ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि भारत को 2047 तक विकसित देश बनाने के लिए सरकार का चार ‘आई’ पर ध्यान केंद्रित है। इनमें इन्फ्रास्ट्रक्चर, इन्वेस्टमेंट, इनोवेशन और इंक्लूसिवनेस शामिल हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से निर्धारित किए गए लक्ष्यों को पूरा करने के लिए भारत के पास पर्याप्त साधन हैं। सीआईआई के कार्यक्रम में उन्होंने कहा, निवेशकों के अलावा भारत के पास बड़ी संख्या में युवा आबादी है और अर्थव्यवस्था की आवश्यकता के अनुरूप उसे कुशल बनाने पर जोर देने से लाभ मिलेगा।
हम इन्फ्रास्ट्रक्चर (पहला आई) को बड़े पैमाने पर देख रहे हैं। पिछले 3-5 वर्षों के दौरान इन्फ्रास्ट्रक्चर पर सार्वजनिक खर्च में काफी बढ़ोतरी हुई है और 2023-24 में यह 10 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया।
इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ इन्वेस्टमेंट (दूसरी आई) भी आता है। वित्त मंत्री ने कहा कि निवेश पर जोर देने से सार्वजनिक और निजी, दोनों क्षेत्रों की अधिक भागीदारी को बढ़ावा मिलेगा। इनोवेशन (तीसरी आई) के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने जीवाश्म ईंन्धन से बाहर निकलने के लिए अंतरिक्ष, परमाणु ऊर्जा सहित कई क्षेत्रों को खोला है। इंक्लूसिवनेस (चौथी आई ) पर सीतारमण ने कहा कि हमारा लक्ष्य समावेशिता पर ध्यान केंद्रित करके 25 वर्षों में विकसित राष्ट्र तक पहुंचना है।