विनोद शील
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18वीं लोकसभा के पहले सत्र के सातवें दिन 2 जुलाई को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण से जुड़े धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा में चर्चा का जवाब देते हुए अलग ही अंदाज में नजर आए। उन्होंने एक-एक कर के जिस तरह नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की बातों का जवाब दिया, उसको देख कर यह कहना गलत न होगा कि सरकार तो नई है पर उसके तेवर वही पुराने वाले हैं जब पीएम मोदी अपने दूसरे कार्यकाल में अपनी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की बहुमत वाली एनडीए गठबंधन की सरकार के मुखिया थे। ज्ञात हो कि इस बार बीजेपी की पूर्ण बहुमत वाली सरकार नहीं है। उसने गठबंधन के साथी दलों के साथ मिलकर सरकार बनाई है। इसके अलावा इस बार विपक्षी गठबंधन का संख्या बल भी पहले की अपेक्षा बेहतर (234) है। पीएम मोदी ने अपने जवाब के दौरान कभी फिल्म ‘शोले’ तो कभी किसी कहानी के माध्यम से विपक्ष के नेता का नाम लिए बिना कांग्रेस और उसकी सोच तथा विपक्ष पर तीखे तंज कसे।
जनता ने लगातार तीसरी बार चुना और सेवा का मौका दिया, बोले पीएम मोदी…
– कांग्रेस सिर्फ झूठ फैलाने का कर रही काम
– हमने तुष्टिकरण नहीं बल्कि संतुष्टिकरण किया
पीएम मोदी सदन में जैसे ही बोलने के लिए खड़े हुए, विपक्षी सांसदों ने जोरदार हंगामा शुरू कर दिया। कुछ देर पीएम ने अपनी बात रखी लेकिन विपक्ष ने फिर से जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। ऐसे में कुछ सेकेंड के लिए पीएम मोदी ने अपना भाषण रोक दिया और सीट पर बैठ गए। पीएम के संबोधन के बीच विपक्षी सांसद वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। इस पर स्पीकर ओम बिरला भड़क गए। स्पीकर ने विपक्षी सांसदों को फटकार लगाई। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से कहा कि आपको 90 मिनट बोलने का मौका दिया। आप इतनी बड़ी पार्टी लेकर चल रहे हो, ऐसा नहीं चलता है। पांच साल ऐसे ही नहीं चलेगा। विपक्ष के इस हंगामे से संभवत: यह संदेश भी गया कि वह अपने संख्या बल का समुचित प्रयोग करने में चूक गया। विपक्ष मतदाताओं को यह संदेश देने में विफल हो गया कि वह अगले चुनावों में सत्ता का हकदार भी बन सकता है क्योंकि जब विपक्ष बोला तो उसे इस तरह के माहौल का सामना नहीं करना पड़ा पर पीएम के वक्तव्य के समय विपक्ष सिर्फ शोरशराबा ही करता रहा एवं कंस्ट्रक्टिव छवि बनाने में विफल रहा। इस तथ्य को समझने में ही शायद विपक्ष की भलाई है।
पीएम मोदी ने गिनाई अपनी सरकार की उपलब्धियां
पीएम मोदी ने 2 घंटे से अधिक के अपने भाषण में वादा किया, “हम 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने का संकल्प लेकर चले हैं। लगातार मिले हमारे तीसरे टर्म में हम 3 गुना स्पीड से काम करेंगे, 3 गुना शक्ति लगाएंगे, देशवासियों को 3 गुना परिणाम लाकर के देंगे। पीएम मोदी ने अपने 10 साल के शासनकाल की उपलब्धियां भी गिनाईं। उन्होंने कहा, “10 साल में हमारी सरकार की कई सिद्धियां हैं। देश निराशा के गर्त से निकला। जो 2014 से पहले कहते थे कि कुछ नहीं हो सकता। वो आज कहते हैं कि देश में सब संभव है। ये विश्वास जताने का काम हमने किया।” मोदी ने कहा, “इस चुनाव