्षेत्र में बुनियादी ढांचे का तेज विकास हो रहा है।
प्रतिभाओं का भंडार, कुशल इंजीनियर और डिजाइनरों की ताकत है। जब हम मेक-इन-इंडिया की बात करते हैं, तो इसमें यह भी शामिल है कि भारत के साथ दुनिया के लिए भी विनिर्माण करें।
– दुनिया 4.0 क्रांति की ओर
– लगातार बढ़ रहा दुनिया का भारत पर विश्वास
– 2026 में 64 अरब डॉलर तक पहुंचेगा देश का चिप बाजार
इस अवसर पर पीएम मोदी को केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक मोमेंटो ‘चरखा टू चिप्स’ भेंट किया जो हमारे सेमीकंडक्टर फैब, सेमीकंडक्टर लेबोरेट्री में निर्मित है तथा जो हमारे राष्ट्रीय ध्वज के रंगों से प्रेरित धागों के माध्यम से मॉर्डन डे चिप्स से जुड़कर भारत के प्रगतिशील परिर्वतन का सूचक है।
भारतीय आकांक्षाएं विकास को दे रहीं गति
पीएम ने कहा, दुनिया 4.0 (चौथी) औद्योगिक क्रांति की साक्षी बन रही है। जब भी दुनिया इस अवस्था से गुजरी है, तब उसका आधार किसी न किसी क्षेत्र के लोगों की आकांक्षाएं रही हैं। भारतीय आकांक्षाएं विकास को गति दे रही हैं। देश में भीषण गरीबी तेजी से खत्म हो रही है। बढ़ता नव-मध्य वर्ग आकांक्षाओं का पावरहाउस बन गया है। भारत में डिजिटल क्षेत्र, इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण में वृद्धि देखी जा रही है।
किसी को निरश नहीं करता भारत
पीएम मोदी ने कहा, आपने भारत की आकांक्षाओं व सामर्थ्य के साथ अपने भविष्य को जोड़ा है। भारत किसी को निराश नहीं करता। 21वीं सदी के भारत में आपके लिए अवसर ही अवसर हैं। पीएम मोदी ने कहा कि कई क्षेत्रों के लिए सेमीकंडक्टर बेहद जरूरी है। चाहे कार हो, रॉकेट हो, घर में लगा टीवी या कंप्यूटर हो, हर जगह सेमीकंडक्टर का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल हो रहा है।
वाॅशिंग मशीन व एसी जैसे घरेलू उपकरणों में भी सेमीकंडक्टर की जरूरत होती है। भारत इस मामले में लगभग पूरी तरह आयात पर निर्भर है। यही कारण है कि केंद्र सरकार इस क्षेत्र में ही नहीं, हर क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर एवं आधुनिक बनाने का प्रयास कर रही है। इस संबंध में भारत-जापान फोरम में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी कहा कि भारत की आधुनिकीकरण प्रक्रिया में जापान एक स्वाभाविक भागीदार है। जापान ने वास्तव में भारत में सुजुकी क्रांति ला दी है।
दूसरी क्रांति मेट्रो क्रांति थी वहीं, तीसरी क्रांति बन रही है, जो हाई-स्पीड रेल है। उन्होंने कहा कि जब हम उस परियोजना को पूरा करेंगे, तो लोग भारत में देखेंगे कि इसका कितना बड़ा प्रभाव पड़ा है। एस जयशंकर ने कहा कि अब चौथी क्रांति महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों और सेमी-कंडक्टर में है। भारत पर भरोसे की बात करें तो विदेशी निवेशकों ने घरेलू बाजार में अब तक का दूसरा सबसे बड़ा रिकॉर्ड निवेश किया है। चालू वित्त वर्ष में उन्होंने शुद्ध रूप से 1.48 लाख करोड़ रुपये लगाए हैं।
अब तक का सर्वाधिक निवेश 2020-21 में रहा है जो 2.74 लाख करोड़ था। जुलाई में अब तक 45,365 करोड़ लगाए गए हैं। 2014-15 में इन निवेशकों का निवेश 1.11 लाख करोड़, 2012-13 में 1.40 लाख करोड़, 2010-11 में 1.10 लाख करोड़ रहा। कैलेंडर साल में अब तक का रिकॉर्ड निवेश 1.70 लाख करोड़ 2020 में रहा। इस साल 1.21 लाख करोड़ का निवेश किया गया है।
अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर भी भारत के लिए अच्छी खबर आई है। भारत की इकोनॉमी तेज रफ्तार से भाग रही है। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) ने इस साल भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.1 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है। यह अप्रैल में जताए गए अनुमान के मुकाबले 0.2 प्रतिशत अधिक है।
स्वयं प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि इस सरकार के तीसरे कार्यकाल में भारत दुनिया की टॉप तीन अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होगा।
उन्होंने कहा कि यह मोदी की गारंटी है। पीएम मोदी के नौ साल के कार्यकाल में भारत ने दुनिया के पांच बड़े देशों को पीछे छोड़ा है। अमेरिकी इन्वेस्टमेंट बैंक मॉर्गन स्टेनली के मुताबिक 2027 तक जापान और जर्मनी को पीछे छोड़कर भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हो जाएगा। 2031 तक भारत की जीडीपी आज की 3.75 ट्रिलियन से दोगुनी यानी 7.5 ट्रिलियन डॉलर की हो जाएगी। आईएमएफ का अनुमान है कि 2027 तक भारत की जीडीपी 5.4 ट्रिलियन डॉलर हो जाएगी।
अमेरिकी इन्वेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैक की भी एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2075 तक अमेरिका को पीछे छोड़कर भारत दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हो जाएगा।