ब्लिट्ज ब्यूरो
मुंबई। देश में जहां लग्जरी घरों की डिमांड व बिक्री, दोनों में बड़ा इजाफा दिखाई दे रहा है, वहीं अफोर्डेबल होम की डिमांड व बिक्री, दोनों में गिरावट देखी जा रही है। प्रॉपर्टी कंसल्टेंट एनारॉक की रिपोर्ट के अनुसार सबसे अधिक लग्जरी घर मुंबई में बिक रहे हैं। इस रिपोर्ट के अनुसार, 2024 की पहली तिमाही में देश के बड़े 7 शहरों में लग्जरी घरों की डिमांड में जबरदस्त उछाल आया है।
इस दौरान कुल बिक्री में लग्जरी सेगमेंट की हिस्सेदारी 21 प्रतिशत रही, जबकि पांच साल पहले लग्जरी सेगमेंट की हिस्सेदारी 7 प्रतिशत थी। यानी इस सेगमेंट में डिमांड तीन गुना बढ़ी है। वहीं, 2024 की पहली तिमाही में 26,545 अफोर्डेबल होम बिके थे, जो कि कुल घरों की बिक्री का 20 प्रतिशत था। पांच वर्ष पहले यह संख्या 37 प्रतिशत थी। कुल मिलाकर पहले क्वार्टर में 1.30 लाख घर बिके, जिनमें से 27,070 यूनिट लग्जरी थे जबकि अर्फोडेबल सेगमेंट में 26,545 यूनिट और मिड और हाई एंड सेगमेंट में 76,555 यूनिट बिकीं।
‘सबसे ज्यादा सेगमेंट में बिक्री
लग्जरी कैटेगरी में सबसे ज्यादा घर मुंबई (9,360), उसके बाद एनसीआर (6,060) में बिके। इसके अलावा हर सेगमेंट में सबसे ज्यादा घर भी मुंबई मेट्रोपॉलिटिन रीजन (एमएमआर) में बिके। कुल 42,930 यूनिट्स की बिक्री हुई। यहां लग्जरी घरों का मतलब ऐसे घरों से है, जिनकी कीमत 1.5 करोड़ रुपये से ज्यादा है। रिजेंसी ग्रुप के प्रमुख महेश अग्रवाल का कहना है कि कोरोना के बाद अब अफोर्डेबल होम की डेफिनेशन बदल गई है। लोगों को तमाम सुविधाओं वाले थोड़े बड़े घर चाहिए।
डेवलपर्स का भी झुकाव प्रीमियम सेग्मेंट में
लग्जरी घरों की डिमांड-सप्लाई में अफोर्डेबल होम के मुकाबले ज्यादा ग्रोथ दिखाई दे रही है। डेवलपर्स का भी झुकाव प्रॉफिट मार्जिन ज्यादा होने के चलते प्रीमियम सेग्मेंट में ज्यादा है। हमें 2017 में डिफाइन हुए अफोर्डेबल होम की डेफिनेशन अब बदलनी होगी।
-अनुज पुरी, चेयरमैन एनारॉक ग्रुप