ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। आजकल हम देखते हैं कि लोगों को जब भी कोई परेशानी होती है, सिरदर्द, जोड़ों में दर्द या बुखार आदि की समस्या होती है, तो ऐसे में वे तुरंत मेडिकल स्टोर पर जाते हैं और दवा लेकर खा लेते हैं। इससे उन्हें कुछ समय के लिए तो राहत मिलती है, लेकिन असर खत्म होने पर उनकी समस्या फिर से बढ़ने लगती है। आपको बता दें कि बाजार में नकली दवाएं धड़ल्ले से बिक रही हैं। इन हानिकारक दवाओं में भारी मात्रा में चॉक मिलाई जाती है, जो इनकी गुणवत्ता को खराब करती है। इसलिए ज्यादातर मामलों में व्यक्ति को लगातार दवाएं खाने के बाद भी आराम नहीं मिलता।
सेहत पर गंभीर दुष्परिणाम
अगर आप लगातार इस तरह की नकली दवाएं खाते हैं, तो इसके सेहत पर गंभीर दुष्परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
अब सवाल यह उठता है कि आखिर नकली दवाओं की पहचान कैसे करें? आपको किसी भी तरह के गंभीर नुकसान से बचाने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने नकली दवाओं को पहचानने का आसान तरीका बताया है।
पैकेजिंग को ध्यान से देखें
डब्ल्यूएचओ के अनुसार, दवाएं खरीदते समय आपको कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए। आपको पैकेजिंग को ध्यान से देखना चाहिए और वहां दी गई जानकारी ध्यान से पढ़ें। देखें कि पैकेजिंग पर किसी तरह की छपाई से जुड़ी गलती या स्पेलिंग गलत तो नहीं। दवा के पत्ते पर दी गई जानकारी और डिब्बे पर मौजूद जानकारी समान होनी चाहिए।
– डब्ल्यूएचओ ने बताई असली दवा की पहचान
दवा सील पैक हो
दवाएं अच्छी तरह सील पैक होनी चाहिए। इसके अलावा, आपको यह भी ध्यान रखना चाहिए कि अगर आप गोली या कैप्सूल की जांच कर रहे हैं, तो देखें कि उनके रंग और आकार मूल दवा के समान हैं या नहीं। उन पर किसी भी तरह का बदलाव या धब्बे आदि नहीं होने चाहिए।
जब भी आप कोई दवा खरीदें तो उसके पत्ते या पैकेट पर दिए बारकोड को स्कैन करके जरूर देखें। इससे दवा की प्रमाणिकता का पता लगाया जा सकता है। अगर आपको दवा असल कीमत से बहुत सस्ती मिल रही है, ऐसे में इस बात की काफी अधिक संभावना है कि दवा नकली हो। जब आप दवाएं खरीद रहे हों तो हमेशा किसी अच्छे मेडिकल स्टोर से खरीदें।
डॉक्टर की सलाह के बिना न लें दवाए
हमेशा यह सलाह दी जाती है कि किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या होने पर खुद से दवाएं लेने से बचना चाहिए। हमेशा डॉक्टर से सलाह लेने के बाद अनुशंसित दवा ही आपको खरीदनी चाहिए। इससे आप किसी भी तरह के भारी नुकसान से बच सकते हैं।