सिंधु झा
चीन की विस्तारवादी नीति पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से भारत और रूस के बीच एक अहम सैन्य सहयोग को लेकर समझौता होने के आसार हैं। इससे आपसी रिश्ते और मजबूत होने वाले हैं। रूस ने सैनिकों, युद्धपोतों और विमानों की आपसी तैनाती के लिए प्रक्रियाओं को रेखांकित करने वाले एक मसौदा समझौते को मंजूरी दे दी है।
विश्लेषकों के अनुसार यह विकास यूरेशियाई सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है जो मील का पत्थर साबित होगा।
रसद प्रक्रियाओं में तेजी आने की उम्मीद इस समझौते से दोनों देशों के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यासों के लिए रसद प्रक्रियाओं में तेज़ी आने की उम्मीद है। इसमें सैनिकों की आवाजाही को आसान बनाना, सैन्य हार्डवेयर के लिए जल्दी मंज़ूरी देना और प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सरल बनाना शामिल हो सकता है, जिससे संयुक्त अभियान ज़्यादा कुशल और प्रभावी हो सकेंगे।
भारत- रूस के बीच सैन्य सहयोग के प्रति प्रतिबद्धता के संकेत
इस समझौते को भारत और रूस के बीच सैन्य सहयोग के प्रति प्रतिबद्धता के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। देश के कुछ रक्षा विशेषज्ञ इसे खासकर यूक्रेन में चल रहे युद्ध के संदर्भ में नाटो के खिलाफ एकजुट मोर्चे के प्रदर्शन के रूप में देख रहे हैं। विश्लेषकों का मानना है कि यह समझौता यूरेशिया के भीतर सामूहिक सुरक्षा ढांचे को मजबूत करता है। बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव और उत्तर-दक्षिण गलियारे के बढ़ते महत्व के साथ, भारत और रूस के बीच घनिष्ठ सैन्य संबंधों को बढ़ावा देना क्षेत्रीय स्थिरता में योगदान दे सकता है।
वीजा और आव्रजन प्रोटोकॉल अपडेट होने की उम्मीद है
इस समझौते से दोनों देशों के बीच तैनात सैन्य कर्मियों के लिए वीज़ा और आव्रजन प्रोटोकॉल का अपडेट होने की उम्मीद है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि कर्मियों की आवाजाही मौजूदा नियमों के अनुसार हो और प्रशासनिक बाधाओं को कम से कम किया जा सके।
हिंद महासागर में संयुक्त सैन्य अभ्यास संभव
यह समझौता हिंद महासागर में संयुक्त सैन्य अभ्यास को संभव बना सकता है। यह सहयोग क्षेत्र में भारत और रूस, दोनों के बढ़ते सामरिक प्रभाव को प्रदर्शित कर सकता है। प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्टिन के निर्देश के बाद, रूस का रक्षा मंत्रालय अब समझौते को अंतिम रूप देने के लिए नई दिल्ली के साथ बातचीत करेगा। इन चर्चाओं के परिणाम और समझौते के बाद के कार्यान्वयन पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय, विशेष रूप से यूरेशियन क्षेत्र में रुचि रखने वालों की नजर रहेगी।