दीपक द्विवेदी
नई दिल्ली। देश में चरणबद्ध मतदान के बाद अब यह उजागर हो गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर भारतीय राजनीति के विजेता बनने जा रहे हैं। मोदी ने देश के मतदाताओं का मन ही नहीं जीता है बल्कि लोकसभा के चुनावों में भारी बहुमत से वह तीसरी बार सरकार बनाने का इतिहास भी रचने जा रहे हैं।
इस बार के लोकसभा चुनावों की सबसे खास बात यह रही है कि पूरा चुनाव ही मोदी केंद्रित रहा। यह इस तथ्य को भी प्रमाणित करता है कि ‘ब्रांड मोदी’ कितना मजबूत है। स्वयं पीएम मोदी ने भी एक साक्षात्कार में कहा है कि दो दशक के अथक परिश्रम के बाद मैंने जनता का भरोसा कमाया है जिसे आप सभी ‘ब्रांड मोदी’ के नाम से बुलाते हैं। इस चुनाव में सिर्फ़ मोदी का नाम ही लड़ने और झगड़ने का एकमात्र मुद्दा बना रहा। हर जनसभा में विपक्ष की बस एक ही तकरीर थी कि ‘मोदी आएगा तो देश को बर्बाद कर देगा जबकि भारतीय जनता पार्टी गठबंधन का विश्वास है कि मोदी रहेंगे तो देश को और मज़बूत बनाएंगे।’ दरअसल यह पूरा चुनाव ही मोदी के नाम पर लड़ा गया है। पक्ष और विपक्ष सिर्फ़ मोदी के नाम पर ही रस्साकशी करते दिखे हैं। न भाजपा का नाम, न संघ का नाम और न ही स्थायित्व का मुद्दा; सिर्फ़ नरेन्द्र मोदी और विकास, इन दो मुद्दों पर ही देश का चुनाव केंद्रित रहा है।
2024 के इस चुनाव में अन्य नेताओं, पार्टी, मुद्दों तथा नीतियों पर भी मोदी का नाम ज्यादा भारी रहा। इसके अलावा यह भी देखने को मिला कि तथाकथित गठबंधन के बाद भी अनेक स्थानों पर पूरा विपक्ष बिखरा नजर आया। यही नहीं, कई राज्यों में तो ये आपस में ही एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव मैदान में डटे नजर आए। 25 करोड़ से अधिक लोगों को गरीबी से उबारने, 51 करोड़ से ज्यादा को रोजगार और आर्थिक मोर्चे पर भारत की धाक के सशक्त तथ्यों की काट विपक्ष खोजने में नाकाम रहा। अंतरराष्ट्रीय संगठन भी किसी न किसी रूप में पीएम मोदी का गुणगान करते नजर आए। उनमें भी यही विश्वास प्रबल दिखा कि तिबारा मोदी की सरकार बनने में कोई दोराय नहीं है।
– युवाओं के कल्याण पर रहेगा फोकस
– भारतीय राजनीति के विजेता बने मोदी
– भाजपा का आंकड़ा होगा 400 पार : शाह
सभी जानते हैं कि भाजपा ‘अबकी बार 400 पार’ के नारे के साथ चुनाव मैदान में उतरी है। मतदान के सभी चरण होने के बाद चुनावी रणनीतिकारों का मानना है कि विपक्ष चाहे जो कयास लगाए; पीएम मोदी का विजय रथ बेरोक-टोक सत्ता के लक्ष्य तक पहुंच जाएगा।
स्वयं पीएम मोदी भी अपनी सरकार के तीसरे टर्म के प्रति पूर्ण रूप से आश्वस्त हैं। यही कारण है कि गत 15 अगस्त को ही उन्होंने लालकिले के प्राचीर से घोषणा कर दी थी कि 2024 में भी वे ही ध्वजारोहण करेंगे।
यही नहीं; पीएम मोदी ने तो अपने तीसरे कार्यकाल का 100 दिन का एजेंडा भी पहले से ही तैयार कर रखा है जिसे अब वह 125 दिन तक बढ़ा चुके हैं। पीएम मोदी ने कहा- 2014 में मैंने सौ दिन के लिए सोचा। 2019 में भी यह देखा, ग्लोबल चीजों की तरफ थोड़ा ध्यान दिया पर 2024 के लिए मेरी सोच थोड़ी लंबी है। पिछले पांच सालों में 20 लाख से ज्यादा लोगों से इनपुट लिए हैं और उनके आधार पर 2047 का एक विजन डॉक्यूमेंट बना कर पांच साल एवं प्रथम 100 दिन का रोडमैप बनाया। हालांकि अब मन में नया विचार है कि 100 नहीं 125 दिन का प्लान होना चाहिए। फर्स्ट टाइम वोटर या युवा पीढ़ी के एस्पिरेशन को महसूस करते हुए प्लान में 25 दिन और जोड़ना चाहता हूं जिनमें पूरी तरह यूथ के कल्याण पर फोकस होगा। तीसरे टर्म के संबंध में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से एक समाचार एजेंसी ने पूछा कि अगर भाजपा बहुमत का आंकड़ा