लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि भारत-यूएस की स्किल और स्केल मिल जाएं तो दुनिया में इसके बेहतरीन परिणाम देखने को मिलेंगे।
मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश हेल्थ टेक्नोलाॅजी समिट 2023 के तहत यूएस की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी और प्रदेश के दो प्रतिष्ठित संस्थानों एसजीपीजीआई और गौतमबुद्धनगर के जिम्स के साथ मेडिकल फील्ड में हुए पार्टनरशिप कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा, इंडो-यूएस सेतु के ग्लोबल फाउंडेशन के साथ हुई इस पार्टनरशिप के लिए सरकार उत्सुकता के साथ पूरा सपोर्ट करेगी। आज उत्तर प्रदेश में यूएस के इनोवेशन, स्टार्टअप के लिए एक अच्छा माहौल है। आज पार्टनरशिप कार्यक्रम से जुड़े प्रतिष्ठित संस्थान के साथ आईटी एंड इलेक्ट्रानिक विभाग भी इसे सपोर्ट करेगा, ताकि इसके जल्द से जल्द सकारात्मक परिणाम देखने को मिलें।
उत्तर प्रदेश सरकार ने अपनी स्टार्ट-अप पॉलिसी के तहत कई स्टार्ट-अप स्थापित किए हैं। इनकी स्थापना के लिए सरकार ने तमाम तरह के रिलेक्सेशन दिए हैं। इनको प्रिक्योर्ड करने के लिए भी व्यवस्था की गयी है। सरकार की इन नीतियों का फायदा उठाते हुए एसजीपीजीआई ने कोविड-19 के दौरान वर्चुअल आईसीयू की सुविधा प्रारंभ की। ऐसे में प्रदेश के किसी भी शहर में कोई प्रॉब्लम होती थी तो एसजीपीजीआई की टीम वहां पहुंचकर राहत देती थी।
यह इनोवेशन का बेहतरीन उदाहरण है। सीएम योगी ने कहा, प्रदेश में 1977 से लेकर 2017 के बीच इंसेफेलाइटिस से लगभग 50,000 बच्चों की मौतें हुई थी। वहीं हमने पिछले 6 वर्षों में इंसेफेलाइटिस को पूरी तरह से समाप्त करने में सफलता प्राप्त की है। इस सफलता को प्राप्त करने में हेल्थ डिपार्टमेंट के साथ-साथ अन्य सहयोगी विभागों ने टीम वर्क के रूप में काम किया और बेहतरीन प्रदर्शन किया। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश ने मलेरिया, चिकनगुनिया, डेंगू समेत अन्य जल जनित और वेक्टर बोर्न डिजीज भी नियंत्रित करने में सफलता प्राप्त की है। हमारा मानना है कि मेडिकल हेल्थ में इस प्रकार के स्टार्ट-अप को बढ़ाने के लिए यह पार्टनरशिप बहुत उपयोगी साबित होगी।