डॉ. सीमा द्विवेदी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जी20 समकक्षों को पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने अफ्रीकी संघ को जी20 के आगामी दिल्ली शिखर सम्मेलन में पूर्ण सदस्यता दिए जाने का प्रस्ताव रखा है। सूत्रों के अनुसार, भारत के जी20 प्रेसीडेंसी के हिस्से के रूप में, पीएम ने विशेष रूप से जी20 एजेंडे में अफ्रीकी देशों की प्राथमिकताओं को शामिल करने पर जोर दिया है।
इस कदम को जी20 के आगामी दिल्ली शिखर सम्मेलन से पहले एक महत्वपूर्ण पहलू के रूप में देखा जा सकता है। जी20 की अध्यक्षता की जिम्मेदारी इस साल भारत को मिली है जिसे बखूबी ढंग से भारत निभा रहा है। वहीं, सितंबर में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन की सुरक्षा तैयारी दिल्ली पुलिस युद्धस्तर पर कर रही है। भारत पहली बार सम्मेलन की अध्यक्षता करने जा रहा है। दुनिया का सबसे ताकतवर आर्थिक समूह जी20 है।
भारत एक दिसंबर 2022 से जी20 की अध्यक्षता संभाल रहा है। भारत की अध्यक्षता के दौरान एक साल के दौरान देश के 60 शहरों में कुल 200 से ज्यादा मीटिंग प्रस्तावित हैं। विदेश मंत्रालय के मुताबिक ये किसी भी जी20 अध्यक्षता में सबसे व्यापक भौगोलिक विस्तार है।
अफ्रीका से सबसे ज्यादा भागीदारी
भारत लगातार ग्लोबल साउथ और विकासशील देशों की आवाज बना है। उनकी चिंताओं को भी दुनिया के सामने मजबूती से रख रहा है। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में जनवरी में ‘वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ’ शिखर सम्मेलन हुआ। इसमें 125 देशों ने भाग लिया, जिनमें 18 देश या सरकार के प्रमुख थे और बाकी मंत्री स्तर के प्रतिनिधि शामिल थे। भारत की अध्यक्षता के दौरान अफ्रीका से अब तक की सबसे ज्यादा भागीदारी हुई है।
3-6 सितंबर : चौथी शेरपा बैठक
5-6 सितंबर : वित्त प्रतिनिधियों की बैठक
6 सितंबर : संयुक्त शेरपाओं और वित्त प्रतिनिधियों की बैठक
9-10 सितंबर : जी20 शिखर सम्मेलन में मंत्रिस्तरीय बैठकें
13-14 सितंबर : वाराणसी में चौथी सतत वित्त कार्य समूह की बैठक
14-16 सितंबर : वित्तीय समावेशन के लिए वैश्विक भागीदारी की चौथी बैठक मुंबई में
18-19 सितंबर : रायपुर में चौथी फ्रेमवर्क वर्किंग ग्रुप की बैठक
दुनिया की नजर में भारत की जी20 अध्यक्षता
नई दिल्ली। भारत की जी20 अध्यक्षता को दुनियाभर के मीडिया संगठन एक विशेष फोकस के साथ देख रहे हैं। जर्मनी के समाचार पत्र पॉलिटिकों ने अपने ओपिनियन “भारत की जी20: अध्यक्षता के अवसर और चुनौतियां” में लिखा.. “मंच के आवरण को मानते हुए, नई दिल्ली के पास खंडित वैश्विक व्यवस्था से निपटने में अपनी ताकत और विश्वसनीयता का परीक्षण करने का एक अभूतपूर्व मौका है।” जी20 की उपयोगिता को समझाते हुए समाचार पत्र ने लिखा.. “इसका मुख्य उद्देश्य हमेशा सामूहिक कार्रवाई और दुनिया भर के प्रमुख विकसित देशों और उभरती अर्थव्यवस्थाओं के बीच समावेशी सहयोग के महत्व को पहचानना रहा है और एक अग्रणी बहुपक्षीय मंच के रूप में, यह भविष्य की वैश्विक आर्थिक वृद्धि और समृद्धि हासिल करने में एक रणनीतिक भूमिका रखता है। इसके सदस्य वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का 85 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत और दुनिया की दो-तिहाई आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं।
