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नई दिल्ली। यमन में ‘ऑपरेशन राहत’ से लेकर ‘ऑपरेशन कावेरी’ तक, भारत ने तेजी से बचाव अभियान चलाने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है। भारत सरकार ने कई सफल मिशन शुरू किए , जिनका उद्देश्य अन्य देशों में फंसे अपने नागरिकों को बचाना और वापस लाना रहा, चाहे वह प्राकृतिक आपदाओं, संघर्षों या अन्य संकटों के कारण हो।
सूडान से भारतीयों को निकालने के लिए वायुसेना और नौसेना ने संयुक्त रूप से ‘ऑपरेशन कावेरी’ चलाया और हजारों भारतीयों को सुरक्षित निकाला। भारत सरकार के सफल ऑपरेशनों का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है-
ऑपरेशन ‘दोस्त’
6 फरवरी को तुर्किये और सीरिया में आए 7.8 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप ने हजारों लोगों की जान ले ली थी। लाखों लोग बेघर हुए थे। इस संकट के समय में तुर्किये और सीरिया में भारत ने मदद पहुंचाई थी। दोनों देशों में पीड़ितों की मदद के लिए भारतीय वायु सेना ने ‘ऑपरेशन दोस्त’ चलाया था। एयरफोर्स ने तुर्किये-सीरिया को भारी मात्रा में राहत-सामग्री भेजी थी। भारतीय सेना ने आपदा आने के केवल 12 घंटों के भीतर लगभग 7 करोड़ रुपये की राहत सामग्री के साथ अपने बचाव दलों को जुटाया।
ऑपरेशन ‘गंगा’
रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए 2022 में ‘ऑपरेशन गंगा’ शुरू किया गया था। इस दौरान सफल ऑपरेशन के माध्यम से हजारों भारतीयों को यूक्रेन से सकुशल निकाला था। साथ ही यूक्रेन को मानवीय सहायता भी पहुंचाई गई थी। भारतीय नागरिकों को रोमानिया, हंगरी, पोलैंड, मोल्दोवा और स्लोवाकिया से भी लाया गया था।
ऑपरेशन ‘देवी शक्ति’
अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता पर काबिज होने के बाद वहां फंसे भारतीयों को निकालने के लिए ‘ऑपरेशन देवी शक्ति’ अभियान चलाया गया था। अफगानिस्तान में फंसे हजारों भारतीयों को स्वदेश वापस लाया गया था। बता दें कि 15 अगस्त 2021 को तालिबान ने अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्जा कर लिया था।
ऑपरेशन ‘मैत्री’
भारतीय वायु सेना ने 2015 में नेपाल में आए विनाशकारी भूकंप के बाद मैत्री अभियान शुरू किया था। वायु सेना ने इसके तहत हजारों भारतीयों काे नेपाल से सुरक्षित निकाला था।
ऑपरेशन ‘राहत’
2015 में जब यमन में गृह युद्ध शुरू हुआ तो वहां हजारों भारतीय फंस गए थे। इस दौरान सऊदी अरब ने नो-फ्लाई जोन की घोषणा कर दी थी। जिसके बाद भारत सरकार ने ‘ऑपरेशन राहत’ चलाया था। वायु सेना ने हजारों भारतीयों को सुरक्षित निकाला था।
ऑपरेशन ‘कुवैत’
इराक के तानाशाह सद्दाम हुसैन ने 1990 में कुवैत पर हमला कर दिया था। इसके बाद कुवैत में लाखों भारतीय फंस गए थे। उस समय भारत सरकार ने ‘ऑपरेशन कुवैत’ चलाया था। इस ऑपरेशन के जरिए 1 लाख 70 हजार भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकाला गया था।
ऑपरेशन ‘संकट मोचन’
भारतीय वायु सेना द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन संकट मोचन’ का उद्देश्य 2016 में गृहयुद्ध के बीच दक्षिण सूडान से भारतीय और अन्य विदेशी नागरिकों को निकालना था। देश में लगभग 600 भारतीय फंसे हुए थे, जिनमें से लगभग 450 जुबा और अन्य में थे। नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए यह मिशन एक महत्वपूर्ण प्रयास था।