ललित दुबे
वाशिंगटन। व्हाइट हाउस ने कहा है कि भारत एक जीवंत लोकतंत्र है और वहां जाने वाला कोई भी व्यक्ति इसे खुद महसूस कर सकता है। भारत में लोकतंत्र की स्थिति पर चिंताओं को सीधे तौर पर खारिज करते हुए व्हाइट हाउस ने यह बात कही। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस महीने के अंत में अमेरिका की यात्रा पर आने वाले हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में सामरिक संचार समन्वयक जॉन किर्बी ने पत्रकारों से कहा, भारत एक जीवंत लोकतंत्र है। जो कोई भी भारत जाता है इसे महसूस कर सकता है। निश्चित तौर पर मुझे उम्मीद है कि लोकतांत्रिक संस्थानों की ताकत और उनकी स्थिति चर्चा का हिस्सा होगी।
किर्बी ने एक सवाल के जवाब में कहा, देखो, हम कभी झिझकते नहीं हैं। आप दोस्तों के साथ ऐसा कर सकते हैं। हम कभी भी उन चिंताओं को व्यक्त करने से नहीं कतराते जो दुनिया में कहीं भी उठ रही हों। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की राजकीय यात्रा परस्तपर संबंध गहरे करने, साझेदारी मजबूत करने और दोस्ती आगे बढ़ाने पर केंद्रित होगी।
किर्बी ने कहा कि भारत कई स्तरों पर अमेरिका का अहम साझेदार है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 21 से 24 जून को अमेरिका की यात्रा पर रहेंगे। इस दौरान वह कांग्रेस के संयुक्त सत्र को भी संबोधित करेंगे।
भारत-अमेरिका के बीच सप्लाई चेन समझौते के लिए गंभीर मंत्रणा
न ई दिल्ली। डेट्रायट में अमेरिका द्वारा आयोजित दूसरी इन-पर्सन इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क मंत्रिस्तरीय बैठक के दौरान सप्लाई चेन (पिलर- II) समझौते के लिए बातचीत मजबूती से संपन्न हुई। समझौता लागू होने से भारत और भागीदार देशों को कई लाभ मिलने की उम्मीद है। कुछ अपेक्षित प्रमुख लाभ हैं- प्रमुख वस्तुओं/महत्वपूर्ण क्षेत्रों में उत्पादन केंद्रों का भारत में स्थानांतरण, घरेलू विनिर्माण क्षमताओं को बढ़ावा, आत्मनिर्भर भारत और उत्पादन से जुड़ी पहल योजनाओं को बढ़ावा देना, विशेष रूप से प्रमुख वस्तुओं, रसद सेवाओं और बुनियादी ढांचे के उत्पादन में निवेश जुटाना, विशेष रूप से भारतीय एमएसएमई की वैश्विक आपूर्ति और मूल्य श्रृंखलाओं में भारत का गहरा एकीकरण।