ब्लिट्ज ब्यूरो
चेन्नई। भारत ने अपने पहले पुन: प्रयोग (रीयूजेबल) होने वाले हाइब्रिड रॉकेट मिशन रूमी-2024 को सफलतापूर्वक लांच किया। इसे तमिलनाडु स्थित स्टार्टअप स्पेस जोन इंडिया ने मार्टिन ग्रुप के साथ मिलकर चेन्नई के थिरुविदंदई से लांच किया।
सबआर्बिटल ट्रेजेक्टरी किया गया लांच
तीन क्यूब उपग्रहों और 50 पिको उपग्रहों को ले जाने वाले रॉकेट को एक मोबाइल लांचर का उपयोग कर एक सबआर्बिटल ट्रेजेक्टरी में लांच किया गया था। साथ भेजे गए उपग्रह को ब्रह्मांडीय विकिरण तीव्रता, यूवी विकिरण, वायु गुणवत्ता सहित वायुमंडलीय स्थितियों पर डाटा की निगरानी और संग्रह करने के लिए डिजाइन किया गया है।
3.5 मीटर ऊंचा रॉकेट
स्पेस जोन इंडिया के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी आनंद मेगालिंगम ने कहा कि यह 3.5 मीटर ऊंचा रॉकेट है। प्रक्षेपण के बाद इसे वापस लाने के लिए टीम लगी हुई है, क्योंकि यह दोबारा इस्तेमाल होने वाला रॉकेट है।
हाइब्रिड रॉकेट की दुनिया का पहला मोबाइल प्रक्षेपण
उन्होंने मिशन रूमी को हाइब्रिड रॉकेट की दुनिया का पहला मोबाइल प्रक्षेपण बताया। दक्षता में सुधार और परिचालन लागत को कम करने के लिए राकेट तरल और ठोस, दोनों ईंन्धन प्रणोदक प्रणालियों का इस्तेमाल करता है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों को असाधारण बताते हुए इसरो की जमकर तारीफ की है।