ब्लिट्ज ब्यूरो
वाशिंगटन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रस्तावित अमेरिका यात्रा के मद्देनजर दोनों देशों के अधिकारियों ने ‘महत्वपूर्ण तथा उभरती हुई प्रौद्योगिकियों पर पहल’ (आईसीईटी) के तहत जेट इंजन, लंबी दूरी तक मारक क्षमता वाली तोपों तथा इंफेंट्री वाहनों का मिलकर उत्पादन करने पर चर्चा की। भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और अमेरिकी एनएसए जैक सुलिवन ने इस वर्ष के शुरू में आईसीईटी की शुरुआत की थी।
भारत के रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने के साथ पेंटागन में हुई बैठक में अमेरिका की उप रक्षा मंत्री कैथलीन हिक्स ने आईसीईटी के तहत जेट इंजन, लंबी दूरी की क्षमता वाली तोपों और इंफेंट्री वाहनों के सह-उत्पादन के प्रस्तावों को दोनों देशों के रक्षा क्षेत्र के बीच संबंधों को मजबूत करने का ‘अभूतपूर्व अवसर’ बताया।
पेंटागन के प्रवक्ता एरिक पैहोन ने बताया, दोनों अफसरों ने रक्षा औद्योगिक सहयोग बढ़ाने और संचालनात्मक साझेदारी बढ़ाने समेत भारत-अमेरिकी रक्षा साझेदारी मजबूत करने की प्राथमिकताओं पर चर्चा की। पैहोन ने बताया कि हिक्स ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति एवं समृद्धि को बढ़ावा देने की महत्ता पर जोर दिया।