ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। लोकसभा के चौथे दौर के चुनाव में दम दिखाने को उतरे दावेदार अब आधे से भी कम रह गए हैं। 10 राज्यों में 96 सीटों के लिए 13 मई को होने वाले चुनाव में 4264 दावेदारों ने उम्मीदवारी के लिए नामांकन दाखिल किया था, लेकिन नामांकन पत्रों की जांच और नाम वापसी के बाद अब सिर्फ 1717 उम्मीदवार मैदान में रह गए हैं। लिहाजा चौथे चरण के चुनाव में मुकाबला बस इन्हीं उम्मीदवारों के बीच रह गया है।
– जांच व नाम वापसी के बाद शेष रह गए 1717
– तेलंगाना में 17 सीटों के लिए सर्वाधिक 525 उम्मीदवार
हर चुनाव में दम दिखाने वाले दावेदारों की कमी नहीं रहती। बहुत से ऐसे दावेदार भी होते हैं, जो नामांकन तो कर देते हैं, लेकिन उनमें से बहुत से नामांकन पत्र कुछ कमियों के कारण जांच में निरस्त हो जाते हैं या कुछ खुद ही अपना नाम वापस ले लेते हैं। फिलहाल लोकसभा के चौथे चरण के चुनाव के लिए उम्मीदवारों की अंतिम सूची तैयार हो गई है। 4264 नामांकनों में से 1970 ही वैध पाए गए। उनमें से भी 253 दावेदारों ने नामांकन वापस ले लिए।
चुनाव आयोग के अनुसार चौथे चरण के चुनाव में सबसे अधिक तेलंगाना की 17 लोकसभा सीटों के लिए 1488 दावेदारों ने पर्चा भरा था। इनमें से 625 नामांकन जांच में रद हो गए। नाम वापसी के बाद यहां 525 उम्मीदवार मैदान में रह गए हैं। इसी तरह से आंध्र प्रदेश में 25 लोकसभा सीटों के लिए 1103 नामांकन दाखिल किए गए थे। इनमें से तेलंगाना की मलकाजगिरि संसदीय सीट के लिए सर्वाधिक 177 नामांकन दाखिल किए गए, जबकि इसी राज्य में नलगौंडा और भोनगिर संसदीय क्षेत्र में 114-114 नामांकन दाखिल किए गए थे।