ब्लिट्ज ब्यूरो
टोक्यो। सेहतमंद रहने के लिए हंसना जरूरी है। कहते हैं कि हंसना किसी दवा से कम नहीं। कोरोना महामारी के दौरान जापान की जनता हंसना भूल गई थी लेकिन अब यहां ठहाके लगाने के लिए नियम बनाए गए हैं। इसके अनुसार, यहां के लोगों को दिन में कम से कम एक बार खुलकर ठहाके लगाने होंगे।
उत्तरी जापान के यामागाटा प्रांत ने अध्यादेश पारित किया। इनका मानना है कि हंसने से दिल के दौरे का खतरा कम हो जाता है। दरअसल यामागाटा यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन की टीम ने पिछले दिनों अध्ययन किया था, जिसमें कहा गया कि इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि हंसी से दिल मजबूत होता है और स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है। इसके बाद पिछले हफ्ते जापान में अध्यादेश पारित कर नियम बनाए गए। यह नियम पांच साल पहले जर्नल ऑफ एपिडेमियोलॉजी में प्रकाशित एक वैज्ञानिक पेपर पर आधारित है।
हंसने की ट्रेनिंग
पिछले साल जापान के लोग हंसने की ट्रेनिंग ले रहे थे। वहां लोग कोराना की वजह से हंसना भूल गए थे क्योंकि वे हर समय मास्क पहने रहते थे। यहां तक कि उन्होंने पिछले साल हॉलीवुड स्टाइल में हंसने का प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया था।
बनाए गए ऐसे नियम
यामागाटा के लोगों के लिए निर्धारित किए गए नियम के अनुसार उन्हें दिन में एक बार हंसना जरूरी है। साथ ही ऑफिस में भी हंसी-मजाक का वातावरण बनाए रखने के निर्देश हैं। महीने के आठवें दिन को हंसने का दिन घोषित किया गया है। इस दिन लोग अधिक तेजी से हंसने को बढ़ावा देंगे।