ब्लिट्ज ब्यूरो
होंगझोउ। भारतीय पैरा खिलाड़ियों ने इतिहास रचकर हांगझोउ पैरा एशियाई खेलों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 111 पदक जीते। भारतीय पैरा खिलाड़ियों ने 29 स्वर्ण, 31 रजत और 51 कांस्य जीते। इससे पहले 23 सितंबर से आठ अक्टूबर तक हुए हांगझोउ एशियाई खेलों में भारत ने 107 पदक जीते थे। भारत पदक तालिका में पांचवें स्थान पर रहा। चीन ने 521 पदक (214 स्वर्ण, 167 रजत और 140 कांस्य) जीते जबकि ईरान ने 44 स्वर्ण, 46 रजत और 41 कांस्य अपने नाम किए ।
जापान तीसरे और कोरिया चौथे स्थान पर रहा। पहले पैरा एशियाई खेल 2010 में ग्वांग्झू में हुए थे जिसमें भारत 14 पदक जीतकर 15वें स्थान पर रहा था। इसके बाद 2014 में भारत 15वें और 2018 में नौवें स्थान पर रहा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में एशियाई पैरा गेम्स में पदक विजेता खिलाड़ियों से मुलाकात कर उनकी हौसला अफजाई की। इस दौरान स्वर्ण पदक जीतने वाले यूपी के आईएएस एवं नोएडा में डीएम रहे सुहास एलवाई को पीएम ने देश और प्रदेश के लिए उपलब्धि अर्जित करने पर सम्मानित किया।
भारत ने 2010 दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में पहली बार 100 से अधिक (101) पदक जीते थे। भारतीय पैरालम्पिक समिति की अध्यक्ष दीपा मलिक ने कहा,‘हमने इतिहास रच दिया। हमारे पैरा एथलीटों ने देश को गौरवान्वित किया है। अब पेरिस पैरालम्पिक में टोक्यो से अधिक पदक जीतेंगे।
भारतीय खिलाड़ियों ने सर्वाधिक 55 पदक एथलेटिक्स में पाए जबकि बैडमिंटन खिलाड़ियों ने चार स्वर्ण समेत 21 पदक जीते। शतरंज में आठ और तीरंदाजी में सात पदक मिले जबकि निशानेबाजों ने छह पदक जीते।