नहीं जुटा पाती है तो पार्टी का ‘प्लान बी’ क्या होगा; तो शाह बोले कि ‘प्लान बी’ बनाने की जरूरत तब होती है, जब ‘प्लान ए’ के सफल होने की संभावना 60 फीसद से कम हो। हमें यकीन है कि पीएम मोदी प्रचंड बहुमत के 400 का आंकड़ा पार कर फिर सत्ता में आएंगे। इस तथ्य में कोई दो राय नहीं है कि भारत की जनता भी मोदी पर भरोसा करती है। ऐसा लगता है कि तमाम कोशिशों के बाद भी विपक्ष पीएम मोदी में जनता के विश्वास को हिलाने में बुरी तरह विफल रहा है क्योंकि मोदी ने जो कहा, उसे पूरा भी किया। तीन तलाक, कश्मीर से 370 हटाना, महिला आरक्षण बिल और न जाने कितने अन्य तथ्य इसकी पुष्टि करते हैं तथा वह आगे की भी गारंटी देते हैं। इसके अलावा चुनावी रणनीतिकार से नेता बने जन सुराज के मुखिया प्रशांत किशोर का भी मत है कि 2024 का चुनाव परिणाम पिछले जैसा ही रह सकता है। “भाजपा को मत प्रतिशत में अप्रत्याशित वृद्धि के साथ पूर्व और दक्षिण में सीटें मिल रही हैं। पश्चिम बंगाल, ओडिशा और तेलंगाना में भगवा पार्टी की सीटें बढ़ेंगी। उत्तर व पश्चिम में भाजपा की सीटों में गिरावट नहीं दिख रही और 300 बरकरार रहने की पूरी संभावना है। विपक्ष गलत रणनीतियों के कारण अपने अवसरों को गवां चुका है।
दो दशकों से जनता के भरोसे का फल : पीएम
पीएम मोदी ने पीटीआई से साक्षात्कार में कहा है कि ब्रांड मोदी की धारणा उनके दो दशकों से अधिक के सार्वजनिक जीवन में हासिल किए गए लोगों के विश्वास का परिणाम है। पीएम मोदी ने खुद को एक कर्ता बताते हुए कहा कि वह 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए जो भी करना होगा वह करेंगे। मैं कुछ बनने नहीं, करने के लिए पैदा हुआ हूं। मेरा मिशन 2047 तक देश को विकसित भारत बनाना है। मुझे कुछ करना है और इसे हासिल करने के लिए जो कुछ भी करना पड़े मैं करता रहूंगा।
दीपक द्विवेदी
नई दिल्ली। देश में चरणबद्ध मतदान के बाद अब यह उजागर हो गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर भारतीय राजनीति के विजेता बनने जा रहे हैं। मोदी ने देश के मतदाताओं का मन ही नहीं जीता है बल्कि लोकसभा के चुनावों में भारी बहुमत से वह तीसरी बार सरकार बनाने का इतिहास भी रचने जा रहे हैं।
इस बार के लोकसभा चुनावों की सबसे खास बात यह रही है कि पूरा चुनाव ही मोदी केंद्रित रहा। यह इस तथ्य को भी प्रमाणित करता है कि ‘ब्रांड मोदी’ कितना मजबूत है। स्वयं पीएम मोदी ने भी एक साक्षात्कार में कहा है कि दो दशक के अथक परिश्रम के बाद मैंने जनता का भरोसा कमाया है जिसे आप सभी ‘ब्रांड मोदी’ के नाम से बुलाते हैं। इस चुनाव में सिर्फ़ मोदी का नाम ही लड़ने और झगड़ने का एकमात्र मुद्दा बना रहा। हर जनसभा में विपक्ष की बस एक ही तकरीर थी कि ‘मोदी आएगा तो देश को बर्बाद कर देगा जबकि भारतीय जनता पार्टी गठबंधन का विश्वास है कि मोदी रहेंगे तो देश को और मज़बूत बनाएंगे।’ दरअसल यह पूरा चुनाव ही मोदी के नाम पर लड़ा गया है। पक्ष और विपक्ष सिर्फ़ मोदी के नाम पर ही रस्साकशी करते दिखे हैं। न भाजपा का नाम, न संघ का नाम और न ही स्थायित्व का मुद्दा; सिर्फ़ नरेन्द्र मोदी और विकास, इन दो मुद्दों पर ही देश का चुनाव केंद्रित रहा है।
2024 के इस चुनाव में अन्य नेताओं, पार्टी, मुद्दों तथा नीतियों पर भी मोदी का नाम ज्यादा भारी रहा। इसके अलावा यह भी देखने को मिला कि तथाकथित गठबंधन के बाद भी अनेक स्थानों पर पूरा विपक्ष बिखरा नजर आया। यही नहीं, कई राज्यों में तो ये आपस में ही एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव मैदान में डटे नजर आए। 25 करोड़ से अधिक लोगों को गरीबी से उबारने, 51 करोड़ से ज्यादा को रोजगार और आर्थिक मोर्चे पर भारत की धाक के सशक्त तथ्यों की काट विपक्ष खोजने में नाकाम रहा। अंतरराष्ट्रीय संगठन भी किसी न किसी रूप में पीएम मोदी का गुणगान करते नजर आए। उनमें भी यही विश्वास प्रबल दिखा कि तिबारा मोदी की सरकार बनने में कोई दोराय नहीं है।
