ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। जिस नई दिल्ली डिक्लेरेशन पर सहमति बनी, उसे तैयार करने में 200 घंटे तक बिना रुके बातचीत चली। 300 द्विपक्षीय बैठकें, 15 ड्राफ्ट के बाद सबसे मुश्किल हिस्सा रहे यूक्रेन जंग के मुद्दे पर सहमति बन सकी। इसके बाद जी20 समिट का घोषणापत्र पारित हुआ। जी20 में भारत के शेरपा अमिताभ कांत ने कहा कि इस दौरान अन्य के साथ दो अधिकारियों, नागराज नायडू और ईनम गंभीर ने उनका पूरा साथ दिया। 37 पेज के घोषणापत्र के सभी 83 पैराग्राफ सौ फीसदी सर्वसम्मति से पास हुए हैं।
इसके अलावा प्लेनेट, पीपुल, पीस और प्रॉस्पेरिटी के टाइटल के साथ 8 पैराग्राफ जियोपॉलिटिकल मुद्दों पर केंद्रित हैं। इन पर भी सभी सदस्यों ने सहमति जताई। इस पत्र में न कोई फुटनोट है और न ही कोई चेयर समरी। यह 100 प्रतिशत सर्वसम्मति वाला संपूर्ण वक्तव्य है।
रूस-यूक्रेन जंग के बाद पहला साझा घोषणापत्र
साझा घोषणा पत्र पर सभी देशों की सहमति इसलिए खास है, क्योंकि नवंबर 2022 में इंडोनेशिया समिट में जारी घोषणा पत्र में रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर सदस्य देशों के बीच सहमति नहीं बन पाई थी। तब रूस और चीन ने अपने आप काे युद्ध के बारे में की गई टिप्पणियों से अलग कर लिया था। तब घोषणापत्र के साथ ही इन देशों की लिखित असहमति शामिल की गई थी।