नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कहना है कि धर्म या जाति के आधार पर पूर्वाग्रह उनकी सरकार के लिए ‘सवाल से बाहर’ है। उन्होंने प्रतिष्ठित मुसलमानों के एक समूह के बीच में यह कहा था। उनका यह आश्वासन कि ‘सभी समुदायों के साथ समान व्यवहार किया जाता है’ एक खास महत्व रखता है। प्रधानमंत्री होने के नाते किसी भी नागरिक को, चाहे वह किसी भी धर्म का हो, असुरक्षित महसूस नहीं करना चाहिए के प्रश्न के जवाब में पीएम मोदी ने कहा था कि ‘हम सभी समुदायों के साथ समान व्यवहार करते हैं। हम धर्म या जाति के आधार पर किसी भी पूर्वाग्रह में विश्वास नहीं करते’।
सत्ता में आने के बाद भी पीएम मोदी ने कहा था कि उनकी सरकार सभी समुदायों के साथ समान व्यवहार करेगी। लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत सद्भाव और सौहार्द है। इस बात पर जोर देते हुए कि सरकार को नागरिकों के बीच भेदभाव करने का कोई अधिकार नहीं है, पीएम ने कहा कि भारत की विशेषता इसकी विविधता में एकता रही है। यह भावना पीएम मोदी के आचरण में भी झलकती है जब वे हर धर्म के कार्यक्रम में समान भाव से शिरकत करते हैं। पीएम मोदी ईस्टर के मौके पर रविवार 9 अप्रैल को दिल्ली के सेक्रेड हार्ट कैथेड्रल चर्च पहुंचे। वहां पादरियों ने शॉल ओढ़ाकर उनका स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने मोमबत्ती जलाकर प्रार्थना की। उन्होंने परिसर में पौधा भी लगाया। इससे पहले दिन में मोदी ने ट्वीट किया, ईस्टर की शुभकामनाएं। यह विशेष अवसर हमारे समाज में सद्भाव की भावना को गहरा करेगा।
गुजरात के पंचमहल जिले में स्थित प्रसिद्ध महाकाली मंदिर के ऊपर बनी दरगाह को उसकी देखरेख करने वालों की सहमति से ट्रांसफर किए जाने के बाद जब पीएम मोदी ने करीब 500 साल बाद मंदिर के शिखर पर पताका फहराई, तब कहा कि आज सदियों बाद पावागढ़ मंदिर में एक बार फिर से शिखर पर ध्वज फहरा रहा है। यह ध्वज केवल हमारी आस्था और अध्यात्म का ही प्रतीक नहीं है, इस बात का भी प्रतीक है कि सदियां बदलती हैं, युग बदलते हैं, लेकिन आस्था का शिखर शाश्वत रहता है।
पीएम मोदी धर्म के नाम पर भेदभाव नहीं करते। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे जम्मू कश्मीर के कद्दावर नेता गुलाम नबी आजाद भी कहते हैं कि मैंने उनको किसी भी मुद्दे पर, चाहे वह आर्टिकल 370 हो या फिर सीएए अथवा हिजाब का मुद्दा, पीएम मोदी को कभी नहीं बख्शा लेकिन उन्होंने कभी बदले की भावना से काम नहीं किया। वीपी सिंह की सरकार में देश के पहले मुस्लिम केंद्रीय गृहमंत्री रह चुके पीडीपी नेता मुफ्ती मुहम्मद सईद ने पीएम मोदी को सबसे बड़ा धर्मनिरपेक्ष नेता कहा था। यही कारण है कि दुनिया भी पीएम मोदी की कायल है।
अमेरिकी पत्रिका ‘डिप्लोमैट’ में प्रकाशित लेख के अनुसार तो चीनी लोगों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आदरपूर्वक ‘मोदी लाओक्सियन’ कहा जाता है, जिसका अर्थ है ‘मोदी अमर हैं।’ मोदी ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ और बिना किसी भेदभाव के सबका विकास के आदर्श वाक्य के प्रति अपनी सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए कहते हैं ‘मां काली मुझे भी आशीर्वाद दो कि मैं और अधिक ऊर्जा के साथ, और अधिक त्याग और समर्पण के साथ देश के जन-जन का सेवक बनकर उनकी सेवा करता रहूं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने तेजपुर वायु सेना स्टेशन से सुखोई 30 एमकेआई लड़ाकू विमान में चीन सीमा के पास ऐतिहासिक उड़ान भरी। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा, अब हम जमीन, आसमान और समुद्र की सुरक्षा करने में सक्षम हैं।