ब्लिट्ज ब्यूरो
मुंबई। महाराष्ट्र सरकार ने कैबिनेट में बड़ा फैसला लिया है। राज्य में अब बच्चों के नाम के आगे मां का नाम दर्ज किया जाएग। अब बच्चे का नाम, फिर मां का नाम, फिर पिता का नाम और आखिर में सरनेम लिखा जाएगा। ये फैसला महाराष्ट्र में 01 मई 2024 से लागू किया जाएगा। सरकार ने महिलाओं को सम्मान देने के लिए यह बड़ा निर्णय लिया है।
राज्य की महिला स्वास्थ्य और बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने बताया कि अगर किसी को पहले के बच्चों के नाम के आगे यदि मां का नाम दर्ज कराना है, तो करेक्शन करने का प्रावधान भी इस निर्णय में रखा गया है।
आधार और पैन कार्ड सहित जैसे हर तरह के सरकारी दस्तावेजों में अब पिता से पहले मां का नाम शामिल करना जरूरी हो गया है। सरकार ने बैठक में ये निर्णय भी लिया है कि मुंबई में बंद पड़ी 58 मिल के कामगारों को सरकार घर देगी। ये फैसला सभी कामगारों के लिए होली से पहले एक बड़ा तोहफा है।
विश्व स्तरीय सेंट्रल पार्क को मिली मंजूरी
बीडीडी चाल और झुग्गी निवासियों के घर पर जो स्टाम्प ड्यूटी लग रही थी उसमें अब सरकार कटौती करेगी। अयोध्या में महाराष्ट्र भवन के लिए जमीन आवंटन को मंजूरी मिल गयी है। साथ ही कैबिनेट ने मुंबई में 300 एकड़ जमीन पर विश्व स्तरीय सेंट्रल पार्क बनाने की भी मंजूरी दे दी है। इन फैसलों के साथ-साथ सरकार ने विकास की कई परियोजनाओं पर भी फैसले लिए हैं। होली से पहले लिए गए ये फैसले जनता के लिए किसी तोहफे से कम नहीं हैं।
सीएम और उनके डिप्टी ने बदली नेमप्लेट
मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने नाम में बदलाव किया है। यह बदलाव तब सामने आया जब दक्षिण मुंबई में राज्य सचिवालय में उनके ऑफिस के बाहर नई नेमप्लेट लगवाई गई। इस पर अब ‘एकनाथ गंगुबाई संभाजी शिंदे’ लिखा है।
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस और अजीत पवार ने भी अपने-अपने ऑफिस की नेमप्लेट में बदलाव किया है।
फड़णवीस की नेमप्लेट पर अब ‘देवेंद्र सरिता गंगाधरराव फड़णवीस’, जबकि पवार की नेमप्लेट पर ‘अजीत आशाताई अनंतराव पवार’ लिखा है।