में हम जनता के बीच एक बड़े संकल्प के साथ आशीर्वाद मांगने गए थे। हमने विकसित भारत के संकल्प और निर्माण के लिए आशीर्वाद मांगा था। हमने जनकल्याण के लिए आशीर्वाद मांगा था। लोगों ने हमें फिर से विजयी बनाकर सेवा करने का मौका दिया। हमने 10 साल में 30 करोड़ लोग गरीबी से निकाले। इतने कम समय में इतने लोगों को गरीबी से बाहर निकालना हमारे लिए आशीर्वाद का कारण बना। देश ने हमें भ्रष्टाचार को लेकर जो जीरो टॉलरेंस नीति है, उसके लिए आशीर्वाद दिया है। आज विश्व में भारत का गौरव व साख बढ़ी है।
खोया आत्मविश्वास वापस लाए
पीएम मोदी ने यूपीए के शासनकाल का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि 2014 के उन दिनों को याद करेंगे, तो हमें ध्यान आएगा कि देश के लोगों का आत्मविश्वास खो चुका था। देश निराशा के सागर में डूबा था। 2014 के पहले देश ने जो सबसे बड़ा नुकसान भुगता था, अमानत खोई थी, वह था आत्मविश्वास। 2014 के पहले यही शब्द सुनाई देते थे- इस देश का कुछ नहीं हो सकता। ये सात शब्द भारतीयों की निराशा की पहचान बन गए थे। अखबार खोलते थे तो घोटालों की खबरें ही पढ़ने को मिलती थीं। रोज नए घोटाले। घोटालों की घोटालों से स्पर्धा, घोटालेबाज लोगों के घोटाले। भाई-भतीजावाद इतना फैला हुआ था कि सामान्य नौजवान तो आशा छोड़ चुका था कि अगर कोई सिफारिश करने वाला नहीं है तो जिंदगी ऐसे ही चलेगी।
पीएम ने बताया विकसित भारत का मतलब
पीएम मोदी ने अपने भाषण में विकसित भारत का मतलब भी बताया। उन्होंने कहा, “जब देश विकसित होता है, कोटि-कोटि जनों के सपने पूरे होते हैं, संकल्प सिद्ध होते हैं, आने वाली पीढ़ियों के लिए भी मजबूत नींव तैयार हो जाती है। विकसित भारत का सीधा-सीधा लाभ हमारे देश के नागरिकों की गरिमा, क्वालिटी ऑफ लाइफ में सुधार, स्वाभाविक रूप से भाग्य में आता है। आजादी के बाद सामान्य नागरिक इन चीजों के लिए तरसता रहा है। हमारे गांव, शहरों की स्थिति में भी बहुत बड़ा सुधार होता है। गांव के जीवन में गरिमा भी होती है, विकास के नए अवसर भी होते हैं।”
पीएम मोदी ने कहा, “दुनिया की विकास यात्रा में भारत भी भागीदार बनेगा, ये हमारा सपना है। विकसित भारत का मतलब होता है कोटि-कोटि नागरिकों को अनेक अवसर उपलब्ध होते हैं और वो अपनी क्षमता के अनुसार योगदान दे सकता है। देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि विकसित भारत के जिस संकल्प को लेकर हम चले हैं, उसकी पूर्ति के लिए हम भरसक प्रयास करेंगे, पूरी निष्ठा और ईमानदारी से करेंगे।”
मोदी ने कहा, “आज देश में तीव्र गति से 5जी का रोलआउट हुआ, आज देश कहता है कि भारत कुछ भी कर सकता है। कभी कोयला घोटाले में बड़े-बड़ों के हाथ काले हो गए थे और आज कोयला प्रोडक्शन बढ़ा है। वो एक समय था 2014 से पहले जब फोन बैंकिंग करके बड़े-बड़े घोटाले किए जा रहे थे। पर्सनल प्रॉपर्टी की तरह बैंक का खजाना लूट लिया गया था। 2014 के बाद नीतियों में परिवर्तन का परिणाम है कि दुनिया के अच्छे बैंकों में भारत के बैंकों का स्थान बना।”
अब भारत के पास आतंक के आकाओं को सबक सिखाने का सामर्थ्य
2014 के पहले वह भी एक वक्त था जब आतंकी आकर के जब जहां चाहें, हमला कर सकते थे। निर्दोष लोग मारे जाते थे, कोने-कोने को टारगेट किया जाता था और सरकारें मुंह तक खोलने को तैयार नहीं होती थीं। 2014 के बाद का हिंदुस्तान घर में घुसकर मारता है, सर्जिकल स्ट्राइक, एयरस्ट्राइक करता है और आतंक के आकाओं को भी सबक सिखाने का सामर्थ्य दिखा दिया है।
