ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश को 1 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी वाली जीडीपी बनाने के लिए प्रयासरत योगी सरकार ने प्रदेश को नवीकरणीय ऊर्जा (रीन्यूएबल एनर्जी) के क्षेत्र में भी अग्रणी बनाने के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं। राज्य में जल्द ही सीएम योगी की योजना के अनुरूप उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण (यूपीनेडा) मेगा ई-टेंडर का आयोजन करने जा रहा है। इसमें मुख्य रूप से 176 स्ट्रीट लाइटिंग सिस्टम वाले सोलर ट्री, 32 ई-रिक्शा चार्जिंग स्टेशंस व 537 स्मार्ट सोलर लाइटिंग सिस्टम के लिए ई-टेंडर की प्रक्रिया जारी कर दी है। इस ई-टेंडरिंग प्रक्रिया के तहत प्रदेश के सभी सोलर सिटीज में इन सभी सुविधाओं की स्थापना और 5 वर्षों तक संचालन के लिए उचित कंपनियों को टेंडर दिया जाएगा।
वहीं, पीएम कुसुम (प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान) के अंतर्गत सोलर पावर जेनरेटर व ग्रिड कनेक्टर सोलर पावर प्लांट्स को रेस्को मोड के जरिए रिक्वेस्ट ऑफ सिलेक्शन (आरएफएस) की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
176 स्ट्रीट लाइटिंग सिस्टम वाले सोलर ट्री (1 केडब्ल्यू), 32 ई-रिक्शा चार्जिंग स्टेशंस व 537 स्मार्ट सोलर लाइटिंग सिस्टम (2.5 केड्ब्ल्यू) के लिए ई-टेंडर फाइलिंग के लिए 11,800 रुपए व 18 प्रतिशत जीएसटी फीस निर्धारित की गई है। आवेदन प्रक्रिया बंद होने के उपरांत सभी बिड्स में चयनित कंपनियों का सिलेक्शन कर उन्हें आगे की ई बिडिंग प्रक्रिया में भाग लेने के लिए सूचित किया जाएगा। प्रदेश में पीएम कुसुम योजना में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप अलग-अलग कृषि फीडर्स को सौर ऊर्जा से जोड़ा जाएगा। इसके अंतर्गत ग्रिड कनेक्टेड सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना के लिए बोली लगाए जाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
इस ई बिडिंग प्रक्रिया में भाग लेने की अंतिम तिथि 5 सितंबर निर्धारित की गई है जिसके उपरांत चयनित बोलीकर्ताओं को विभाग द्वारा इस विषय में सूचित कर दिया जाएगा।