– युवाओं के कल्याण पर रहेगा फोकस
– भारतीय राजनीति के विजेता बने मोदी
– भाजपा का आंकड़ा होगा 400 पार : शाह
सभी जानते हैं कि भाजपा ‘अबकी बार 400 पार’ के नारे के साथ चुनाव मैदान में उतरी है। मतदान के सभी चरण होने के बाद चुनावी रणनीतिकारों का मानना है कि विपक्ष चाहे जो कयास लगाए; पीएम मोदी का विजय रथ बेरोक-टोक सत्ता के लक्ष्य तक पहुंच जाएगा।
स्वयं पीएम मोदी भी अपनी सरकार के तीसरे टर्म के प्रति पूर्ण रूप से आश्वस्त हैं। यही कारण है कि गत 15 अगस्त को ही उन्होंने लालकिले के प्राचीर से घोषणा कर दी थी कि 2024 में भी वे ही ध्वजारोहण करेंगे।
यही नहीं; पीएम मोदी ने तो अपने तीसरे कार्यकाल का 100 दिन का एजेंडा भी पहले से ही तैयार कर रखा है जिसे अब वह 125 दिन तक बढ़ा चुके हैं। पीएम मोदी ने कहा- 2014 में मैंने सौ दिन के लिए सोचा। 2019 में भी यह देखा, ग्लोबल चीजों की तरफ थोड़ा ध्यान दिया पर 2024 के लिए मेरी सोच थोड़ी लंबी है। पिछले पांच सालों में 20 लाख से ज्यादा लोगों से इनपुट लिए हैं और उनके आधार पर 2047 का एक विजन डॉक्यूमेंट बना कर पांच साल एवं प्रथम 100 दिन का रोडमैप बनाया। हालांकि अब मन में नया विचार है कि 100 नहीं 125 दिन का प्लान होना चाहिए। फर्स्ट टाइम वोटर या युवा पीढ़ी के एस्पिरेशन को महसूस करते हुए प्लान में 25 दिन और जोड़ना चाहता हूं जिनमें पूरी तरह यूथ के कल्याण पर फोकस होगा। तीसरे टर्म के संबंध में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से एक समाचार एजेंसी ने पूछा कि अगर भाजपा बहुमत का आंकड़ा नहीं जुटा पाती है तो पार्टी का ‘प्लान बी’ क्या होगा; तो शाह बोले कि ‘प्लान बी’ बनाने की जरूरत तब होती है, जब ‘प्लान ए’ के सफल होने की संभावना 60 फीसद से कम हो। हमें यकीन है कि पीएम मोदी प्रचंड बहुमत के 400 का आंकड़ा पार कर फिर सत्ता में आएंगे। इस तथ्य में कोई दो राय नहीं है कि भारत की जनता भी मोदी पर भरोसा करती है। ऐसा लगता है कि तमाम कोशिशों के बाद भी विपक्ष पीएम मोदी में जनता के विश्वास को हिलाने में बुरी तरह विफल रहा है क्योंकि मोदी ने जो कहा, उसे पूरा भी किया। तीन तलाक, कश्मीर से 370 हटाना, महिला आरक्षण बिल और न जाने कितने अन्य तथ्य इसकी पुष्टि करते हैं तथा वह आगे की भी गारंटी देते हैं। इसके अलावा चुनावी रणनीतिकार से नेता बने जन सुराज के मुखिया प्रशांत किशोर का भी मत है कि 2024 का चुनाव परिणाम पिछले जैसा ही रह सकता है। “भाजपा को मत प्रतिशत में अप्रत्याशित वृद्धि के साथ पूर्व और दक्षिण में सीटें मिल रही हैं। पश्चिम बंगाल, ओडिशा और तेलंगाना में भगवा पार्टी की सीटें बढ़ेंगी। उत्तर व पश्चिम में भाजपा की सीटों में गिरावट नहीं दिख रही और 300 बरकरार रहने की पूरी संभावना है। विपक्ष गलत रणनीतियों के कारण अपने अवसरों को गवां चुका है।
दो दशकों से जनता के भरोसे का फल : पीएम
पीएम मोदी ने पीटीआई से साक्षात्कार में कहा है कि ब्रांड मोदी की धारणा उनके दो दशकों से अधिक के सार्वजनिक जीवन में हासिल किए गए लोगों के विश्वास का परिणाम है। पीएम मोदी ने खुद को एक कर्ता बताते हुए कहा कि वह 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए जो भी करना होगा वह करेंगे। मैं कुछ बनने नहीं, करने के लिए पैदा हुआ हूं। मेरा मिशन 2047 तक देश को विकसित भारत बनाना है। मुझे कुछ करना है और इसे हासिल करने के लिए जो कुछ भी करना पड़े मैं करता रहूंगा।