कांग्रेस ने संविधान को लेकर हमेशा झूठ बोला
पीएम मोदी ने कहा, “कांग्रेस ने संविधान को लेकर हमेशा झूठ बोला है। आपातकाल का ये 50वां साल है। सत्ता के लोभ की खातिर, तामसिक मानसिकता के चलते इमरजेंसी थोंपी गई। इसमें कांग्रेस क्रूरता की सभी हदें पार गई। सरकारें गिराना, मीडिया को दबाना, हर काम में संविधान की धारा, भावना और हर शब्द के खिलाफ काम किया।”
उन्होंने कहा है कि अग्निवीर योजना पर भी कांग्रेस झूठ फैलाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि मुझे कुछ लोगों की छटपटाहट समझ में आती है। खासतौर पर ऐसे लोग जो लगातार तीसरी बार बुरी तरह से हारे हैं। हमें दुनिया के सबसे बड़े चुनाव में जनता ने फिर से चुना है और सेवा करने का मौका दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि हमने अपने 10 सालों के कार्यकाल में गरीबों के हित में काम किया है। सबका साथ और सबका विकास की नीति को आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि हमने सर्वधर्म समभाव के विचार को लेते हुए तुष्टिकरण नहीं किया है बल्कि संतुष्टिकरण किया है।
उन्होंने कहा कि तुष्टिकरण ने इस देश को तबाह किया है। इसलिए हमने सभी से न्याय और किसी का भी तुष्टिकरण नहीं की नीति को अपनाया है। नरेंद्र मोदी ने कहा कि इन नीतियों पर जनता ने मुहर लगाई है। इसीलिए फिर से एक बार देशवासियों की सेवा का मौका मिला है। इस चुनाव ने साबित किया है कि भारत की जनता कितनी परिपक्व है और कितने विवेकपूर्ण तरीके से फैसला करती है। इसी का नतीजा है कि आज तीसरी बार हम आपके सामने हैं और विनम्रता से सेवा के लिए उपस्थित हुए हैं।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि कांग्रेस आर्थिक अशांति फैलाने की साजिश रच रही है। चुनाव के समय कांग्रेस से जो वादे किए और वह अपने शासन वाले राज्यों में जो आर्थिक कदम उठा रही है वह देश को आर्थिक अराजकता की ओर ले जाने का मार्ग प्रशस्त कर रहा है कांग्रेस जानबूझकर ऐसा कर रही है। गौरतलब है कि कांग्रेस तेलंगाना और कर्नाटक में सत्ता में है
गुड गवर्नेंस के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा करें
लोकसभा में अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष से एक अपील की कि आइए हम गुड गवर्नेंस के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा करें। उन्होंने कहा कि आइए हम प्रतिस्पर्धा करें कि कौन सा राज्य सबसे ज्यादा विदेशी निवेश आकर्षित करेगा। रिफॉर्म्स के मामले में प्रतिस्पर्धा करें ताकि लोगों की भलाई भी हो सके।
नेहरू और अंबेडकर का जिक्र
पीएम ने कहा, “कांग्रेस ने देश के दलितों-पिछड़ों के साथ अन्याय किया है। इसी कारण बाबा साहेब अंबेडकर ने दलित विरोधी, पिछड़ा विरोधी मानसिकता के चलते नेहरू जी के कैबिनेट से इस्तीफा दिया। अंबेडकर के इस्तीफे के बाद नेहरू ने उनका राजनीतिक जीवन खत्म करने के लिए पूरी ताकत लगा दी। अंबेडकर को चुनाव हरवाया गया। नेहरू जी ने बाबा साहेब अंबेडकर की हार का जश्न मनाया।”
