ब्लिट्ज ब्यूरो
गांधीनगर । भारत वैश्विक मूल्य श्रृंखला में भरोसेमंद व अग्रणी भागीदार बनने के लिए सेमीकंडक्टर के विनिर्माण से लेकर डिजाइन पर भारी जोर दे रहा है। इस वजह से फॉक्सकॉन के अलावा अन्य बड़ी विदेशी कंपनियां भी भारत के सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र में दिलचस्पी दिखा रही हैं।
इस कड़ी में आगे बढ़ते हुए एक ओर जहां सेमीकंडक्टर बनाने वाली अमेरिकी कंपनी माइक्रोन टेक्नोलॉजी 2.75 अरब डॉलर की लागत से गुजरात में देश का पहला चिप विनिर्माण प्लांट लगाने वाली है, वहीं अमेरिका की ही एक और बहुराष्ट्रीय सेमीकंडक्टर निर्माता कंपनी एडवांस्ड माइक्रो डिवाइसेज (एएमडी) ने भी भारत में अगले 5 साल में 40 करोड़ डॉलर (करीब 3,300 करोड़ रुपये) के निवेश करने की घोषणा की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में गांधीनगर में हो रही सेमीकॉन इंडिया कॉन्फ्रेंस-2023 में माइक्रोन टेक्नोलॉजी के सीईओ संजय मेहरोत्रा ने कहा कि कंपनी गुजरात में भारत का पहला सेमीकंडक्टर विनिर्माण प्लांट लगाने के लिए तैयार है। इससे आने वाले वर्षों में कुल 20,000 रोजगार पैदा होंगे। इनमें 5,000 प्रत्यक्ष और 15,000 अप्रत्यक्ष नौकरियां शामिल हैं। इस संयंत्र से विदेशी मांग को भी पूरा किया जाएगा।
उन्होंने कहा, इस निवेश से अन्य क्षेत्रों में निवेश को बढ़ावा मिलने के साथ चिप क्षेत्र में विनिर्माण-रोजगार सृजन में वृद्धि होने की उम्मीद है।
भारतीय टैलेंट पूल पर पूर्ण भरोसा : एएमडी
एएमडी के कार्यकारी उपाध्यक्ष मार्क पेपरमास्टर ने कहा, हमने 2001 में दिल्ली में अपना पहला कार्यालय शुरू किया था। चंद कर्मचारियों के साथ शुरू कार्यालय में 6,500 इंजीनियर और अन्य स्टाफ काम कर रहे हैं। कंपनी ने भारत में अपना कार्य क्षेत्र लगातार बढ़ाया है। इसे मजबूत आधार देकर स्थापित करने में स्थानीय नेतृत्व और उच्च कौशल वाले प्रतिभाओं ने अहम योगदान दिया है। उन्होंने कहा, वह भारत के सेमीकंडक्टर मिशन को सहयोग देते हुए नवाचार बढ़ाने के लिए काम करते रहेंगे।
इसी साल शुरू होगा नया परिसर
बंगलुरू में एएमडी का नया परिसर इसी साल के अंत तक शुरू हो जाएगा। इसमें विस्तृत प्रयोगशाला, अत्याधुनिक तकनीक आधारित सहयोग के माध्यम और टीम वर्क को बढ़ाने के लिए इंजीनियरों के बैठने की विशिष्ट व्यवस्थाएं होंगी। इसे मिलाकर भारत में कंपनी के 10 कार्यालय हो जाएंगे।