ब्लिट्ज ब्यूरो
महू। डा.अम्बेडकर की 132 वी जयंती के अवसर पर चार दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन कर उनके नाम से स्थापित डा. बी.आर. अम्बेडकर सामाजिक विश्वविद्यालय ने कीर्तिमान बनाया है ।
विश्वविद्यालय ने इस अवसर पर राष्ट्रीय संगोष्ठी, विस्तार कार्यक्रम, शोध रिसर्च पेपर प्रस्तुति एवं नवाचार तथा समाज को जोड़ने के उद्देश्य से आदिवासी नृत्य का गरिमापूर्ण आयोजन किया। विश्वविद्यालय भविष्य में भी आयोजनों के माध्यम से समाज व लोक को जोड़ने का कार्य करता रहेगा।
उक्त बातें डा. बी.आर. अम्बेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राम दास आत्राम ने डॉ. अम्बेडकर जयंती समारोह के चौथे दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम, आदिवासी नृत्य के समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह में कहीं।
उन्होंने कहा कि जनजातीय परम्परा, संस्कृति में उल्लास और जीवन दिखाई देता है। आदिवासी नृत्य का प्रदर्शन संस्कृतियों को जोड़ता है। मध्य प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों से आये सांस्कृतिक नृत्य दलों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि नृत्य दलों में उनके पहनावे, शस्त्र, गीत उनकी परंपरा एवं उनकी संस्कृति को चित्रित करते हैं । सभी सांस्कृतिक दलों को सम्मानित कर हम गौरवान्वित हो रहे हैं ।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय क़े कुलसचिव डा.एल.एस.सोलंकी ने कहा कि आज का दिन इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है।
मध्य प्रदेश के चार सांस्कृतिक दल मरियम ग्रुप खोखर खांदन, थांदला, आदिवासी नारीशक्ति, झाबुआ, आदिवासी नुक्कड़ नाटक दल, भामल झाबुआ एवं आदिवासी ग्रुप चंद्रशेखर आजाद, अलीराजपुर ने पारंपरिक परिधानों, गीत-संगीत एवं पारंपरिक शस्त्र धनुष-बाण, लाठी, तलवार ढोल, मृदंग एवं वाद्ययंत्रों से प्रस्तुति कर मन मोह लिया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रतियोगिता की गयी, जिसमें सभी टीमों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह में कुलपति डॉ.रामदास आत्राम ने अध्यक्षता, मुख्य अतिथि संजय यादव निदेशक स्वराज संस्थान, भोपाल, विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रो.शामराव करोटी अधिष्ठाता, इतिहास विभाग नागपुर विश्वविद्यालय, एच. आर.चौहान, चीफ इंजीनियर एवं विषय विशेषज्ञ के रूप में जनजाति प्रकोष्ठ राजभवन, भोपाल की सलाहकार डॉ. दीपमाला रावत, कुलसचिव डॉ. एल.एस. सोलंकी एवं वित्त नियंत्रक एवं संयोजक नीलम निनामा एवं सह-संयोजक डॉ. संगीता मसानी मौजूद रहीं। अतिथियों ने चारों सांस्कृतिक दलों के प्रमुखों को ग्यारह-ग्यारह हजार रूपये, स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
कार्यक्रम का संचालन कुलसचिव डॉ. एल.एस. सोलंकी एवं प्रदीप कुमार ने किया। इस अवसर पर संकायाध्यक्ष प्रो. डी.के. वर्मा, संकायाध्यक्ष प्रो. सुनील गोयल, संकायाध्यक्ष डॉ. मनीषा सक्सेना, छात्र कल्याण अधिष्ठाता एवं प्रमुख मीडिया समन्वयक प्रो शैलेंद्र मणि त्रिपाठी, वित्त नियंत्रक नीलम निनामा, प्रदीप कुमार, सहायक कुलसचिव उपस्थित रहे।