मोदी ने कहा, “बाबा साहेब की तरह ही बाबू जगजीवन राम को भी उनका हक नहीं दिया गया। इमरजेंसी के बाद उनके पीएम बनने की संभावना थी। एक किताब में लिखा है- जगजीवन राम किसी भी कीमत पर पीएम नहीं बनने चाहिए। अगर वे पीएम बन गए तो कभी नहीं हटेंगे। कांग्रेस ने बिहार के सपूत सीताराम केसरी के साथ भी अपमानजनक व्यवहार किया।”
1 जुलाई को मनाया गया खटाखट दिवस
पीएम मोदी ने राहुल गांधी के एक बयान को लेकर भी तंज कसे। उन्होंने कहा, “देश ने 1 जुलाई को खटाखट दिवस भी मनाया है। 1 जुलाई को लोग अपने बैंक अकाउंट चेक कर रहे थे कि 8500 रुपये आए कि नहीं आए। झूठ नैरेटिव का परिणाम देखिए, कांग्रेस ने देशवासियों को गुमराह किया, माताओं-बहनों को हर महीने 8500 रुपये देने का झूठ। माताओं-बहनों के दिल को जो चोट लगी है, वह कांग्रेस को तबाह करने वाली है।”
बालक बुद्धि किसी के भी गले पड़ जाते हैं
पीएम मोदी ने कहा, “ये नया ड्रामा चलाया जा रहा है, लेकिन देश ये जानता है कि ये हजारों करोड़ रुपये की हेराफेरी के मामले में जमानत पर हैं, ओबीसी पर टिप्पणी के मामले में सजा पा चुके हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर टिप्पणी को लेकर माफी मांगनी पड़ी है। इन पर वीर सावरकर के अपमान का मुकदमा है। इन पर देश की सबसे बड़ी पार्टी के अध्यक्ष को हत्यारा कहने का मुकदमा है। इन पर कई अदालतों में झूठ बोलने के केस हैं। बालक बुद्धि में न बोलने का ठिकाना होता है ना व्यवहार का । बालक बुद्धि जब पूरी तरह से सवार हो जाती है तो ये सदन में भी किसी के गले पड़ जाते हैं।”
हमने सदन में कल बचकाना हरकत देखी
पीएम मोदी ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना तंज कसे। उन्होंने कहा, “आजकल सिम्पैथी गेन करने के लिए नई ड्रामेबाजी शुरू की गई है। नया खेल खेला जा रहा है। एक किस्सा सुनाता हूं। एक बच्चा स्कूल से आया और जोर-जोर से रोने लगा। उसकी मां भी डर गई क्या हो गया। वह कहने लगा मां मुझे स्कूल में मारा गया। आज उसने मारा, इसने मारा और रोने लगा। मां ने बात पूछी तो बता नहीं रहा था। बच्चा ये नहीं बता रहा था कि उस बच्चे ने किसी बच्चे को मां की गाली दी थी, किताबें फाड़ दी थीं, टीचर को चोर कहा था, किसी का टिफिन चुराकर खा गया था। हमने कल सदन में यही बचकाना हरकत देखी है। कल यहां बालक बुद्धि का विलाप चल रहा था।”
कांग्रेस को मिला विपक्ष में बैठने का जनादेश
पीएम मोदी ने कहा, “लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए भी इस देश की जनता ने जनादेश दिया है। ये जनादेश है- वहीं बैठो। विपक्ष में ही बैठो और तर्क खत्म हो जाए तो चीखते रहो चिल्लाते रहो। कांग्रेस के इतिहास का ये पहला मौका है जब लगातार तीन बार कांग्रेस सौ का आंकड़ा पार नहीं कर पाई है। कांग्रेस के इतिहास में ये तीसरी सबसे बड़ी हार है। तीसरा सबसे खराब प्रदर्शन है।” प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “अच्छा होता कांग्रेस अपनी हार स्वीकार करती, जनता जनार्दन के आदेश को स्वीकार करती, आत्ममंथन करती लेकिन ये तो शीर्षासन करने में लगे हैं। ये दिन-रात नागरिकों के मन में यह स्थापित करने में लगे हैं कि जनता ने हमें हरा दिया है। आजकल बच्चे का मन बहलाने का काम चल रहा है और कांग्रेस के लोग, उनका इकोसिस्टम ये मन बहलाने का काम कर रहा है।”
2024 से कांग्रेस बन गई परजीवी
