ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 103वें एपिसोड में देशवासियों को संबोधित करते हुए बताया कि ‘मुझे बड़ी संख्या में उन मुस्लिम महिलाओं के पत्र प्राप्त हुए जो हाल ही में हज यात्रा करके लौटी हैं। इन महिलाओं ने बिना मेहरम के हज यात्रा पूरी की। इनकी संख्या 50 या 100 नहीं है बल्कि 4000 से अधिक है। यह एक बड़ा बदलाव है।
पहले मुस्लिम महिलाओं को पुरुषों के बिना हज यात्रा पर जाने की अनुमति नहीं थी। मैं सऊदी अरब सरकार को भी धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने बिना मेहरम के हज यात्रा पर जाने वाली महिलाओं के लिए महिला समन्वयकों की तैनाती की।
हज नीति में हुए बदलाव
पीएम मोदी ने कहा कि ‘बीते कुछ सालों में हज नीति में जो बदलाव किए गए हैं, उनकी भरपूर सराहना हो रही है। हमारी मुस्लिम माताओं और बहनों ने इस बारे में मुझे काफी कुछ लिखा है। अब ज्यादा से ज्यादा लोगों को हज पर जाने का मौका मिल रहा है। हज यात्रा से लौटे लोगों ने खासकर हमारी माता-बहनों ने चिट्ठी लिखकर आशीर्वाद दिया है, वो अपने आप में बहुत प्रेरक है।’
– फिर से हर घर पर तिरंगा फहराना है
– उत्तर प्रदेश में एक दिन में 30 करोड़ पौधे लगाने का रिकॉर्ड
बिना मेहरम हज में आई तेजी
बता दें कि इस्लाम में मेहरम वो पुरुष होता है, जो महिला का पति हो या खून के रिश्ते में हो। इस बार हज यात्रा पर अकेली जाने वाली 4314 महिलाओं ने आवेदन दिया था। आजादी के बाद 2018 में पहली बार भारत में मेहरम की अनिवार्यता को हटा दिया गया था। जिसके बाद से 3401 महिलाओं ने बिना पुरुष रिश्तेदारों या मेहरम के बिना हज यात्रा की थी। इस बार यह आंकड़ा चार हजार से ज्यादा रहा।
देश में अमृत महोत्सव की गूंज
उन्होंने कहा- आज देश में अमृत महोत्सव की गूंज है, 15 अगस्त पास है। शहीद वीर-वीरांगनाओं को सम्मान देने के लिए ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान शुरू होगा। इसके तहत देश-भर में हमारे शहीदों की याद में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन विभूतियों की याद में देश की लाखों ग्राम पंचायतों में विशेष शिलालेख भी स्थापित किए जाएंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले साल स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ‘हर घर तिरंगा अभियान’ के लिए जैसे पूरा देश एक साथ आया था, वैसे ही हमें इस बार भी फिर से हर घर तिरंगा फहराना है और इस परंपरा को लगातार आगे बढ़ाना है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस अभियान के तहत देश-भर में ‘अमृत कलश यात्रा’ भी निकाली जाएगी। देश के गांव-गांव से, कोने-कोने से 7500 कलशों में मिट्टी लेकर ये यात्रा देश की राजधानी दिल्ली पहुचेंगी। ये यात्रा अपने साथ देश के अलग-अलग हिस्सों से पौधे लेकर भी आएगी। मिट्टी और पौधों से नेशनल वॉर मेमोरियल के पास अमृत वाटिका बनाई जाएगी।
सावन का मतलब ही आनंद
पीएम ने कहा- इस समय सावन का महीना चल रहा है। महादेव की आराधना के साथ सावन हरियाली और खुशहाली से जुड़ा होता है। इसका बहुत महत्व रहा है। सावन के झूले, सावन की मेंहदी, सावन के उत्सव। सावन का मतलब ही आनंद और उल्लास है।
ये हमें गतिशील बनाते हैं। शिव आराधना के लिए कितने ही भक्त कांवड़ यात्रा पर निकलते हैं। 12 ज्योतिर्लिंगों पर भी श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। बनारस पहुंचने वाले लोगों की संख्या रिकॉर्ड तोड़ रही है। हर साल वहां 10 करोड़ से ज्यादा पर्यटक पहुंच रहे हैं। अयोध्या, मथुरा और उज्जैन पहुंचने वालों की संख्या भी बढ़ रही है।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- अभी 50 हजार से ज्यादा अमृत सरोवर बनाने का काम चल रहा है।
उत्तर प्रदेश में एक दिन में 30 करोड़ पौधे लगाने का रिकॉर्ड बनाया गया है। राज्य सरकार ने अभियान की शुरुआत की और लोगों ने इसे पूरा किया। ऐसे प्रयास जनभागीदारी के साथ जन जागरण के बड़े उदाहरण हैं।
शहडोल में बन रहा मिनी ब्राजील
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘कुछ समय पहले मैं एमपी के शहडोल गया था। वहां आदिवासी भाइयों से मुलाकात हुई। पकरिया गांव के आदिवासियों ने प्रकृति और जल संरक्षण के लिए काम कर दिया है। 100 कुओं को वाटर रिचार्ज सिस्टम में बदल दिया है। सभी गांववालों ने 800 कुओं को रिचार्ज के लिए उपयोग में लाने का लक्ष्य बनाया है।
शहडोल में विचारपुर गांव है, इसे मिनी ब्राजील कहा जाता है। ये गांव आज उभरते सितारों का गढ़ बन गया है। यहां मेरी मुलाकात इन खिलाड़ियों से हुई। विचारपुर गांव के मिनी ब्राजील बनने की यात्रा 2 दशक पहले शुरू हुई। यह कभी नशे का शराब का गढ़ था।
रईस अहमद जो पूर्व फुटबॉलर हैं और कोच हैं, उन्होंने युवाओं को फुटबॉल सिखाना शुरू किया। अब विचारपुर की पहचान फुटबॉल से होने लगी।
फुटबॉल क्रांति नाम से एक प्रोग्राम चल रहा है। पीएम ने बताया कि विचारपुर से नेशनल और स्टेट लेवल के 40 से ज्यादा खिलाड़ी निकले हैं। काफी बड़े इलाके में 1200 से ज्यादा फुटबॉल क्लब बन गए हैं।
अमेरिका ने 100 से ज्यादा दुर्लभ कलाकृतियां लौटाईं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अमेरिका ने हमें सौ से ज्यादा दुर्लभ और प्राचीन कलाकृतियां वापस लौटाई हैं । ये कलाकृतियां ढाई हजार साल से लेकर ढाई सौ साल तक पुरानी हैं। इन कलाकृतियों का नाता देश के अलग-अलग क्षेत्रों से है। ये भारत की समृद्ध प्राचीन विरासत की निशानी हैं।