विनोद शील
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार का दूसरा कार्यकाल अब लगभग पूर्ण हो चला है। आम चुनाव के चार चरण की वोटिंग भी हो चुकी है। तीन चरण बाकी हैं और 4 जून को परिणाम आने के बाद 18वीं लोकसभा का गठन हो जाएगा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इन चुनावों में अपने लिए 370 एवं राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के लिए 400 पार सीटों का लक्ष्य रखा है।
भाजपा को विश्वास है कि वह इस लक्ष्य को पाकर तीसरी बार केंद्र की सत्ता में दमदार वापसी कर रही है। इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं है कि बीते 65 सालों में देश की पिछली सरकारें देश को उस मुकाम तक नहीं पहुंचा सकीं, जहां आज भारत खड़ा है। इसका श्रेय अगर किसी को जाता है तो वह हैं पीएम मोदी जिन्होंने इसके लिए अथक प्रयास किए और उनके दमदार नेतृत्व में दुनिया में सबसे आगे हिंदुस्तानी ही होंगे। चार चरणों के चुनाव के बाद अलग-अलग मीडिया से साक्षात्कार में पीएम मोदी भी दावा कर चुके हैं कि उनकी सरकार हैट्रिक लगाएगी। मोदी से लेकर भाजपा के नेता, कार्यकर्ता और समर्थक तक, सभी का दावा है कि 10 सालों में भारत ने विकास के नए प्रतिमान गढ़े हैं।
अ र्थव्यवस्था की उड़ान हो या बुनियादी ढांचों में आमूल-चूल परिवर्तन, राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला हो या फिर विदेश नीति, कल्याणकारी योजनाओं की बात हो या फिर सामाजिक-सांस्कृतिक चेतना को नई धार देने की बात, मोदी सरकार का दावा है कि उसने हर दिशा में, हर पहलू से बड़े-बड़े कदम उठाए हैं और उनके प्रयासों को लगातार सफलता मिल रही है। मोदी सरकार अपने दस साल के कार्यकाल में उठाए गए कदमों के बारे में कहती है कि उसकी कल्याणकारी योजनाओं ने समाज के हर वर्ग को किसी न किसी रूप में छुआ है। अगर गौर से देखा जाए तो इसमें कोई दोराय नहीं कि मोदी सरकार के दावों में दम है।
– सर्विस सेक्टर में अमेरिका, चीन से आगे : एचएसबीसी
– 10 साल में 51.40 करोड़ रोजगार मिले : स्कॉच
– मोदी सरकार की योजना से निहाल हो रहीं महिलाएं
– धाकड़ ग्रोथ के लिए रहिए तैयार : नागेश्वरन
अभी हाल ही में आईं कुछ रिपोर्टें भी इन्हीं तथ्यों की पुष्टि करती हैं। भारत ने निस्संदेह अनेक क्षेत्रों में बड़े-बड़े विकसित देशों को बहुत पीछे छोड़ दिया है। आज सारी दुनिया ग्रीन एनर्जी की बात कर रही है ताकि विश्व को पर्यावरण प्रदूषण से बचाया जा सके। वैश्विक ऊर्जा क्षेत्र में काम कर रहे शोध संस्थान एंबर की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि जापान को पीछे छोड़कर भारत दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा सौर ऊर्जा उत्पादक देश बन गया है। भारत 2015 में सौर ऊर्जा के उपयोग के मामले में नौवें स्थान पर था। भारत दुनिया में सबसे सस्ता सौर ऊर्जा उत्पादन करने वाला देश है जबकि सबसे महंगा सौर ऊर्जा उत्पादन करने वाला देश कनाडा है। पीएम मोदी की सूर्य घर योजना इस दिशा में ‘सोने पर सुहागा’ का काम कर रही है। इस सरकारी योजना का उद्देश्य भारत में घरों को मुफ्त बिजली प्रदान करना है।
ताजा रिपोर्टों में यदि आर्थिक मोर्चे पर बात की जाए तो 6 मई को एचएसबीसी इंडिया की जारी रिपोर्ट में सर्विस सेक्टर के आंकड़े बताते हैं कि आर्थिक मोर्चे पर भारतीय अर्थव्यवस्था नित नए झंडे गाड़ रही है। देश का सर्विस सेक्टर पूरी दुनिया के लिए मिसाल बन गया है। आलम ये है कि अमेरिका और यूरोप जैसे विकसित देश भी देखते रह गए और भारत इनसे मीलों आगे निकल गया। चीन तो भारत के सर्विस सेक्टर के आसपास भी नहीं दिख रहा है। भारतीय सेक्टर इस समय 14 साल के शीर्ष पर दिख रहा है। मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन भी कहते हैं कि देश को धाकड़ ग्रोथ के लिए तैयार रहना चाहिए। उनका अनुमान है कि वित्त वर्ष 2023-24 में भारतीय अर्थव्यवस्था 8 फीसद की दर से बढ़ सकती है क्योंकि भारत का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) दिसंबर 2023 को समाप्त तीसरी तिमाही में 8.4 फीसद बढ़ा था।
मोदी सरकार में खूब मिले रोजगार, करोड़ों के चमके भाग्य
जब से केंद्र में मोदी सरकार आई है तब से वह युवाओं को रोजगार देने को लेकर काफी सक्रिय है। अब घरेलू शोध संस्थान स्कॉच की एक रिपोर्ट ने मुहर लगा दी है कि चुनाव में विपक्ष के द्वारा सरकार पर लगाए जा रहे बेरोजगारी के आरोपों में दम नहीं है। 6 मई को जारी रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पीएम मोदी के 10 साल के कार्यकाल में 51.40 करोड़ रोजगार मिले हैं। यह रिपोर्ट ‘मोदीनॉमिक्स का रोजगार सृजनात्मक प्रभाव: प्रतिमान मंए बदलाव’ शीर्षक से जारी की गई है। पिछड़ों, दलित और आदिवासी के साथ महिलाओं को विकास की मुख्यधारा से जोड़े बगैर देश का समग्र विकास नहीं हो सकता है। पीएम मोदी की अगुआई वाली सरकार की एक योजना है ‘प्रधानमंत्री ड्रोन दीदी’। इस योजना में महिलाओं को 15 दिन की ड्रोन चलाने की ट्रेनिंग दी जाती है व उन्हें 15000 रुपये सैलरी के तौर पर दिए जाते हैं।