पीएम मोदी ने कहा, “मैं कांग्रेस के लोगों को कहूंगा कि जनादेश को फर्जी जीत के जश्न में मत दबाओ। फर्जी जीत के नशे में मत डुबाओ। ईमानदारी से जनादेश को समझने की कोशिश करो, उसे स्वीकार करो। मुझे नहीं पता कि कांग्रेस के जो साथी दल हैं, उन्होंने इस चुनाव का विश्लेषण किया है कि नहीं। ये चुनाव इन साथियों के लिए भी एक संदेश है। अब कांग्रेस पार्टी 2024 से एक परजीवी कांग्रेस के रूप में जानी जाएगी। 2024 से जो कांग्रेस है, वो परजीवी कांग्रेस है और परजीवी वो होता है जो जिस शरीर के साथ रहता है, उसी को ही खाता है। कांग्रेस भी जिस पार्टी के साथ गठबंधन करती है, उसी के वोट खा जाती है और अपनी सहयोगी पार्टी की कीमत पर वो फलती-फूलती है और इसीलिए कांग्रेस, परजीवी कांग्रेस बन चुकी है।”
नीट के मामले में हो रही गिरफ्तारियां
पीएम मोदी ने नीट पेपर लीक विवाद पर भी जवाब दिया। विपक्ष इस पर जवाब की मांग कर रहा था। पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति महोदया ने अपने संबोधन में पेपर लीक पर भी चिंता जताई है। मैं भी हर विद्यार्थी को, हर नौजवान को कहूंगा कि सरकार ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अत्यंत गंभीर है। युद्ध स्तर पर हम अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए एक के बाद एक कदम उठा रहे हैं, युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वालों को कतई छोड़ा नहीं जाएगा। नीट के मामले में देशभर में पहले ही गिरफ्तारियां की जा रही हैं। पेपर लीक को लेकर सरकार पहले ही एक कड़ा कानून बना चुकी है। परीक्षा को पुख्ता करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
अग्निवीर पर यह बोले पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सेना में भर्ती को लेकर सरासर झूठ फैलाया जा रहा है कि मेरे देश के नौजवान सेना में न जाएं। सदन के माध्यम से जानना चाहता हूं, आखिर किसके लिए कांग्रेस हमारी सेनाओं को कमजोर करना चाहती है। किसके फायदे के लिए कांग्रेस वाले सेना के संबंध में इतना झूठ फैला रहे हैं। वन रैंक, वन पेंशन के लिए देश के वीर जवानों की आंखों में धूल झोंकने का प्रयास किया गया है। इंदिरा गांधी ने इस व्यवस्था को खत्म किया था। दशकों तक कांग्रेस ने इसे लागू नहीं होने दिया। हम गालियां खाकर भी काम कर रहे हैं। अग्निवीर योजना के बारे में भी निरंतर भ्रम फैलाया जा रहा है।
संविधान का राग गाने वाले जम्मू-कश्मीर में ही संविधान नहीं लागू करा सके
पीएम ने अपने भाषण में जम्मू-कश्मीर का जिक्र किया। उन्होंने कहा, “आज देश का हर नागरिक जानता है कि वह कुछ भी कर सकता है। 370 ने जम्मू-कश्मीर के क्या हालात कर दिए थे? यहां संविधान को सिर पर रखकर नाचने वाले लोग वहां संविधान लागू करने से कतराते थे। लोग कहते थे- जम्मू-कश्मीर का कुछ नहीं हो सकता। जम्मू-कश्मीर की दीवार गिरी तो सब कुछ बदल गया। अब वहां लोग रिकॉर्ड संख्या में मतदान करने के लिए आ रहे हैं।”
केरल में बीजेपी ने खोला खाता
लोकसभा चुनाव के नतीजों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि केरल में पहली बार बीजेपी ने खाता खोला है। ओडिशा में हमें महाप्रभु जगन्नाथ का आशीर्वाद मिला है। तमिलनाडु में भी हमारी परफॉर्मेंस सुधरी है। आने वाले तीन राज्यों के विधानसभा चुनावों में हम जोरदार प्रदर्शन करेंगे।
