ब्लिट्ज ब्यूरो
मुंबई। वर्ल्ड कप वनडे का सेमीफाइनल मुकाबला पूरी तरह विराट कोहली और मोहम्मद शमी के नाम रहा। दोनों की रिकॉर्ड परफारमेंस क्रिकेट प्रेमी बरसों तक याद रखेंगे। इनकी बदौलत भारत ने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को 70 रन से हराकर वर्ल्ड कप में चौथी बार फाइनल में जगह बना ली। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 4 विकेट 397 रन बनाए। यह वर्ल्ड कप के नॉकआउट मुकाबले में किसी भी टीम का सबसे बड़ा स्कोर है। इससे पहले यह रिकॉर्ड 393 रन का था जो न्यूजीलैंड ने 2015 वर्ल्ड कप के क्वार्टर फाइनल में वेस्टइंडीज के खिलाफ वेलिंगटन में बनाया था। विराट कोहली ने करियर की 50वीं वनडे सेंचुरी जमाते हुए 117 रन की पारी खेली। श्रेयस अय्यर ने 105 रन बनाए। जवाब में न्यूजीलैंड की टीम 48.5 ओवर में 327 रन पर ऑलआउट हो गई। मोहम्मद शमी ने 7 विकेट लिए।
सेमीफाइनल में सबसे तेज शतक जड़ने वाले खिलाड़ी बने श्रेयस
विराट कोहली वनडे में सबसे ज्यादा शतक जमाने वाले बल्लेबाज बन गए। उन्होंने सचिन तेंदुलकर के 49 शतकों का रिकॉर्ड तोड़ा। उन्होंने केवल 279 पारियों में यह रिकॉर्ड बनाया जबकि सचिन ने इसके लिए 451 मैच खेले थे।
सचिन ने विश्व कप के एक सत्र में सबसे ज्यादा रन बनाने का सचिन का 2003 का रिकॉर्ड (693 रन) का रिकॉर्ड भी तोड़ा। श्रेयस अय्यर ने 70 बॉल पर 105 रन बनाए। अय्यर ने वर्ल्ड कप में लगातार दूसरी सेंचुरी जमाई और सेमीफाइनल में सबसे तेज शतक जड़ने वाले खिलाड़ी बनने का श्रेय भी श्रेयस को मिला। शुभमन गिल ने 66 बॉल पर 80 और कप्तान रोहित शर्मा ने 29 बॉल पर 47 रन की पारी खेली। 398 रनों के टारगेट के जवाब में न्यूजीलैंड की टीम 327 रन ही बना सकी।
कीवी के लिए डेरेल मिचेल ने 134 रनों की पारी खेली. जबकि कप्तान केन विलियमसन ने 69 और ग्लेन फिलिप्स ने 41 रन बनाए। भारतीय टीम के लिए तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने सबसे ज्यादा 7 विकेट झटके। शमी वर्ल्ड कप के एक मैच में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं। वह वर्ल्ड कप वनडे में 50 विकेट लेने वाले पहले भारतीय भी बने हैं।
भारत 1983, 2003 और 2011 में इस टूर्नामेंट फाइनल में पहुंचा था। 1983 में उसने पहली बार वर्ल्ड कप वनडे जीता था और 2011 में दूसरी बार। अब तीसरी बार खेल जगत का सबसे बड़ा सम्मान जीतने को टीम इंडिया तैयार है