ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। राज्य में मौसम की मार से बेजार किसानों को तत्काल राहत देने के निर्देश जारी किए गए हैं। प्रभावित किसानों के खाते में 24 घंटे के भीतर सहायता राशि की पहुंचाने के निर्देश जारी किए गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिए सर्वेक्षण कराने के निर्देश दिए हैं। यहां जारी आधिकारिक बयान के अनुसार सीएम योगी ने सभी जिलाधिकारियों, उप जिलाधिकारी (एसडीएम) और तहसीलदारों को मौके पर जाकर तत्काल सर्वेक्षण कर संबंधित विभाग को पूरी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि 24 घंटे में किसानों के खाते में क्षतिपूर्ति की धनराशि भेजी जा सके, ऐसी व्यवस्था हो।
लापरवाही की तो होगी कार्रवाई
सीएम ने अधिकारियों को क्षतिपूर्ति देने में लापरवाही न करने की हिदायत भी दी है। उन्होंने कहा कि अगर किसी अधिकारी की लापरवाही सामने आती है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बयान में कहा गया है कि दो मार्च तक 50 जिलों के सात हजार से अधिक किसानों ने क्षतिग्रस्त फसलों के मुआवजे के लिए आवेदन किया है। बयान के मुताबिक, सर्वेक्षण पूरा होने के बाद फसलों के नुकसान का मुआवजा बीमा कंपनियों के साथ राजस्व विभाग से भी दिया जाएगा।
2681 आवेदनों का सर्वेक्षण कार्य पूरा
राहत विभाग के पोर्टल के अनुसार, 50 जिलों के 7020 किसानों ने क्षतिग्रस्त फसलों के मुआवजे के लिए आवेदन किया है। इसके सापेक्ष 2681 आवेदनों का सर्वेक्षण कार्य पूरा कर लिया गया है जबकि 4339 आवेदनों पर सर्वेक्षण कराया जा रहा है।
हमीरपुर के सबसे ज्यादा 1256 किसानों ने आवेदन किया है। इसी तरह जालौन के 997, मिर्जापुर के 969, ललितपुर के 812, झांसी के 650 और बांदा के 580 किसानों ने मुआवजे के लिए आवेदन किया है। मुआवजा केवल उन्हीं किसानों को दिया जाता है जिनकी फसल बाढ़, ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश के कारण 33 प्रतिशत से अधिक क्षतिग्रस्त हो जाती है।