ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। इन्फैंट्री कमांडरों के सम्मेलन में बल को पारंपरिक युद्ध और भविष्य की चुनौती के अनुरूप तैयार करने पर जोर दिया गया है। इन्फैंट्री (पैदल सेना) के आधुनिकीकरण को तेज करने का निर्णय लिया गया है। महू में इन्फैंट्री कमांडरों का 37वां द्विवार्षिक सम्मेलन हाइब्रिड तरीके से आयोजित किया गया। इसकी अध्यक्षता थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने की। सम्मेलन में संचालन, प्रशिक्षण, क्षमता विकास और प्रौद्योगिकी के समावेशन में इन्फैंट्री से संबंधित मौजूदा और भविष्य के मुद्दों के बारे में चर्चा की गई। पारंपरिक युद्ध परिदृश्य, उग्रवाद व आतंकवाद विरोधी अभियानों में इन्फैंट्री की क्षमताओं की समीक्षा करते हुए भविष्य की चुनौतियों के अनुरूप क्षमता को और बढ़ाने के बारे में जरूरी निर्णय लिए गए।