आस्था भट्टाचार्य
नई दिल्ली। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने जयपुर में पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय बातचीत की। इसमें दोनों देशों के बीच कई अहम मुद्दों पर सहमति बनी। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बताया कि बातचीत में सबसे खास रहा भारत और फ्रांस के बीच डिफेंस प्रोडक्शन रोड मैप का तैयार होना।
इस रोड मैप में आर्टिफिशल इंटेलिजेंस, प्लेटफॉर्म और साइबर डिफेंस के लिए एक दूसरे को तकनीकी सहयोग देने पर सहमति बनी है। रोडमैप के तहत समुद्र, जमीन, अंतरिक्ष और हवा पर युद्ध के क्षेत्रों में सहयोग शामिल होगा। भारत और फ्रांस के बीच स्पेस सेक्टर में दशकों पुरानी निकटता को और आगे बढ़ाते न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड और फ्रांस के एरियनस्पेस के बीच स्पेस और सैटेलाइट लॉन्च को लेकर एक एमओयू पर साइन हुए। वहीं स्पेस में धरती की मॉनिटरिंग और कम्यूनिकेशन्स पर सहयोग करने को लेकर भी सहमति बनी है। क्वात्रा ने बताया कि दक्षिणी फ्रांस के मर्सेल में भारतीय कांसुलेट और हैदराबाद में फ्रेंच ब्यूरो अब काम करने के लिए तैयार हैं। दोनों देशों ने स्टार सी के प्रोग्राम के तहत एक सोलर अकैडमी बनाने का फैसला किया है।
– 2026 को ‘इंडिया फ्रांस ईयर ऑफ इनोवेशन’ के रूप में मनाया जाएगा
स्कीम की भी शुरुआत
दोनों देशों ने तय किया है कि साल 2026 को ‘इंडिया फ्रांस ईयर ऑफ इनोवेशन’ के रूप में मनाया जाएगा। इसके अलावा दोनों देशों के बीच यंग प्रोफेशनल स्कीम की भी शुरुआत की गई है। जिसके तहत 18-35 साल के युवाओं के बीच एक्सचेंज प्रोग्राम शुरू किए जाएंगे।
ग्लोबल मुद्दों पर भी बात
विदेश सचिव ने बताया कि दोनों देशों के बीच ग्लोबल मुद्दों को लेकर बात हुई। गाजा में जारी संघर्ष, आतंकवाद और मानवता के कई पहलुओं पर गंभीर चर्चा की। रेड सी कमर्शियल शिपिंग को लेकर आ रही रुकावट की चुनौतियों को लेकर भी बातचीत हुई। दोनों देशों के बीच आर्थिक साझेदारी के कई बिंदुओं पर चर्चा भी बातचीत का अहम हिस्सा रही।