फिल्ल ‘शोले’ की मौसी का नाम लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने किया कांग्रेस पर हमला
अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के परिणामों को लेकर कांग्रेस पर जमकर हमला किया। प्रधानमंत्री ने अपने भाषण के दौरान कांग्रेस पर हमला करने के लिए फिल्म शोले के डॉयलाग का इस्तेमाल किया।
फिल्म शोले का वह डायलॉग
• फिल्म ‘शोले’ की एक चरित्र मौसी और जय (अमिताभ बच्चन) के बीच एक संवाद होता है। इसमें जय अपने दोस्त वीरू (धर्मेंद्र) की कमियों को अच्छाई बताकर पेश करता है। कांग्रेस पर हमला करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘शोले’ के इसी सीन का इस्तेमाल किया।
प्रधानमंत्री ने फिल्म शोले को कैसे किया याद
• उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन ने फिल्म ‘शोले’ की मौसी की याद दिलाई। उन्होंने कहा, ”तीसरी बार ही तो हारे हैं लेकिन मौसी यह मारेल विक्ट्री तो है न।”
• उन्होंने कहा कि 13 राज्यों में शून्य सीटें आई हैं, लेकिन हीरो तो हैं न। अरे पार्टी की लुटिया तो डुबोई है, अरे मौसी पार्टी अभी सांसें तो ले रही है न।
• प्रधानमंत्री ने कांग्रेस को आगाह करते हुए कहा कि जनादेश को फर्जी जीत के जश्न के नशे में मत डूबाओ। ईमानदारी से देशवासियों के जनादेश को समझने की कोशिश करो उसे स्वीकार करो।
• बीजेपी ने कांग्रेस पर किया पलटवार
इस दौरान बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उसने लोकसभा चुनाव में भय फैलाने और भ्रम की राजनीति की। संसद पर हमले के दोषी का समर्थन करने वालों को टिकट दिया। बीजेपी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने ऐसे लोगों को टिकट दिया, जिन्होंने देश के प्रधानमंत्री को लेकर गलत बयानबाजी की थी।
राहुल गांधी ने लगाए थे कई आरोप
इससे पहले 1 जुलाई को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नीट परीक्षा में पेपर लीक के आरोपों और अग्निपथ भर्ती स्कीम को लेकर सरकार पर हमला बोला था। इसके अलावा उन्होंने भगवान शिव की तस्वीर दिखाते हुए कहा था कि खुद को हिंदू कहने वाले लोग हिंसा-हिंसा की बात करते हैं, जबकि भगवान शिव शांति का संदेश देते हैं। वह कहते हैं कि न डरो और न डराओ। राहुल गांधी के इस बयान पर पीएम नरेंद्र मोदी समेत सरकार के कई मंत्रियों ने ऐतराज जताया था।
अमित शाह का कहना था कि राहुल गांधी ने हिंदू समाज का अपमान किया है। इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए। राहुल गांधी के अलावा महुआ मोइत्रा ने भी सोमवार को तीखा भाषण दिया था। उन्होंने कहा था कि मेरा पिछले सत्र में द्रौपदी की तरह चीरहरण किया जा रहा था, लेकिन जनता कृष्ण बन गई और मेरी लाज बचा ली। महुआ मोइत्रा ने यह भी कहा था कि एक मेरे को भाजपा संसद में आने से रोकना चाहती थी, लेकिन उसके इस बार 63 सांसद कम हो गए।
अखिलेश यादव ने उठाया अयोध्या में जीत का मुद्दा
इससे पहले मंगलवार को लोकसभा में भी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा हुई। आज सबसे पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सदन में अपनी बात रखी। उन्होंने कहा- “हम बचपन से सुनते आए हैं- होइहि सोइ जो राम रचि राखा। अयोध्या की जीत ने इसे साबित कर दिया। जो कहते थे हम उनको लाए हैं, उन्होंने उन्हें हरा दिया।”