ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश और देश के राजनीतिक परिदृश्य में मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का पतन इस लोकसभा चुनाव में भी जारी रहा, क्योंकि पार्टी एक भी सीट नहीं जीत सकी। बसपा ने देश भर में 424 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें उत्तर प्रदेश की 79 सीटें भी शामिल थीं।
उत्तर प्रदेश में जहां पिछले लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के साथ गठबंधन में बसपा ने 10 सीटें जीती थीं, इस बार पार्टी अधिकांश सीटों पर तीसरे या चौथे स्थान पर रही। मतगणना के दिन शाम 6 बजे, राष्ट्रीय स्तर पर बीएसपी का वोट शेयर केवल 2 प्रतिशत था, जो 2019 के वोट शेयर का लगभग आधा था। यूपी में बीएसपी का वोट शेयर घटकर 9.38 प्रतिशत रह गया। यह 2022 के विधानसभा चुनाव के 12.88 प्रतिशत वोट शेयर की तुलना में 3 प्रतिशत से अधिक की गिरावट दिखा रहा है। पार्टी ने तब केवल एक विधानसभा सीट जीती थी। पिछले तीन दशक में यह दूसरा मौका है जब बीएसपी को लोकसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं मिली है।