एक समाचार एजेंसी ने हरित ऊर्जा क्षेत्र को प्रदर्शित करने हुए अपने विशेष लेख : “भारत हरित हाइड्रोजन उद्योग के लिए 2 बिलियन डॉलर प्रोत्साहन की योजना बना रहा है” में विस्तार से भारत के हरित ऊर्जा मिशन की जानकारी दी। विश्व आर्थिक मंच ने अपने लेख “भारत के 2023 में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था होने की उम्मीद है” में बताया कि “इस महीने भारतीय केंद्रीय बैंक के एक सर्वेक्षण के अनुसार, दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के 31 मार्च, 2024 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष में 6फीसदी बढ़ने की उम्मीद है।”
ये हैं जी20 देश
अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं।
मेडिकल सुविधाएं
जी20 सम्मेलन में शामिल होने वाले मेहमानों को एडवांस मेडिकल सुविधाएं मिलेंगी। आपात स्थिति में मरीज को महज दस मिनट में अस्पताल पहुंचाया जाएगा।
सुरक्षा में ड्रोन डिटेक्टर
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जी20 सम्मेलन की सुरक्षा के लिए सभी सुरक्षा एजेंसियों को समन्वय बनाकर काम करने के सख्त आदेश दिए हैं। गृहमंत्रालय ने सुरक्षा एजेंसियों के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेशन प्रोसीजर जारी किया है। इसके अलावा छोटे व स्लो मूविंग ड्रोन जैसी वस्तुओं को पकड़ने के लिए सम्मेलन के आयोजन स्थल पर पहली बार 14 रेडियो फ्रीक्वेंसी डिटेक्टर लगाए गए हैं, जबकि छह जगहों पर रडार सिस्टम लगाया जाएगा। कंट्रोल एरिया में 45 एंटी ड्रोन गन लगाई गई हैं। ये ड्रोन को कुछ ही सेकंड में खत्म कर देंगी।
महिला कमांडो भी
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की उन 19 महिला कमांडो ने चार सप्ताह का विशेष प्रशिक्षण पूरा कर लिया है। यह महिला कमांडो अचूक निशानेबाज के रूप में जी20 शिखर बैठक में आने वाले मेहमानों को विशेष सुरक्षा प्रदान करेंगी। इन्हें शहर के प्रमुख स्थलों पर भी तैनात किया जाएगा।
मेहमान नवाजी के लिए तैयार मेट्रो
नई दिल्ली। शिखर सम्मेलन के दौरान भारत आने वाले विदेशी पर्यटकों के लिए दिल्ली मेट्रो विशेष आकर्षण का केंद्र रहेगी। डीएमआरसी ने कई मेट्रो स्टेशनों की शोभा बढ़ाई है। पूरी दुनिया में अपनी अलग पहचान बना चुकी दिल्ली मेट्रो एक बार फिर देश का नाम रोशन करने को तैयार है। डीएमआरसी ने दिल्ली में 20 मेट्रो स्टेशनों को सूचीबद्ध किया है। जिन मेट्रो स्टेशनों पर विदेशी मेहमानों की उम्मीद है, वहां विशेष सावधानी बरती गई है।
नई दिल्ली। शिखर सम्मेलन के दौरान भारत आने वाले विदेशी पर्यटकों के लिए दिल्ली मेट्रो विशेष आकर्षण का केंद्र रहेगी। डीएमआरसी ने कई मेट्रो स्टेशनों की शोभा बढ़ाई है। पूरी दुनिया में अपनी अलग पहचान बना चुकी दिल्ली मेट्रो एक बार फिर देश का नाम रोशन करने को तैयार है। डीएमआरसी ने दिल्ली में 20 मेट्रो स्टेशनों को सूचीबद्ध किया है। जिन मेट्रो स्टेशनों पर विदेशी मेहमानों की उम्मीद है, वहां विशेष सावधानी बरती गई है।
मुझे उम्मीद है भारत की जी20 की अध्यक्षता न सिर्फ भारत और रूस के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करेगी बल्िक एशिया और पूरी दुनिया में सुरक्षा और स्थिरता लाने में कार्य करेगी। पुतिन- रूसी राष्ट्रपति
– 2022 में इंडोनेशिया के बाली में हुई थी 17वीं समिट
– 18वीं समिट नई दिल्ली के ‘भारत मंडपम’ में 9, 10 सितंबर 2023 को होगी
– 66 प्रतिशत जनसंख्या का प्रतिनिधित्व
– भारत की अध्यक्षता के तहत अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं की मजबूती एक बार फिर केंद्र में हैं
– 2024 की समिट ब्राजील के रियो डि जेनेरियो में होगी