ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। जी20 मीटिंग के पहले दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विदेशी मेहमानों के लिए डिनर होस्ट किया। इस दौरान कई देशों के मेहमान ट्रेडिशनल ड्रेस में पहुंचे। मॉरीशस के पीएम प्रविंद जुगनौथ की पत्नी कोबिता और जापान के पीएम फुमियो किशिदा की पत्नी युको किशिदा साड़ी में दिखीं।
इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (आईएमएफ) की एमडी क्रिस्टलिना जॉर्जीवा वॉयलेट कलर के सलवार-कुर्ते में तो डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्ट गीता गोपीनाथ रॉयल ब्लू साड़ी में डिनर में शामिल हुईं ं। इसके अलावा भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री जयशंकर की पत्नी क्योको पीली साड़ी में पहुंचीं।
डिनर के लिए भारत मंडपम पहुंचे मेहमानों का स्वागत नालंदा यूनिवर्सिटी के बैकग्राउंड के सामने किया गया। पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता को नालंदा यूनिवर्सिटी के इतिहास के बारे में बताया। डिनर में राष्ट्राध्यक्षों, डेलीगेट्स, भारत के कई राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्रीय और राज्य मंत्रियों समेत लगभग 300 लोग शामिल हुए।
डिनर के दौरान जापान के पीएम फुमियो किशिदा की पत्नी युको किशिदा (सबसे दाएं) हरी साड़ी पहने नजर आईं। डिनर के दौरान आए मेहमानों के सामने कलाकारों ने वाद्य यंत्रों से प्रस्तुति दी, वॉयलिन भी बजाया।
डिनर मेन्यू में सभी वेजिटेरियन यानी शाकाहारी डिश शामिल की गईं। डिनर का मेन्यू ‘वसुधैव कुटुंबकम ्’ एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य की भावना को समर्पित किया गया। इसमें कश्मीरी कहवा, दार्जीलिंग की चाय, मुंबई पाव, अंजीर-आडू मुरब्बा सहित देश की कई मशहूर डिश को शामिल किया गया। मेन्यू में मिलेट्स से बनी डिश भी शामिल की गईं।
मोदी ने बताई कोणार्क चक्र की खासियत
पीएम मोदी भारत मंडपम में जिस जगह मेहमानों का स्वागत कर रहे थे, उस के बैंकग्राउड में कोणार्क चक्र बना हुआ था। जब पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का स्वागत किया तो उनसे हाथ मिलाने के बाद पीएम मोदी कोणार्क चक्र के बारे में बताते हुए भी दिखे।
देश की विरासत नालंदा विवि
जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान जब भारत मंडपम में राष्ट्रपति मुर्मू और प्रधानमंत्री मोदी रात्रिभोज के लिए अतिथियों का स्वागत कर रहे थे तो वहां उनके ठीक पीछे बिहार स्थित नालंदा विश्वविद्यालय की छवि दिखाई दे रही थी। प्रधानमंत्री को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक सहित जी20 के नेताओं को नालंदा विश्वविद्यालय के महत्व के बारे में समझाते हुए भी देखा गया। अधिकारियों ने कहा कि यह दुनिया के सबसे शुरुआती अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों में से एक के रूप में प्रतिष्ठित, भारत की उन्नत शैक्षिक खोज की स्थायी भावना और भारत की जी20 प्रेसीडेंसी थीम, वसुधैव कुटुंबकम के अनुरूप एक सामंजस्यपूर्ण विश्व समुदाय बनाने की प्रतिबद्धता का जीवंत प्रमाण है।